SSY: बिटिया की पढ़ाई-शादी के लिए चुटकी में जुट जाएगा 70 लाख रुपए, गारंटी के साथ मिलते हैं पैसे

सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) की शुरुआत 22 जनवरी 2015 को हुई थी. इसे भारत सरकार ने "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" अभियान के तहत लॉन्च किया था.

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तस्वीर: न्यूज तक.

बृजेश उपाध्याय

04 Apr 2025 (अपडेटेड: 04 Apr 2025, 03:03 PM)

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नया फाइनेंशियल वर्ष शुरू  हो गया है. बच्चों के भविष्य के लिए हर कोई निवेश करना चाहता है. खासतौर पर बिटिया के लिए अभी से निवेश कर लें तो भविष्य की टेंशन खत्म हो जाती है. भारत सरकार की तरफ से बिटिया के भविष्य को ध्यान में रखते हुए सुकन्या समृद्धि योजना शुरू की गई है. इस योजना के कई फायदे हैं. 

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बच्चों के एजुकेशन और उनके भविष्य के खर्चों के लिए अक्सर लोग PPF (public provident fund) या एलआईसी की कन्यादान योजना में पैसे लगा रहे हैं. पर्सनल फाइनेंस में हम आपको सुकन्या समृद्धि योजना की फुल डिटेल बताने के साथ ही ऐसी दूसरी योजनाओं से तुलना करके भी बताएंगे. नया फाइनेंशियल ईयर शुरू हो गया है. इस लिहाज से भी इस योजना में निवेश के फायदे हम आपको बताने जा रहे हैं. 

सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) की शुरुआत 22 जनवरी 2015 को हुई थी. इसे भारत सरकार ने "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" अभियान के तहत लॉन्च किया था, जिसका उद्देश्य बेटियों की शिक्षा और भविष्य के लिए वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करना है.

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SSY की खास बातें 

  • SSY स्कीम: एक छोटी बचत योजना है जो बेटियों का फ्यूचर सेफ करती है. 
  • निवेश की पात्रता:     बेटी की उम्र 0 से 10 साल के बीच होनी चाहिए. 
  • कौन खोल सकता है खाता:    माता-पिता या अभिभावक
  • ब्याज दर (जनवरी-मार्च 2025):    8.2% प्रति वर्ष (चक्रवृद्धि)
  • मैच्योरिटी: खाता 21 साल में मैच्योर होता है या बेटी की शादी होने तक (कम से कम 18 साल की उम्र में).
  • निवेश अवधि:    खाता खुलने की तारीख से 15 साल तक निवेश करना होगा. 
  • न्यूनतम वार्षिक निवेश:    ₹250 प्रति वर्ष.
  • अधिकतम वार्षिक निवेश: ₹1.5 लाख प्रति वर्ष.
  • टैक्स लाभ: धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की छूट, ब्याज और मैच्योरिटी अमाउंट टैक्स फ्री. 

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ऐसे खोलें खाता

  • कौन खोल सकता है: अभिभावक द्वारा खोला जाता है. 
  • कितनी बेटियों का खाता खुल सकता है: एक परिवार में अधिकतम 2 बेटियों का, दोनों खाते अलग-अलग होंगे. 
  • यदि जुड़वा बेटियां हों तो: जुड़वा होने की दशा में तीसरी बेटी का खाता खोला जा सकता है. 
  • कैसे खुलेगा खाता: यह खाता बालिका के जन्म प्रमाणपत्र और अभिभावक के केवाईसी के साथ आसानी खोला जा सकता है.
  • कहां खुलेगा खाता: किसी भी पोस्ट ऑफिस में सरकारी/प्राइवेट अधिकृत बैंक शाखाओं में. 

पैसे कब निकाल सकते हैं?

  • निकासी की अनुमति: बेटी की उम्र 18 साल और 12वीं पास पर 50% रकम शिक्षा के लिए निकाल सकते हैं.
  • बेटी की उम्र 18 साल और शादी होने पर:  खाता बंद कर पूरी राशि निकाल सकते हैं. 
  • खाते की मैच्योरिटी: आम तौर पर खाता 21 साल बाद पूरी तरह मैच्योर होता है. 

समय पर निवेश नहीं किया तो?

  • अगर सालाना न्यूनतम ₹250 जमा नहीं किया तो:  खाता डिफॉल्ट हो जाएगा. 
  • जुर्माना: (₹50 प्रति वर्ष) और पिछला बकाया भरकर री-एक्टिवेट किया जा सकता है. 

अन्य खास बातें 

  • प्रत्येक वित्तीय वर्ष के अंत में खाते में ब्याज जमा किया जाता है.  
  • किसी बड़ी समस्या के आने यानी अति अनुकंपा के आधार पर खाते को समय से पहले बंद करने की अनुमति दी जा सकती है, जैसे कि चिकित्सकीय आधार पर. 
  • बेटी के जन्म के बाद उसका खाता खोलने तक अभिभावक को केवल 15 साल तक ही पैसों का निवेश करना होत है. 21 सालों तक उसपर ब्याज मिलता रहता है और मैच्योरिटी की राशि मिल जाती है. 

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कब शुरू करें खाता और कब करें निवेश 

अब सवाल ये है कि खाता कब खोलें और मंथली या एकमुश्त निवेश कब करें कि उसपर रिटर्न शानदार मिल सकें. नया वित्तीय वर्ष शुरू हो चुका है. यदि 10 अप्रैल से पहले-पहले खाता खोलते हैं और एकमुश्त डेढ़ लाख रुपए निवेश कर देते हैं तो सबसे बेहतर रिटर्न इसपर मिलेगा. यदि मासिक निवेश करते हैं तो कोशिश करिए कि हर महीने की 5 तरीख तक निवेश कर दें. खाता अप्रैल में ही खोल लें ताकि इस वित्तीय वर्ष में पूरा का पूरा रिटर्न मिल सके. एसएसवाई पर मिलने वाला ब्याज चक्रवृद्धि ब्याज होता है. यानी ब्याज जुड़ने के बाद अगले ब्याज का कैलकुलेशन ब्याज और मूलधन पर होगा. ऐसे ब्याज मूलधन में जुड़ता जाएगा और उसपर ब्याज की काउंटिंग बढ़ती जाएगी. 

SSY की दूसरी स्कीम्स से तुलना

योजना बेटियों के लिए विशेष ब्याज दर टैक्स से छूट निकासी के नियम रिस्क
SSY हां 8.2% 80C के तहत छूट सीमित (18 साल बाद आंशिक) नहीं
PPF नहीं, सामान्य सबके लिए 7.1% 80C के तहत छूट 7वें साल से आंशिक नहीं 
LIC कन्यादान हां  बदलता रहता है हां पॉलिसी पर निर्भर  आंशिक शर्तो के साथ
NSC सामान्य 7.7% बदलता रहता है. कुछ छूट विशेष परिस्थितियों में नहीं 

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