आपके व्यक्तित्व की पूरी कहानी कहेगा आपका मूलांक, ज्योतिषविद ने बताई चौंकाने वाली बात
Numerology: क्या आपकी जन्म तारीख ही तय करती है आपकी किस्मत? जानिए अंक ज्योतिष के ज़रिए कैसे हर अंक से जुड़ा है आपका भाग्य, व्यक्तित्व और सफलता का रहस्य. पंडित शैलेंद्र पांडे जी से जानिए भाग्य का गणित!
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Numerology Tips:आपने कभी सोचा है कि आपकी जन्म तारीख आपके जीवन और भाग्य को कैसे प्रभावित करती है? अंक ज्योतिष में हर अंक के पीछे एक ग्रह का रहस्य छुपा होता है, जो आपके व्यक्तित्व और सफलता की दिशा तय करता है. इसे लेकर फेमस ज्योतिषी पंडित शैलेंद्र पांडे से जानिए कैसे अपने मूल अंक की शक्ति को समझकर आप अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं. घर के नंबर से लेकर वाहन के नंबर तक, सही अंक आपके लिए ला सकते हैं खुशहाली और सफलता. आइए, अंक ज्योतिष के इस रोचक सफर में हमारे साथ जुड़ें और जानें अपने भाग्य के अनमोल राज!
अंकों और भाग्य का गहरा संबंध
पंडित शैलेंद्र पांडे ने बताया कि जब हम भाग्य की बात करते हैं, तो आमतौर पर ग्रहों और राशियों को देखते हैं. लेकिन अंक ज्योतिष में हर अंक का एक स्वामी ग्रह होता है, जो आपके व्यक्तित्व और जीवन पर गहरा प्रभाव डालता है. उदाहरण के लिए:
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- 1 नंबर का स्वामी सूर्य है, जो नेतृत्व और तेजस्विता का प्रतीक है.
- 2 नंबर का स्वामी चंद्रमा है, जो भावनाओं और रिश्तों को प्रभावित करता है.
- 9 नंबर का स्वामी मंगल है, जो साहस और ऊर्जा का प्रतीक है.
- 8 नंबर का स्वामी शनि है, जो संघर्ष और मेहनत का प्रतीक है.
हर अंक में उस ग्रह के गुण समाहित होते हैं, और ये गुण उस व्यक्ति के व्यक्तित्व में झलकते हैं जो उस अंक से प्रभावित होता है. पंडित जी के अनुसार, अगर आप अपनी जन्म तारीख के आधार पर अपने अंक को समझ लें, तो अपनी खूबियों और कमजोरियों को पहचानकर अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं.
जन्म तारीख से जानें अपने भाग्य का राज
पंडित शैलेंद्र पांडे से जब पूछा गया कि क्या केवल जन्म तारीख ही भाग्य को प्रभावित करती है, या घर का नंबर, ऑफिस का नंबर, गाड़ी का नंबर भी मायने रखता है? इस उन्होंने कहा कि आपका मूल अंक (जन्म तारीख का टोटल) आपके जीवन का आधार होता है. उदाहरण के लिए, अगर आपकी जन्म तारीख 10 है, तो 1+0=1, यानी आपका मूल अंक 1 है. इस अंक को हर जगह ध्यान में रखना चाहिए - चाहे घर का नंबर हो, गाड़ी का नंबर हो, या ऑफिस का पता. अगर ये नंबर आपके मूल अंक से तालमेल बैठाते हैं, तो आपके जीवन में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
अंक 1: नेतृत्व और तेजस्विता का प्रतीक
शैलेंद्र पांडे के अनुसार अगर आपकी जन्म तारीख 1, 10, 19, या 28 है, तो आपका मूल अंक 1 है. यह अंक सूर्य का प्रतीक है, जो नेतृत्व, ऊर्जा, और यश का कारक है. ऐसे लोग अक्सर लीडर बनते हैं और समाज को दिशा दिखाते हैं.
- शुभ अंक: 1, 4, और 7.
- अशुभ अंक: 8 (इससे बचें, क्योंकि यह संघर्ष बढ़ा सकता है).
- शुभ रंग: लाल.
- अशुभ रंग: काला (इससे डिप्रेशन बढ़ सकता है).
- उपाय: एक चौकोर पीले कागज पर लाल स्याही से "1" लिखें और इसे अपने पर्स, ऑफिस, या बैग में रखें. इससे सफलता के रास्ते खुलेंगे.
अंक 2: रिश्तों और क्रिएटिविटी का प्रतीक
अगर आपकी जन्म तारीख 2, 11, 20, या 29 है, तो आपका मूल अंक 2 है. यह चंद्रमा का अंक है, जो रिश्तों, भावनाओं, और क्रिएटिविटी को दर्शाता है.
शुभ अंक: 2, 5, और 6.
- अशुभ अंक: 7 (यह आपकी पर्सनैलिटी को दबा सकता है).
- शुभ रंग: सफेद
. - अशुभ रंग: नीला.
- उपाय: एक चौकोर सफेद कागज पर लाल स्याही से "22" लिखें और इसे अपने पास रखें.
अंक 3: ज्ञान और बुद्धि का प्रतीक
जिनकी जन्म तारीख 3, 12, 21, या 30 है, उनका मूल अंक 3 है. यह बृहस्पति का अंक है, जो ज्ञान, बुद्धि, और वाणी का प्रतीक है.
शुभ अंक: 2 और 5.
- अशुभ अंक: 9 (क्रोध और अभिमान से टकराव हो सकता है).
- शुभ रंग: पीला.
- अशुभ रंग: भूरा.
- उपाय: एक चौकोर पीले कागज पर लाल स्याही से "333" लिखें और इसे अपने पास रखें.
अंक 4: रहस्य और परिवर्तन का प्रतीक
जिनकी जन्म तारीख 4, 13, 22, या 31 है, उनका मूल अंक 4 है. यह राहू का अंक है, जो रहस्य, परिवर्तन, और उतार-चढ़ाव का प्रतीक है.
शुभ अंक: 1, 2, और 6.
- अशुभ अंक: 8.
- शुभ रंग: चमकदार नीला.
- अशुभ रंग: लाल.
- उपाय: एक चौकोर आसमानी कागज पर लाल स्याही से "13" लिखें और इसे अपने पास रखें.
अंक 5: बुद्धि और समृद्धि का प्रतीक
जिनकी जन्म तारीख 5, 14, या 23 है, उनका मूल अंक 5 है. यह बुद्ध (मर्करी) का अंक है, जो बौद्धिक क्षमता और आर्थिक समृद्धि का प्रतीक है.
शुभ अंक: 1, 3, और 6.
- अशुभ अंक: 9.
- शुभ रंग: हरा
- अशुभ रंग: काला
- उपाय: एक चौकोर हरे कागज पर लाल स्याही से "505" लिखें और इसे अपने पास रखें.
अंक 6: ग्लैमर और सौंदर्य का प्रतीक
जिनकी जन्म तारीख 6, 15, या 24 है, उनका मूल अंक 6 है. यह शुक्र का अंक है, जो सौंदर्य, ग्लैमर, और कला का प्रतीक है.
शुभ अंक: 2, 3, और 4.
- अशुभ अंक: 8.
- शुभ रंग: चमकदार सफेद
- अशुभ रंग: भूरा
- उपाय: एक चौकोर सफेद कागज पर लाल स्याही से "24" लिखें और इसे अपने पास रखें.
अंक 7: अध्यात्म और उतार-चढ़ाव का प्रतीक
जिनकी जन्म तारीख 7, 16, या 25 है, उनका मूल अंक 7 है. यह केतु का अंक है, जो अध्यात्म, ज्ञान, और उतार-चढ़ाव का प्रतीक है.
शुभ अंक: 4, 5, और 8.
- अशुभ अंक: 1
- शुभ रंग: सफेद
- उपाय: एक चौकोर सफेद कागज पर लाल स्याही से "77" लिखें और इसे अपने पास रखें.
अंक 8: संघर्ष और मेहनत का प्रतीक
जिनकी जन्म तारीख 8, 17, या 26 है, उनका मूल अंक 8 है. यह शनि का अंक है, जो संघर्ष, मेहनत, और धीमी सफलता का प्रतीक है.
शुभ अंक: 2, 6, और 7.
- अशुभ अंक: 8 और 4
- शुभ रंग: चमकदार नीला और गुलाबी
- उपाय: एक चौकोर नीले कागज पर लाल स्याही से "62" लिखें और इसे अपने पास रखें.
अंक 9: साहस और ऊर्जा का प्रतीक
जिनकी जन्म तारीख 9, 18, या 27 है, उनका मूल अंक 9 है. यह मंगल का अंक है, जो साहस, ऊर्जा, और जिम्मेदारी का प्रतीक है.
शुभ अंक: 1, 4, और 6.
- अशुभ अंक: 7
- शुभ रंग: लाल और क्रीम
- उपाय: एक चौकोर सफेद कागज पर लाल स्याही से "99" लिखें और इसे अपने पास रखें.
क्या जन्म तारीख बदलना संभव है?
शैलेंद्र पांडे से जब पूछा कि आजकल लोग सीजेरियन डिलीवरी के जरिए जन्म तारीख तय करते हैं, क्या यह सही है? तो इस पर उन्होंने कहा बताया कि अंक ज्योतिष सहायता कर सकता है, लेकिन गहराई से जानने के लिए भारतीय ज्योतिष की जरूरत होती है, जिसमें सटीक समय महत्वपूर्ण है. जन्म का समय तय करना मुश्किल है, क्योंकि कुंडली हर चार मिनट में बदलती है. जो प्रारब्ध में लिखा है, वही होगा.
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