पूर्व डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे की होगी नौकरी में वापसी? CM मोहन से हुई मुलाकात, जानें क्या है प्रावधान
MP News: मध्य प्रदेश की पूर्व डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे एक बार फिर चर्चा में हैं. चर्चा इस बात की कि क्या निशा बांगरे को उनका पद वापस मिलेगा या नहीं? आइये जानते हैं क्या है ताजा अपडेट
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MP News: मध्य प्रदेश की पूर्व डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे एक बार फिर चर्चा में हैं. चर्चा इस बात की कि क्या निशा बांगरे को उनका पद वापस मिलेगा या नहीं? आपको बता दें यह सब चर्चा में आ रहा है. क्योंकि, निशा बांगरे ने हाल ही में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से मुलाकात की थी. सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है. लेकिन अब आगे क्या होगा? विस्तार से आपको इस रिपोर्ट में हम बताएंगे...
विधानसभा चुनाव के समय दिया था इस्तीफा
मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव के दौरान या यूं कहे कि उससे पहले ही निशा बांगरे चर्चा में आ गई थी. आपको बता दें कि निशा बांगरे ने तब इस्तीफा दिया था. वो विधानसभा चुनाव लड़ना चाह रही थी. उनका इस्तीफा नामंजूर हो गया. जिसके बाद एक लंबी लड़ाई उन्होंने लड़ी उनका इस्तीफा जो है वो प्रशासन के द्वारा मध्य प्रदेश शासन के द्वारा एक्सेप्ट कर लिया गया. तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ऊपर कई आरोप निशा बांगरे ने लगाए थे. हालांकि उम्मीद की जा रही थी कि वह कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ेंगी और वह बैतूल की आमला विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकती है. लेकिन निशा बांगरे के इस्तीफे के बाद उन्होंने कांग्रेस तो जॉइन कर ली थी. लेकिन उनको टिकट नहीं मिला और चुनाव उन्होंने नहीं लड़ा.
कमलनाथ और कांग्रेस पर लगाए थे गंभीर आरोप
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव में भी चर्चा उठी कि निशा बांगरे जो है. वह भिंड लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतर सकती हैं. लेकिन, ऐसा होता हुआ भी दिखाई नहीं दिया. वहीं यह भी आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले फेस के मतदान से पहले निशा बांगरे ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. इतना ही नहीं उन्होंने कमलनाथ और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के ऊपर कई सारे गंभीर आरोप भी लगाए थे. उसके बाद निशा बांगरे ने अपनी नौकरी वापस पाने के लिए सरकार से गुहार लगाई थी.
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क्या है नौकरी वापस मिलने का प्रावधान?
आपको बता दें कि अगर हम प्रशासनिक सेवा के नियमों की बात करें तो ऐसा कोई प्रावधान नहीं है, जिसके तहत निशा बांगरे को उनकी इस्तीफा दी हुई नौकरी वापस मिल सकती है. लेकिन, मंत्रिमंडल यानी कि जो प्रदेश सरकार का मंत्रिमंडल है. उनके पास य अधिकार है आने वाले विधानसभा सत्र में अगर मंत्रिमंडल चाहे तो नियमों के अनुसार निशा बांगरे को उनकी नौकरी वापस दिला सकता है.
हालांकि, आपको बता दें कि हाल ही में निशा बांगरे ने मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव से मुलाकात की थी और उन्होंने अपनी नौकरी वापस पाने के लिए गुहार भी लगाई थी. अब यह देखना होगा कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव इस बारे में क्या कुछ फैसला लेते हैं. क्या निशा बांगरे को उनकी नौकरी जो कि डिप्टी कलेक्टर की नौकरी थी क्या वो वापस मिलती है या नहीं.
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