MP: प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम में मची भगदड़, दो महिलाओं की मौत, पुलिस ने बताई हादसे की वजह
कुबेरेश्वर धाम में भगदड़ के दौरान भीड़ में दबने के कारण दो महिलाओं की मौत हो गई. जबकि एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं.
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मध्य प्रदेश में सीहोर जिले के कुबेरेश्वर धाम में एक बार फिर बड़ा हादसा हो गया है. दरअसल कावड़ यात्रा से एक दिन पहले यानी 5 अगस्त को भारी भीड़ के कारण यहां भगदड़ मच गई, जिसमें दो महिलाओं की मौत हो गई और लगभग 10 लोग घायल हो गए. घायलों को सिहोर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
क्या है पूरा मामला?
कुबरेश्वर धाम में बुधवार को विशाल कावड़ यात्रा निकाली जानी है, जिसका आयोजन पंडित प्रदीप मिश्रा करवा रहे हैं. इसी यात्रा में शामिल होने के लिए लाखों की संख्या में लोग मंगलवार को वहां पहुंचने लगे. भीड़ इतनी ज्यादा बढ़ गई कि धक्का-मुक्की के बीच दो महिलाएं नीचे गिर गईं और लोगों के पैरों तले दबकर उनकी मौत हो गई.
घायलों को कराया गया भर्ती
फिलहाल सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है, जिनमें दो लोगों की हालत गंभीर है. पुलिस की मानें तो ये घटाना रुद्राक्ष वितरण के वक्त घटी. मिली जानकारी के अनुसार भीड़ में महिलाओं की संख्या ज्यादा थी. भगदड़ के तुरंत बाद चीखपुकार मच गई.
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वहीं इस घटना की जानकारी मिलते ही तुरंत पुलिस मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में ले लिया. फिलहाल यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं.
पंडित प्रदीप मिश्रा पर कार्रवाई की मांग
इस घटना को दुखद बताते हुए समाजवादी पार्टी ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. पार्टी ने हादसे को गंभीरता को देखते हुए आयोजक पंडित प्रदीप मिश्रा पर सख्त कार्रवाई की मांग की है. पोस्ट में लिखा गया, “किसी भी तरह के आयोजन में हादसा होने पर पूरी जिम्मेदारी आयोजकों की होती है. सपा ने सरकार से मांग की कि मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता दी जाए और घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
CM मोहन ने दिए बचाव के निर्देश
वहीं सीहोर विधायक सुदेश राय इस मामले बताया कि इस मामले की जांच शुरू हो गई है. हम पता लगा रहे हैं ये हादसा कैसे हुआ. वहीं मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी सभी अधिकारियों को राहत बचाव के लिए निर्देश दिए हैं.
पहले भी मच चुका है भगदड़
बता दें कि कुबेरेश्वर धाम में इस तरह का मामला पहला नहीं है. इससे पहले 16 फरवरी साल 2023 में रुद्राक्ष वितरण के दौरान ऐसे ही भगदड़ मची गई थी. उस भगदड़ में भी एक महिला की मौत हो गई थी. जबकि 4 लोग लापता हुए थे.
इतना ही नहीं इस घटना के दूसरे दिन ही यानी 17 फरवरी को एक 3 साल के बच्चे की मौत हो गई थी. बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रशासन को रुद्राक्ष महोत्सव रोकना पड़ा था.
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