Gwalior news: बच्चों की फीस भरने के लिए पिता को कर्ज लेना पड़ गया भारी, सूदखोरों ने कर दी पीट-पीट कर हत्या
Gwalior news: बच्चों की फीस भरने के लिए सूदखोरों से पैसा उधार लेना एक पिता को भारी पड़ गया. सूदखोरों ने पहले तो मय ब्याज के मूल रकम वसूल कर ली, फिर अतिरिक्त पैसे मांगने लगे. लेनदेन के इसी विवाद पर से सूदखोरों ने हत्या की वारदात को भी अंजाम दे दिया.
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Gwalior news: बच्चों की फीस भरने के लिए सूदखोरों से पैसा उधार लेना एक पिता को भारी पड़ गया. सूदखोरों ने पहले तो मय ब्याज के मूल रकम वसूल कर ली, फिर अतिरिक्त पैसे मांगने लगे. लेनदेन के इसी विवाद पर से सूदखोरों ने हत्या की वारदात को भी अंजाम दे दिया. सूदखोरों की पिटाई से घायल दीपक सविता नाम के शख्स ने 10 दिन के उपचार के बाद दिल्ली में दम तोड़ दिया.
यह घटना 20 अगस्त की है और घटनास्थल जीवाजी गंज इलाके का है. जीवाजीगंज निवासी सलून की दुकान पर काम करने वाले दीपक सविता को अपने बच्चों की फीस भरनी थी इसलिए उसने ऋषभ तोमर से ₹20000 उधार लिए थे. बताया गया है कि 20% के ब्याज पर यह रकम उधार ली गई थी. इसके बदले में दीपक सविता सूदखोर ऋषभ तोमर को मय ब्याज के ₹60000 लौट चुका था, लेकिन ऋषभ ₹20000 और मांग रहा था.
ऋषभ तोमर ने 20 अगस्त को दीपक सविता को बात करने के लिए कार्तिकेय मंदिर के पास बुलाया. यहां जब दीपक पहुंचा तो, ऋषभ अपने दोस्त पीयूष लोधी को लेकर वहां पहुंच गया. यहां ऋषभ और पीयूष ने पहले हवाई फायर किया और फिर दीपक सविता के साथ जमकर मारपीट की. सड़क पर पटक कर उसके पेट में लात मारी गई. इसके बाद दोनों बदमाश वहां से भाग गए. यह पूरी घटना सीसीटीवी में भी कैद हो गई.
बुरी तरह से घायल दीपक को पहले जेएएच फिर ले गए दिल्ली
घायल दीपक को उपचार के लिए जयारोग्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया. हालत बिगड़ने पर उपचार के लिए दिल्ली रेफर कर दिया गया. 10 दिन के इलाज के बाद शनिवार की सुबह दीपक सविता ने दम तोड़ दिया. दीपक की मौत के बाद दीपक के परिजन उसके शव को लेकर ग्वालियर आए और यहां हनुमान चौराहा पर शव रखकर शनिवार की रात को चक्का जाम कर दिया. मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने इसमें उचित कार्रवाई नहीं की है, डॉक्टरों ने भी सही रिपोर्ट नहीं बनाई है.
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पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा, जेल भेजा
पुलिस ने घटना के तुरंत बाद पीयूष और ऋषभ पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज करते हुए आरोपियों जेल भेज दिया था, लेकिन कोर्ट से जमानत मिलने के बाद दोनों आरोपी बाहर आ गए. इस बात की तकलीफ भी मृतक के परजनों को थी. मृतक के परिजनों की मांग थी कि उन्हें मुआवजा दिया जाए और आरोपियों के घर तोड़े जाएं, इसके अलावा आरोपियों पर हत्या की एफआईआर दर्ज करते हुए उन्हें फांसी दी जाए. जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और समझाईश के बाद जाम को खुलवाया. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घायल की उपचार के दौरान मौत हुई है इसलिए एफआईआर में हत्या की धारा का इजाफा करके कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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