धीरेंद्र शास्त्री की कथा में पहरेदार बनाए गए 100 से ज्यादा शिक्षक, फिर आनन-फानन में लिया ये एक्शन
Dhirendra Krishna Shastri: राजगढ़ के खिलचीपुर में पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथा का आयोजन किया गया है. बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं. लेकिन हद तो तब हो गई जब ये मामला सामना आया कि कथा स्थल पर 100 से ज्यादा शासकीय शिक्षकों को भी तैनात किया गया […]
ADVERTISEMENT

Dhirendra Krishna Shastri: राजगढ़ के खिलचीपुर में पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथा का आयोजन किया गया है. बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं. लेकिन हद तो तब हो गई जब ये मामला सामना आया कि कथा स्थल पर 100 से ज्यादा शासकीय शिक्षकों को भी तैनात किया गया है. निजी कार्यक्रम होते हुए भी प्रशासन ने सरकारी कर्मचारियों को ड्यूटी पर तैनात किया.
मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के खिलचीपुर में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की हनुमत कथा चल रही है. कथा में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. सुरक्षा के इंतजाम हैं, लेकिन यहां पर 100 से ज्यादा शासकीय शिक्षकों की ड्यूटी लगाने का मामला सामने आया है.
निजी कार्यक्रम में सरकारी कर्मचारियों की ड्यूटी
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा में जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है. इसके लिए राजगढ़ के प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी करण सिंह भिलाला ने बाकायदा आदेश जारी किया था.जिन शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है, उन्हें 20 सेक्टरों में तैनात किया गया था. जबकि 10 शिक्षकों को रिजर्व में भी रखा गया था. ऐसा पहली बार हुआ है कि प्रशासन की ओर से शिक्षकों की ड्यूटी किसी निजी कार्यक्रम को संपन्न कराने के लिए लगाई गई हो.
यह भी पढ़ें...
आनन-फानन में रद्द किए आदेश
जब एमपी तक ने राजगढ़ कलेक्टर से इस मामले में बात करने की कोशिश की तो कलेक्टर इस मामले से बचते नजर आए. आनन-फानन में कलेक्टर ने इन आदेशों को कैंसिल कर दिया.इस पूरे मामले में जिला शिक्षा अधिकारी करण सिंह भिलाला ने बताया कि शिक्षकों की ड्यूटी लगाई थी. भिलाला का कहना है कि जिला प्रशासन के सहयोग के लिए 110 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी, लेकिन आज उनकी ड्यूटी हमने हटा दी है.
ये भी पढ़ें: ‘आदिपुरुष’ फिल्म की बात पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने क्यों कहा वीर बजरंगबली हमें बचाएं? जानें