MP Election: इन 2 नेताओं ने आज छोड़ दी अपनी-अपनी पार्टी, जानें कौन हैं ये और अब कहां जाएंगे
MP Election: मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे दल बदल की राजनीति भी खूब तेज होती जा रही है.बीते 24 घंटे में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों से नेताओं ने अपना नाता तोड़ा है और नए दल का दामन थामने की बात कही है. इनमें एक नेता ने बीजेपी और […]
ADVERTISEMENT

MP Election: मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे दल बदल की राजनीति भी खूब तेज होती जा रही है.बीते 24 घंटे में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों से नेताओं ने अपना नाता तोड़ा है और नए दल का दामन थामने की बात कही है. इनमें एक नेता ने बीजेपी और दूसरे नेता ने कांग्रेस का साथ छोड़ा है.
नीमच जिले के जावद विधानसभा क्षेत्र से आने वाले बीजेपी नेता समंदर पटेल ने भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. वे सिंधिया के कट्टर समर्थक माने जाते थे और उनके साथ ही कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए थे. बीजेपी में आने के बाद समंदर पटेल को भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति में सदस्य के रूप में जगह दी गई थी लेकिन अब उन्होंने बीजेपी में उपेक्षा के आरोप लगाकर पार्टी छोड़ दी.
समंदर पटेल के आरोप हैं कि भाजपा में उन्हें वह तवज्जो नहीं मिली जिसकी उन्हें अपेक्षा थी. इसकी बड़ी वजह यह भी रही कि जावद के विधायक और प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा के रहते पटेल को न सरकारी मशीनरी ने और न ही भाजपा संगठन ने तरजीह दी. अब समंदर आरोप लगा रहे हैं कि लगातार अपनी उपेक्षा और समर्थकों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार से तंग आकर उन्होंने बीजेपी छोड़ दी है और अब वे दोबारा से कांग्रेस में शामिल हो गए हैं.
कमलनाथ की सहमति के बाद समंदर की हुई कांग्रेस में एंट्री
लम्बी मंत्रणा के बाद समंदर पटेल को कांग्रेस में शामिल करने के लिए कमलनाथ ने सहमति दे दी. शुक्रवार को जावद में जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौरसिया की मौजूदगी में समंदर पटेल ने प्रेस कांफ्रेंस में अपने कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि भाजपा में वे घुटन महसूस कर रहे थे. उन्होंने केबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप भी लगाए. समंदर पटेल ने कहा कि वे 18 अगस्त को जावद विधानसभा के कार्यकर्ताओं के साथ सैकड़ों वाहनों का काफिला लेकर भोपाल पहुंचकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के सान्निध्य में कांग्रेस की विधिवत सदस्यता ग्रहण करेंगे.
यह भी पढ़ें...
अरुण यादव की करीबी नेता रहीं कांग्रेस की छाया मोरे ने भी छोड़ी पार्टी
खंडवा जिले की आदिवासी कांग्रेस नेत्री छाया मोरे ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. वे पिछले विधानसभा चुनाव में अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित पंधाना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की प्रत्याशी थी, जो पराजित हुई थीं. कांग्रेस ने उनके इस्तीफे की पुष्टि कर दी है. कांग्रेस जिलाध्यक्ष (ग्रामीण ) अजय ओझा ने इस इस्तीफे की पुष्टि की है.
उन्होंने अपने पत्र में कुछ स्थानीय कारणों को लेकर इस्तीफे की बात कही है. आपको बता दें कि छाया मोरे पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव की करीबी नेता रहीं हैं. संभावना है कि वे बीजेपी ज्वॉइन कर सकती हैं, लेकिन फिलहाल उनकी तरफ से बीजेपी में शामिल होने की जानकारी नहीं दी गई है. बताया जा रहा है कि बीजेपी में शामिल होने को लेकर अभी उनकी बात चल रही है. लेकिन फिलहाल वे कांग्रेस छोड़ चुकी है.
इनपुट: नीमच से आकाश चौहान और खंडवा से जय नागड़ा की रिपोर्ट
ये भी पढ़ें- MP Election: जय-वीरू की स्टाइल में चंबल में पहुंचे सिंधिया और शिवराज, बोले ‘लहार किसी की बपौती नहीं’