सोनिया गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया अगल-बगल बैठे, सामने आई रोचक तस्वीर, जानें पूरा मामला
Parliament Special Session: नई संसद में जाने से पहले आज सेंट्रल हॉल में रोचक तस्वीर सामने आई. जब सोनिया गांधी के बगल में ज्योतिरादित्य सिंधिया अगल-बगल बैठे दिखाई दिये. ये तस्वीर उस वक्त सामने आई, जब सेंट्रल हॉल में आखिरी संयुक्त सेशन को पीएम नरेंद्र मोदी संबोधित कर रहे थे. संयुक्त सेशन के दौरान प्रधानमंत्री […]
ADVERTISEMENT
Parliament Special Session: नई संसद में जाने से पहले आज सेंट्रल हॉल में रोचक तस्वीर सामने आई. जब सोनिया गांधी के बगल में ज्योतिरादित्य सिंधिया अगल-बगल बैठे दिखाई दिये. ये तस्वीर उस वक्त सामने आई, जब सेंट्रल हॉल में आखिरी संयुक्त सेशन को पीएम नरेंद्र मोदी संबोधित कर रहे थे. संयुक्त सेशन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्ता पक्ष और विपक्ष के सभी सांसदों से मुस्कुराकर मिलते दिखाई दिये. वह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से भी बातचीत करते दिखाई दिये.
नई संसद में जाने से पहले सेंट्रल हॉल में राज्यसभा और लोकसभा का संयुक्त सेशन रखा गया. यहां पर पीएम मोदी विपक्षी सांसदों से मिले. उन्होंने सभी का अभिनंदन किया. इसी दौरान कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के बगल में केंद्रीय मंत्री सिंधिया सबसे आगे की सीट पर बैठे दिखाई दिए. कभी कांग्रेस पार्टी के साथ रहे सिंधिया ने मार्च 2020 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वॉइन कर ली थी. इस दौरान सिंधिया काफी खुश दिखाई दिए. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कोई बातचीत नहीं हुई.
भारत दुनिया में टॉप 3 पर पहुंचेगा: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा- “आज भारत पांचवी अर्थव्यवस्था पर पहुंचा है, लेकिन पहले 3 के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है. मैं जिस स्थान पर हूं उस जानकारी के आधार और विश्व के गणमान्य लोगों से बातचीत करता हूं उस आधार पर कह रहा हूं कि दुनिया आश्वस्त है कि भारत टॉप 3 में पहुंचकर रहेगा.”
ADVERTISEMENT
ये भी पढ़ें: सिंधिया ने राहुल गांधी से जुड़ी किस बात पर कहा- मैं राजनीति में विराट कोहली की तरह खेलता हूं?
इससे पहले पीएम मोदी ने कहा- “आज नए संसद भवन में हम सब मिलकर नए भविष्य का श्री गणेश करने जा रहे हैं. आज हम यहां विकसित भारत का संकल्प दोहराना, फिर एक बार संकल्प बद्ध होना और उसका परिपूर्ण करने के लिए जी जान से जुटने के इरादे से नए भवन की तरफ प्रस्थान कर रहे हैं. ये भवन और उसमें भी ये सेंट्रल हॉल हमारी भावनाओं से भरा हुआ है, ये हमें भावुक भी करता है और हमें हमारे कर्तव्यों के लिए प्रेरित भी करता है.”
ADVERTISEMENT
ये भी पढ़ें: सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने पर फिर छलका दिग्विजय का दर्द, बोले- हमने उन्हें चमकाया, लेकिन…
संविधान सभा के नाम से जानी जाएगी पुरानी संसद
पीएम मोदी ने कहा- अब जबकि हम संसद के नए भवन में जा रहे हैं तो पुरानी संसद को भूलें नहीं. इसलिए अब इसे संविधान सदन के रूप में जाना जाए, जिससे पुरानी संसद के प्रति गरिमा बनी रहे. पीएम ने कहा- “आजादी के पूर्व यह खंड एक तरह से लाइब्रेरी के रूप में इस्तेमाल होता था..आजादी के बाद में संविधान सभा की बैठकें यहां हुईं और संविधान सभा की बैठकों के द्वारा गहन चर्चा के बाद हमारे संविधान ने यहां आकार लिया. यहीं पर 1947 में अंग्रेजी हुकूमत ने सत्ता हस्तांतर किया. उस प्रक्रिया का साक्षी यह सेंट्रल हॉल है. इसी सेंट्रल हॉल में हमारे तिरंगे, राष्ट्रगान को अपनाया गया. इस एतिहासिक अवसरों पर आजादी के बाद अनेक अवसर आए जब दोनों सदनों के मिलकर भारत के भाग्य को गणने के लिए सहमती बनाई.”
ADVERTISEMENT
‘1952 में करीब 42 राष्ट्राध्यक्षों ने इस सेंट्रल हॉल में संबोधित किया है. हमारे राष्ट्रपति महोदयों द्वारा 86 बार संबोधित किया गया. दोनों सदनों ने मिलकर करीब 4000 क़ानून पास किए हैं.’
ये भी पढ़ें: सिंधिया से रिश्तों पर पहली बार बोले कमलनाथ, बताई 2020 में सरकार गिरने की इनसाइड स्टोरी
ADVERTISEMENT