UPSC RESULT: छिंदवाड़ा के सौरभ ने पाया पूरे देश में दूसरा स्थान, खुशखबरी सुन माता पिता हुए भावुक
Chhindwara News:संघ लोकसेवा आयेाग द्वारा आयेाजित भारतीय सूचना सेवा ISS परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया गया है. इस परीक्षा में छिंदवाड़ा के रहने वाले सौरभ विट्ठल सौरभ खेकड़े ने पूरे देश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है. सौरभ एक सामान्य परिवार से हैं .जिन्होंने कड़ी मेहनत और लगन के बाद इस सफलता को प्राप्त […]
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Chhindwara News:संघ लोकसेवा आयेाग द्वारा आयेाजित भारतीय सूचना सेवा ISS परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया गया है. इस परीक्षा में छिंदवाड़ा के रहने वाले सौरभ विट्ठल सौरभ खेकड़े ने पूरे देश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है. सौरभ एक सामान्य परिवार से हैं .जिन्होंने कड़ी मेहनत और लगन के बाद इस सफलता को प्राप्त किया है. सौरभ की इस सफलता पर पिता के आंसू निकल आए तो वहीं घर पर बधाई देनें वालों का तांता लगा हुआ है.
दरअसल सौरभ की उपलब्धि चुनौती पूर्ण तो रही लेकिन, आज परिवार में माता रेखा खेकडे, पिता विठ्ठल खेकडे, पत्नी पूजा खेकडे के साथ छोटा भाई ऋषभ खेकडे की खुशी ठहर नही रही है. बतादे की सौरभ नागपुर में एक निजी अखबार में पत्रकार हैं.
पूरे देश में पाया दूसरा स्थान
सौरभ ने बताया कि हाल ही में हुए यूपीएससी के नतीजे में चयन हुआ है, जिसमे 75 वे स्कोर के साथ ऑल इंडिया रैंक 2 मिली है. निजी तौर पर मैं बेहद खुश हूं और मैं एक सामान्य परिवार से आता हूं. मेरे पिताजी दुकान चलाते हैं और माता ग्रहणी हैं, मेहनत के बाद सफलता मिली है. सौरभ ने अपने चयन पर चर्चा करते हुए कहा कि मेरा चयन सरकार द्वारा आम लोगों तक जो सूचनाएं सरकार द्वारा पहुंचाई जाती है उसमें हुआ है.
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लोग जितने जागरूक रहेंगे उतने ज्यादा सशक्त रहेंगे- सौरभ
सौरभ ने कहा कि लोग जितने जागरूक रहेंगे, सूचित रहेंगे उतने ज्यादा सशक्त रहेंगे. लोकतंत्र को मजबूत बनाएंगे, इस बड़ी मुहिम में मैं एक छोटा सा सिपाही हूं, आगे भी मैं अपनी कलम के माध्यम से लेखनी के माध्यम से समाज और देश को आगे ले जाने में अपना एक छोटा सा योगदान देने की कोशिश करूंगा.
परिवार में खुशी का माहौल
सौरभ के पिता ने कहा कि मुझे बेहद खुशी है, खुशी इतनी ज्यादा है कि आंख से आंसू नही रुक रहे हैं. सौरभ बचपन से ही जिद्दी है जो पाना चाहता था उसे लिए बगैर नही छोड़ता था. मेरे द्वारा इंजीनियरिंग के लिए कहा गया पर सौरभ पत्रकारिता करने पर ही अड़ा रहा. सौरभ की माता ने बताया कि सौरभ बचपन से ही पढाई में तेज था, बहुत मेहनत की और आगे बढ़ा है. मुझे विश्वास था कि वे यह कर लेंगे, वह मेरे लिए प्रेरणा स्त्रोत है.
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