जयवर्धन सिंह क्यों करने लगे BJP की तारीफ, कार्यकर्ताओं को दी भाजपा से सीखने की सलाह
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे और कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह शनिवार को राघोगढ़ पहुंचे तो यहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक लेते हुए सभी को बीजेपी से सीख लेने की नसीहत दे डाली.
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Jaivardhan Singh: पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे और कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह शनिवार को राघोगढ़ पहुंचे तो यहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक लेते हुए सभी को बीजेपी से सीख लेने की नसीहत दे डाली. जयवर्धन सिंह ने कहा कि हमें बीजेपी से सीखने की जरूरत है. कभी बीजेपी विपक्ष में बैठने वाली पार्टी हुआ करती थी लेकिन उन्होंने बदलते वक्त के साथ हो रहे राजनीतिक बदलावों को समझा और उसके हिसाब से खुद को ढाला और आज वे लगातार सत्ता में बने हुए हैं.
जयवर्धन सिंह ने कहा कि कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को आपसी मतभेद भुलाकर काम करना होगा. चुनाव का ट्रेंड बदल चुका है. यदि नए तरीकों को नहीं अपनाएंगे तो पीछे रह जाएंगे. नए ट्रेंड को लेकर ही आगे बढ़ा जा सकता है. जिस दिन परिणाम आये उस दिन से मैंने 2028 के लिए कमर कस ली.
कांग्रेसी विधायक जयवर्द्धन सिंह ने कांग्रेस की हार का ठीकरा EVM मशीन पर फोड़ा है. जयवर्द्धन सिंह ने मंच से बयान देते हुए कहा कि या तो शिवराज सिंह चौहान की योजना या फिर EVM मशीन ही चुनाव में हार का कारण बनी. लेकिन मध्यप्रदेश के घटनाक्रम से स्थिति साफ हो गई है, यदि शिवराज सिंह चौहान की योजना होती तो बीजेपी कभी भी उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाने की कोशिश नहीं करती. लेकिन जिस बेफिक्री से बीजेपी अपने राजस्थान व मध्यप्रदेश में मनमुताबिक मुख्यमंत्री बना रही है उसे देखकर लगता है कि दाल में जरूर कुछ काला है.
बड़े नेताओं को कार्यकर्ताओं के साथ खड़ा होना होगा- जयवर्धन सिंह
जयवर्द्धन सिंह ने बीजेपी से सीख लेने की सलाह देते हुए कहा कि आज जो सत्ता में हैं वे पहले विपक्ष में हुआ करते थे. लेकिन मेहनत रणनीति के बलबूते आज वे लोग सत्ता में हैं. वर्तमान परिस्थितियों को देखकर बड़े नेताओं को जनता कार्यकर्ताओं के साथ खड़ा होना होगा.
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जयवर्द्धन सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को दक्षिण की जिम्मेदारी दिए जाने पर हैरानी जताई. जयवर्द्धन सिंह ने कहा कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय, नरोत्तम मिश्रा केंद्र सरकार को जीत का श्रेय दे रहे हैं. बीजेपी में भी अलग अलग गुट बन गए हैं. शिवराज सिंह को दक्षिण की जिम्मेदारी क्यों दी ये समझ से परे है.
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