इजरायल का ईरान पर बड़ा हमला, चीफ सैन्य कमांडर समेत परमाणु ठिकाने और मिलिट्री बेस तबाह! अमेरिका ने कही ये बात

ललित यादव

Israel attack on Iran: इज़रायल ने ईरान पर एक बड़ा हमला किया है. इजरायली सेना ने ईरान की राजधानी तेहरान में बम बरसाए हैं. इसके अलावा, इजरायल ने ईरानी सेना और उसके परमाणु ठिकानों को भी निशाना बनाया है.

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Israel attack on Iran: इज़रायल ने ईरान पर एक बड़ा हमला किया है. इजरायली सेना ने ईरान की राजधानी तेहरान में बम बरसाए हैं. इसके अलावा, इजरायल ने ईरानी सेना और उसके परमाणु ठिकानों को भी निशाना बनाया है. इजरायल ने शुक्रवार सुबह बताया कि उसने ईरान पर हमला किया. ईरानी मीडिया ने तेहरान में धमाकों की आवाजें सुनाई देने की खबर दी है.

इजरायल ने संभावित मिसाइल और ड्रोन हमले को देखते हुए आपातकाल की घोषणा की. इजरायल के एक सैन्य अधिकारी ने कहा कि इजरायल "दर्जनों" परमाणु और सैन्य ठिकानों पर हमला कर रहा है.

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि इजरायल ने ईरान के परमाणु बम बना रहे वैज्ञानिकों पर भी हमला किया है.

ईरान के परमाणु वैज्ञानिकों को बनाया निशाना

प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने बताया कि उन्होंने नतांज में ईरान के मुख्य परमाणु संयंत्र को निशाना बनाया है. उन्होंने ईरानी बम बनाने पर काम कर रहे प्रमुख ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों और ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के केंद्र पर भी हमला किया. नेतन्याहू ने इस हमले के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, "मैं राष्ट्रपति ट्रम्प को उनके नेतृत्व और ईरान के परमाणु कार्यक्रम का सामना करने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं."

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इजरायली हमले में ईरान के रेवोल्यूशनरी गार्ड्स के चीफ कमांडर हुसैन सलामी भी मारे गए हैं. ईरानी मीडिया ने इसकी पुष्टि की है. ईरान का रेवोल्यूशनरी गार्ड देश के मुख्य शक्ति केंद्रों में से एक है. यह ईरान के बैलिस्टिक मिसाइलों के जखीरे को भी नियंत्रित करता है.

द टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, इजरायल का मानना ​​है कि सलामी के अलावा, इस हमले में ईरान के सैन्य प्रमुख मोहम्मद बाघेरी, सेना के शीर्ष अधिकारियों के अन्य सदस्य और वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिक भी मारे गए.

अभी कार्रवाई नहीं करेंगे, तो अगली पीढ़ी नहीं आएगी

नेतन्याहू ने कहा कि ऑपरेशन 'जब तक जरूरत होगी तब तक जारी रहेगा'. उन्होंने कहा, "अगर हम अभी कार्रवाई नहीं करेंगे, तो अगली पीढ़ी नहीं आएगी."

इस हमले के बाद इराक ने अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है. अब इराक के सभी एयरपोर्ट बंद हैं. कहीं से भी विमानों की आवाजाही नहीं हो रही है.

पीएम नेतन्याहू ने कहा कि ईरान ने अब इतना यूरेनियम जमा कर लिया है कि वह कभी भी परमाणु बम बना सकता है. उसके पास 9 परमाणु बम बनाने की क्षमता है. ईरान अब इस यूरेनियम से बम बनाने जा रहा था. अगर ईरान को रोका नहीं जाता तो वह कभी भी एटम बम बना सकता था. नेतन्याहू ने कहा, "एक महीने के अंदर, या एक साल के अंदर. लेकिन इजरायल ऐसा कभी नहीं होने देगा. जो हमारा अस्तित्व खत्म करना चाहते हैं इजरायल ऐसे लोगों के पास ऐसी क्षमता कभी भी विकसित नहीं होने देगा."

इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने ईरान पर इजरायल के हमले के बाद पूरे देश में आपातकाल की घोषणा की है. काट्ज ने चेतावनी दी कि इजरायल और उसके नागरिकों को निशाना बनाकर मिसाइल और ड्रोन हमले बहुत जल्द हो सकते हैं. उन्होंने पूरे देश के घरेलू मोर्चे पर इस आपातकाल की स्थिति को लागू करने के लिए एक विशेष आदेश पर हस्ताक्षर किए.

पूरे इजरायल में सायरन बजने के साथ ही प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के खिलाफ हवाई हमले जारी रहने के दौरान अपने सुरक्षा मंत्रिमंडल की तत्काल बैठक बुलाई है.

द टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, इजरायली हमले के बाद ईरान ने राजधानी के मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे इमाम खुमैनी पर उड़ानें निलंबित कर दी हैं, क्योंकि तेहरान के आसपास जोरदार धमाके सुनाई दिए हैं.

ईरान के नतांज शहर में मौजूद न्यूक्लियर साइट ध्वस्त

द टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, ईरान के केंद्रीय प्रांत इस्फ़हान के नतांज शहर में विस्फोटों की आवाज सुनी गई, जहां एक प्रमुख परमाणु स्थल स्थित है. द टाइम्स ऑफ इजरायल ने यह जानकारी ईरानी सरकारी टीवी की रिपोर्ट के आधार पर दी है.

जानकारी के अनुसार, "नतांज में जोरदार विस्फोटों की आवाज सुनी गई," जहां मुख्य यूरेनियम संवर्धन सुविधाओं में से एक स्थित है. ईरान के पास फ़ोर्डो और नतांज में दो भूमिगत परमाणु साइट हैं.

ईरान के सरकारी समाचार पत्र नूर न्यूज ने पुष्टि की कि शुक्रवार की सुबह तेहरान के उत्तर-पूर्व में धमाके की सूचना मिली है. दो अमेरिकी अधिकारियों ने रॉयटर्स से पुष्टि की कि "इजरायल ने ईरान में हमले किए हैं" और स्पष्ट रूप से कहा कि इसमें "अमेरिका की कोई भागीदारी या सहायता नहीं थी." इजरायल की ओर से किए गए इस हमले के बाद मध्य-पूर्व में तनाव में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है.

परमाणु बम, बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को बनाया निशाना

इजरायल ने इस ऑपरेशन को "उगता हुआ शेर Rising Lion" नाम दिया है. इजरायल ने कहा कि वह ईरानी कमांडरों और मिसाइल कारखानों को भी निशाना बनाया है. तेहरान द्वारा जवाबी मिसाइल और ड्रोन हमले की आशंका को देखते हुए इजरायल ने पूरे देश में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है.

इजरायल ने कहा कि उसकी सेना ने परमाणु बम, अपने बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम और अपने नतांज में परमाणु बम बनाने के लिए यूरेनियम संवर्धन पर काम कर रहे ईरानी वैज्ञानिकों को निशाना बनाया. यह अभियान कई दिनों तक जारी रहेगा. नतांज शहर में एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि प्रतिष्ठान के निकट कई विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं.

हमले का पहला चरण पूरा: आईडीएफ

इस हमले पर इजरायली सेना ने बयान जारी किया है. आईडीएफ ने कहा, "कुछ समय पहले, राजनीतिक नेतृत्व से निर्देश के बाद, आईडीएफ ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर हमला करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाली खुफिया जानकारी के आधार पर एक पहले से तय, सटीक और संयुक्त आक्रमण शुरू किया, और यह ईरानी शासन द्वारा इजरायल के खिलाफ जारी आक्रामकता के जवाब में किया गया. कुछ ही समय में, दर्जनों IAF जेट ने पहला चरण पूरा कर लिया, जिसमें ईरान के अलग-अलग क्षेत्रों में परमाणु लक्ष्यों सहित दर्जनों मिलिट्री टारगेट पर हमले शामिल थे."

जनता से अनुरोध है कि वे आईडीएफ होम फ्रंट कमांड के निर्देशों का पालन करें, जिन्हें आवश्यकतानुसार अपडेट किया जाएगा, और शांति और जिम्मेदारी से कार्य करें. आईडीएफ और संबंधित अधिकारी रक्षा और आक्रमण में कई तरह के सीन के लिए तैयार हैं जिनकी आवश्यकता हो सकती है.

आईडीएफ ने कहा कि ईरानी शासन वर्षों से इजरायल राज्य के खिलाफ आतंक का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष अभियान चला रहा है, मध्य पूर्व में अपने प्रॉक्सी के माध्यम से आतंकवादी गतिविधियों को फाइनेंसिंग और निर्देशित करके परमाणु हथियार प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है.

इजरायल डिफेंस फोर्सेज के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल इयाल ज़मीर का कहना है कि सेना "हजारों सैनिकों को जुटा रही है और सभी सीमाओं पर तैयारी कर रही है." उन्होंने कहा, "मैं चेतावनी देता हूं कि जो कोई भी हमें चुनौती देने की कोशिश करेगा, उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी."

हमले पर अमेरिका ने क्या कहा

इस हमले पर अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि "आज रात इजरायल ने ईरान के खिलाफ़ एकतरफ़ा कार्रवाई की. हम ईरान के खिलाफ़ हमलों में शामिल नहीं हैं और हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता क्षेत्र में अमेरिकी सेना की सुरक्षा करना है. इज़रायल ने हमें सलाह दी कि उनका मानना ​​है कि यह कार्रवाई उसकी आत्मरक्षा के लिए ज़रूरी थी. राष्ट्रपति ट्रम्प और प्रशासन ने हमारी सेनाओं की सुरक्षा के लिए सभी ज़रूरी कदम उठाए हैं और हमारे क्षेत्रीय भागीदारों के साथ निकट संपर्क में बने हुए हैं. मैं स्पष्ट कर दूं कि ईरान को अमेरिकी हितों या कर्मियों को निशाना नहीं बनाना चाहिए."
 

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