कतर में नौसेना के जिन 8 पूर्व अधिकारियों को मिली थी मौत की सजा अब हो गए रिहा, 7 भारत लौटे
विदेश मंत्रालय के मुताबिक जासूसी के कथित आरोप में कतर की जेल में बंद आठ भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारीयों की रिहाई हो गई है. 18 महीने के ट्रायल, पहले फांसी की सजा फिर जेल की सजा और अब रिहाई
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Case of former Indian Navy officer’s in Qatar: आज सुबह देश के लिए एक राहत भरी खबर आई. जासूसी के कथित आरोप में कतर की जेल में बंद आठ भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारीयों की रिहाई हो गई है. विदेश मंत्रालय के मुताबिक उनमें से सात भारत आ भी गए हैं. 18 महीने के ट्रायल, पहले फांसी की सजा फिर जेल की सजा और अब रिहाई, इन पूर्व अधिकारियों के लिए ये बड़ा मुश्किल समय था जो अब खत्म हो गया है. ऐसा माना जा रहा है कि पीएम मोदी के हस्तक्षेप के बाद ये मामला सुलझा है. बीते साल एक दिसंबर को पीएम मोदी ने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी के बीच बैठक की थी. माना जा रहा है कि पीएम मोदी की इसी मीटिंग ने ही आठ भारतीयों की रिहाई का रास्ता साफ हुआ.
#WATCH दिल्ली: कतर ने आठ पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों को रिहा किया जो उसकी हिरासत में थे, उनमें से सात भारत लौट आए हैं। pic.twitter.com/1vx1Vvns5r
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 12, 2024
इससे पहले कतर की अदालत ने बीते साल के 28 दिसंबर को भारतीय नौसेना के 8 पूर्व अधिकारियों की मौत की सजा को कम कर दिया था. पूर्व नौसैनिकों पर भ्रष्टाचार और जासूसी का मामला चल रहा था.
पूर्व नौसैनिकों से जुड़े इस मामले को समझिए
पिछले साल अक्टूबर के महीने में अरब देश कतर की एक अदालत ने भारतीय नौसेना के 8 पूर्व अधिकारियों को मौत की सजा सुनाई थी. ये सभी पूर्व नौसैनिक कतर की एक निजी सुरक्षा कंपनी ‘दहरा ग्लोबल’ में काम करते थे. इन्हें सितंबर 2022 में जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. कतर प्रशासन ने उनपर लगे आरोपों को सार्वजनिक नहीं किया, लेकिन न्यूज वेबसाइट अल-जजीरा के मुताबिक, पूर्व नौसैनिकों ने कथित तौर पर कतर के पनडुब्बी खरीद से जुड़े एक खुफिया कार्यक्रम की जानकारी इजराइल को दी थी.
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इसी के आरोप में उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई. 31 मई, 2023 को बंद होने से पहले ‘दहरा ग्लोबल कंपनी’ कतर नौसेना को प्रशिक्षण और लॉजिस्टिक मुहैया कराती थी.
भारत ने कतर अदालत के फैसले पर हैरानी जताते हुए मामले को गहनता से जांचने और उसपर उचित कार्रवाई करने की बात कही थी. इसमें पूर्व नौसैनिकों को हर मुमकिन मदद मुहैया करवाने का आश्वासन दिया गया था.
इस मामले में कब-क्या हुआ
26 अक्टूबर, 2023- आठ पूर्व नौसैनिकों को मौत की सजा सुनाई गई.
20 नवंबर, 2023- अपील अदालत में दायर हुई
23 नवंबर, 2023- अपील पर सुनवाई
1 दिसंबर, 2023- पीएम नरेंद्र मोदी कतर अमीर से दुबई में मिले
3 दिसंबर, 2023- भारतीय राजदूत को कतर में कॉन्सुलर एक्सेस मिला
7 दिसंबर, 2023- अदालत में फिर सुनवाई
28 दिसंबर, 2023- कोर्ट ने मौत की सजा पलट दी
12 जनवरी 2024- आठों भारतीय पूर्व नौसैनिक कतर की जेल से रिहा.
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