2024 के लिए कांग्रेस अब भी गेम में! योगेंद्र यादव का ये एनालिसिस देखिए

देवराज गौर

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Assembly Election Results 2023: पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद अब लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बहस तेज हो गई है. मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जीत से उत्साहित भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 2024 में 400 सीट पार का नारा दिया है. कांग्रेस के नेतृत्व में बने इंडिया गठबंधन ने इन चुनावी नतीजे के बाद भी एकजुटता का संदेश दिया है. आज का सबसे बड़ा सियासी सवाल यह है की क्या इंडिया गठबंधन 2024 में भाजपा को रोक पाएगा? हिंदी पट्टी के तीन राज्यों में मिली हार के बाद क्या कांग्रेस की लोक सभा चुनाव की संभावना खत्म हो गई है? इन्हीं सब सवालों का जवाब हमने मशहूर विश्लेषक योगेन्द्र यादव से लेने की कोशिश की.

योगेंद्र यादव के मुताबिक कांग्रेस की राजस्थान और छत्तीसगढ़ की सरकारें लौट सकती थीं, लेकिन राजनैतिक कौशल के अभाव में और एक सामाजिक गठबंधन बना न सकने की कमी के कारण ठीक-ठाक सरकारें चुनाव हार गईं. और जो माहौल कांग्रेस के पक्ष में बन सकता था वह बनते बनते रह गया.

भाजपा ने राज्यों के चुनाव खासकर मध्य प्रदेश में बड़े अंतर से कांग्रेस को हराया है. दोनों दलों में 8 फीसदी वोट का अंतर है. यह बहुत बड़ा अंतर है. इस पर योगेंद्र यादव कहते हैं कि चुनावों से 3-4 महीने कांग्रेस के पक्ष में हवा चल रही थी. लोग बदलाव की बात कर रहे थे. लेकिन बीजेपी की रणनीति की तारीफ करनी पड़ेगी. बड़े-बड़े मंत्रियों को उतारा, रणनीति बनाई. कैंडिडेट्स सेलेक्शन अच्छा रहा. बीजेपी के पास सांगठनिक शक्ति मध्य प्रदेश में जैसी है वैसी देश भर में कहीं नहीं है.

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प्रधानमंत्री मोदी लगातार हैट्रिक शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि 2024 के चुनावों में बीजेपी हैट्रिक लगाएगी. योगेंद्र यादव कहते हैं की यह नरेंद्र मोदी का आर्गुमेंट नहीं था बल्कि जुमला था. वह आगे कहते हैं कि दो चीजें होती हैं, हवा और जमीन. हवा कांग्रेस की बन सकती थी लेकिन नहीं बनी. बीजेपी की बन गई. लेकिन क्या विपक्ष की जमीन खिसक गई है? क्या बीजेपी अब इन तीन चुनावों की वजह से ऐसे धरातल पर पहुंच गई है कि विपक्ष उसका मुकाबला नहीं कर सकता? यह बात कतई सच नहीं है.

योगेंद्र यादव आंकड़ों के हवाले से बताते हैं कि पांचों राज्यों के वोटों को जोड़ लीजिए कि कितने वोट डाले गए हैं. कुल 12 करोड़ के करीब वोट डाले गए हैं. जिसमें से बीजेपी को 4 करोड़ 82 लाख वोट मिले. कांग्रेस को मिले 4 करोड़ 92 लाख. कांग्रेस के सहयोगियों की बात करें जिन्होंने इन विधानसभा चुनावों में अलग चुनाव लड़ा जैसे सपा-बसपा, सीपीआई जैसे दल. अगर इन वोटों को भी जोड़ लिया जाए, जो 5 करोड़ 8 लाख करीब वोट बनता है. यानी जिसको लोग समझ रहे हैं कि कांग्रेस हार गई है अगर उसको जोड़ लिया जाए तो उसे बीजेपी के मुकाबले jज्यादे वोट मिला है. योगेंद्र यादव कहते हैं कि बीजेपी की हवा तो है लेकिन ऐसा कतई नहीं है कि चुनावी जमीन भी बीजेपी के पक्ष में है.

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मोदी मैजिक के सवाल पर योगेन्द्र यादव कहते हैं कि यह सच है कि मोदी की लोकप्रियता देश में सबसे ज्यादा है. बीजेपी का ले-देकर सबसे बड़ा अस्त्र वही है. और यह भी सच है कि बीजेपी को मनोवैज्ञानिक बढ़त मिली है लेकिन क्या इसी बढ़त से बीजेपी को सारे देश में इससे लाभ मिलेगा? वह इसे थोड़ा सशंकित मानते हैं. योगेन्द्र यादव कहते हैं कि बीजेपी के पास एक भी राज्य ऐसा नहीं है जहां उसे पिछले 2019 के चुनावों की अपेक्षा ज्यादा वोट मिल सकता हो.

इंडिया गठबंधन या बीजेपी, 2024 का एजेंडा कौन सैट करेगा?

योगेंद्र यादव कहते हैं की इंडिया गठबंधन को अब दोबारा फिर से बीजेपी के हाथों से एजेंडा छीनना पड़ेगा. वह कहते हैं की चुनाव के दौरान इंडिया गठबंधन के तरफ से कोई खास एक्टिविटी नहीं हुई है. इंडिया गठबंधन को अब यह बताना पड़ेगा कि हम हैं. दूसरा देश के सामने आपको एक सपना रखना पड़ेगा. तीसरा जनता के सामने मुद्दे लेकर जाना पड़ेगा. चाहे वह महंगाई हो, बेरोजगारी हो. योगेन्द्र आगे कहते हैं कि तीन राज्यों की हार के बावजूद इस देश की 545 सीटों में 225 सीटें ऐसी हैं जिन पर इंडिया गठबंधन का आज भी राज है. अगर इंडिया गठबंधन काम करेगा तो आगे बहुत गुंजाइश है

पूरा वीडियो आप यहां देख सकते हैं.

 

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