2024 में किसे बनना चाहिए PM उम्मीदवार? इस सर्वे में राहुल गांधी ने सबको पछाड़ा!
इस ओपिनियन पोल में शामिल होने वाले 34 फीसदी लोगों ने कहा है कि विपक्ष का चेहरा राहुल गांधी को होना चाहिए. राहुल गांधी की तुलना में विपक्ष के दूसरे दलों के बड़े नेता काफी पीछे नजर आ रहे हैं.
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Lok Sabha Election 2024: 2024 के लोकसभा चुनावों में विपक्ष ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस (एनडीए) को हराने के लिए कमर कस ली है. कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव एलायंस (INDIA) बनाया है. अक्सर सवाल पूछे जा रहे हैं कि विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा? वो नेता कौन होगा जो 2024 के चुनावों में पीएम मोदी को चुनौती देगा?
अब इस सवाल के जवाब को लेकर एक ओपिनियन पोल के नतीजे सामने आए हैं. एबीपी न्यूज ने सी वोटर के साथ मिलकर 2024 के चुनावों के लिए अपना ओपिनियन पोल किया है. इस ओपिनियन पोल के नतीजे चौंकाऊ हैं. खासकर कांग्रेस और इसके समर्थकों के लिए सर्वे के नतीजों में खुश होने का मौका मिला है.
इस पोल में लोगों से सवाल पूछा गया कि विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन का चेहरा किसे बनना चाहिए? यानी विपक्ष की तरफ से पीएम का उम्मीदवार कौन होना चाहिए. इस सवाल के जवाब में कांग्रेस नेता राहुल गांधी बाजी मारते नजर आ रहे हैं.
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देखिए पीएम उम्मीदवारी के सवाल पर क्या रहा पोल का नतीजा
इस ओपिनियन पोल में शामिल होने वाले 34 फीसदी लोगों ने कहा है कि विपक्ष का चेहरा राहुल गांधी को होना चाहिए. राहुल गांधी की तुलना में विपक्ष के दूसरे दलों के बड़े नेता काफी पीछे नजर आ रहे हैं. सिर्फ 13 फीसदी लोगों ने कहा है कि विपक्षी गठबंधन का चेहरा दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल को होना चाहिए.
10 फीसदी लोग चाहते हैं कि चेहरा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बनें. 9 फीसदी लोग पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के चेहरे की वकालत कर रहे हैं. 34 फीसदी लोग ऐसे हैं जो किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पा रहे.
इंडिया गठबंधन की हालिया बैठक में ममता ने खड़गे के नाम का रखा था प्रस्ताव
इस ओपिनियन पोल के आने से पहले दिल्ली में हाल ही में 19 दिसंबर को इंडिया गठबंधन के नेताओं की बैठक हो चुकी है. सूत्रों के हवाले से खबर आई कि इस बैठक में ममता बनर्जी ने विपक्षी उम्मीदवार के तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम का प्रस्ताव रखा. अरविंद केजरीवाल ने भी यह कहकर प्रस्ताव का समर्थन किया कि इससे देश को पहला दलित प्रधानमंत्री मिलने का मौका बनेगा. मल्लिकार्जुन खड़गे दलित नेताओं में एक बड़ा नाम हैं. विपक्ष को शायद उम्मीद है कि अगर ऐसा कोई फैसला उनकी तरफ से आया तो दलित मतदाताओं के लिए यह एक बड़ा संकेत होगा.
वैसे अब यह देखना दिलचस्प होगा कि जब राहुल गांधी ने इस ओपिनियन पोल में बाजी मारी है तो विपक्ष का अगला कदम क्या होगा.