'वेंकैया नायडू पार्ट 2' की तलाश में BJP? उपराष्ट्रपति के नए कैंडिडेट के लिए पार्टी की ये है बड़ी रणनीति

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बीजेपी इस बार गठबंधन के सहयोगी दलों को यह जिम्मेदारी देने के बजाय अपनी पार्टी के किसी मजबूत और अनुभवी नेता को उपराष्ट्रपति बनाना चाहती है.

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राष्ट्रपति ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है. इसके बाद अब देश की नजर इस बात पर टिकी है कि अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा? भारतीय बीजेपी ने इस महत्वपूर्ण पद के लिए अपने उम्मीदवार की तलाश तेज कर दी है. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी इस बार गठबंधन के सहयोगी दलों को यह जिम्मेदारी देने के बजाय अपनी पार्टी के किसी मजबूत और अनुभवी नेता को उपराष्ट्रपति बनाना चाहती है.

संसद में एनडीए गठबंधन की मजबूत स्थिति को देखते हुए उपराष्ट्रपति के चुनाव में कोई अड़चन नहीं दिख रही है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि बीजेपी इस बार उपराष्ट्रपति के पद के लिए ऐसा चेहरा चुनना चाहती है, जो न केवल पार्टी की विचारधारा को मजबूती दे, बल्कि निर्विवाद छवि और प्रभावशाली व्यक्तित्व वाला हो. 

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रामनाथ ठाकुर के नाम पर विराम

वहीं केंद्रीय मंत्री और जदयू सांसद रामनाथ ठाकुर के नाम को लेकर काफी कयास लगाए जा रहे थे. इसकी वजह भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और रामनाथ ठाकुर की हालिया मुलाकात बताई जा रही थी. रामनाथ ठाकुर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के बेटे हैं और अतिपिछड़ी जाति से आते हैं.

हालांकि, अब इन अटकलों पर विराम लग गया है. सूत्रों के मुताबिक, जेपी नड्डा और रामनाथ ठाकुर के बीच की मुलाकात केवल औपचारिक थी और बिहार एसआईआर (State Industrial Relations) से संबंधित मुद्दों पर हुई थी. उपराष्ट्रपति पद को लेकर इस मुलाकात में कोई चर्चा नहीं हुई. इतना ही नहीं, भाजपा ने जदयू नेतृत्व से भी इस विषय पर कोई बातचीत नहीं की है. भाजपा अध्यक्ष ने रामनाथ ठाकुर के अलावा अन्य सांसदों से भी मुलाकात की है.

भाजपा का अपना उपराष्ट्रपति होगा!

जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद से भाजपा उनके उत्तराधिकारी को लेकर गहन विचार-विमर्श कर रही है. अटकलें लगाई जा रही हैं कि किसी अनुभवी राज्यपाल, संगठन के पुराने नेता या किसी केंद्रीय मंत्री को यह जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. भाजपा के पास ऐसे कई नेता हैं जो पार्टी कैडर से निकले हुए हैं और संगठन में लंबा अनुभव रखते हैं.

एक भाजपा नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, "हम अभी इस प्रक्रिया में लगे हुए हैं. मेरा मानना है कि पार्टी ऐसे व्यक्ति का चुनाव करेगी जिसका व्यक्तित्व दमदार हो और छवि निर्विवादित हो." उन्होंने यह भी संकेत दिया कि पार्टी किसी वरिष्ठ नेता को प्राथमिकता दे सकती है. यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा इस बार उपराष्ट्रपति की कुर्सी पर पार्टी पृष्ठभूमि वाले नेता को ही देखना चाहती है.

वेंकैया नायडू जैसे चेहरे की तलाश

जगदीप धनखड़ से पहले, एम वेंकैया नायडू उपराष्ट्रपति रहे हैं. जो संगठन से लेकर पीएम मोदी के मंत्रिमंडल में मंत्री भी रह चुके हैं. नायडू को 2017 में उपराष्ट्रपति पद के लिए चुना गया था. भाजपा अब नायडू जैसे ही किसी अनुभवी और सर्वमान्य चेहरे की तलाश में है जो पार्टी की विचारधारा का प्रतिनिधित्व करता हो.

राज्यसभा की जिम्मेदारी संभाल रहे हरिवंश नारायण सिंह

बता दें जगदीप धनखड़ ने 2022 में देश के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी और उनका कार्यकाल अगस्त 2027 तक था. अपने तीन साल के कार्यकाल में, राज्यसभा में विपक्षी दलों के साथ उनकी लगातार तीखी बहसें हुईं. कई बार विवादास्पद मुद्दों पर उनकी टिप्पणियों ने सरकार को भी असहज किया.

उपराष्ट्रपति राज्यसभा के सभापति के तौर पर भी जिम्मेदारी संभालते हैं. संविधान में उपराष्ट्रपति के पद पर किसी को कार्यभार सौंपने की कोई व्यवस्था नहीं है. वहीं, राज्यसभा के सभापति के पद की जिम्मेदारी के लिए उच्च सदन में उपसभापति पहले से ही मौजूद हैं, जो मौजूदा समय में हरिवंश नारायण सिंह के पास है. ऐसे में भाजपा विचार-विमर्श के बाद नए उपराष्ट्रपति का चुनाव कर सकती है.

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