कर्नाटक बीजेपी में अब ईश्वरप्पा का तांडव, उधर डीके ने कर दी भविष्यवाणी कि अब 20 सीटें पक्की
दक्षिण के एकमात्र किले कर्नाटक में भी बीजेपी यही तरकीब भिड़ाई. 2019 में 28 में से 25 सीटें जिताने वाले 10 सांसदों के टिकट काटे गए हैं.
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Karnataka news: लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अभी तक 402 उम्मीदवार घोषित किए है. लिस्ट निकलती रही तो बीजेपी के मौजूदा सांसदों की जमीन भी खिसकती रही. बिना किसी शोरगुल के बीजेपी ने 2019 में जीतने वाले 290 सांसदों में से करीब 100 के टिकट काट दिए. चुनावों में इसे एंटी इंकमबेंसी यानी जनता की नाराजगी से बचने की तरकीब मानी जाती है. दक्षिण के एकमात्र किले कर्नाटक में भी बीजेपी यही तरकीब भिड़ाई. 2019 में 28 में से 25 सीटें जिताने वाले 10 सांसदों के टिकट काटे गए हैं. न तलवार चली, न खंजर लेकिन कर्नाटक बीजेपी के बड़े-बड़े नेता नप गए. पूर्व सीएम सदानंद गौड़ा, पूर्व कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष नलिन कुमार कटील, पूर्व राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि जैसे दिग्गज भी अपने लिए टिकट नहीं मांग पाए. जिनके टिकट कट रहे हैं वो तो या तो पार्टी हाईकमान के आदेश के आगे नतमस्तक हो गया या चुनावी राजनीति से ही संन्यास ले लिया. पर कर्नाटक बीजेपी के धाकड़ नेता के. ईश्वरप्पा दोनों ही कैटेगरी में फिट होने के लिए तैयार नहीं हुए.
शिमोगा सीट से ईश्वरप्पा के बेटे की टिकट की दावेदारी बीएस येदियुरप्पा के सुपुत्र वाई वी राघवेंद्र को टिकट देने के लिए खारिज कर दी गई. ईश्वरप्पा ने इसे अपना अपमान मान लिया है. अड़ गए हैं कि निर्दलीय ही सही शिमोगा से वही येदियुरप्पा के बेटे के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे जरूर. ईश्वरप्पा दावा करते हैं कि येदियुरप्पा के वादे के बाद भी उनके बेटे केई कंटेश को टिकट नहीं मिला.
बीजेपी की अंदरूनी कलह से कांग्रेस का चेहरा खिला!
कर्नाटक चुनाव जीतने के बाद भी कांग्रेस प्रेशर में दिख रही थी लेकिन अब बीजेपी की अंदरूनी कलह से चेहरे खिले हुए हैं. डिप्टी सीएम और कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिव कुमार ने हुंकार भर दी है कि, ‘कांग्रेस 28 में से 20 सीटें जीत जाएगी. कर्नाटक में बीजेपी बहुत बहुत खराब स्थिति में है. बहुत ज्यादा बीजेपी विरोधी लहर के कारण ही 10 सांसदों के टिकट काटे गए हैं. पार्टी टूट रही है. JDS-BJP गठबंधन भी ठीक से काम नहीं कर रहा है, कर्नाटक में बीजेपी की कोई लहर काम नहीं करेगी.’
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जब भी चुनाव आता है ईश्वरप्पा के टिकट पर तलवार चलने लगती है. पिछले साल कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भी ईश्वरप्पा बागी हुए थे. पार्टी छोड़ने के लिए आमादा थे. पीएम मोदी ने फोन करके मनाना तब जाकर शांत हुए थे. उस वक्त ईश्वरप्पा को मनाते पीएम मोदी का ऑडियो वायरल भी किया गया था.
ईश्वरप्पा कर्नाटक की बीजेपी सरकार में डिप्टी सीएम हुआ करते थे. कर्नाटक में बीजेपी को खड़ा करने वाले येदियुरप्पा के साथ ईशरप्पा को भी क्रेडिट दिया जाता है लेकिन येदियुरप्पा फेस बने और ईश्वरप्पा सीनियर नेता बनकर रह गए. कांग्रेस आरोप लगाती है कि ईशरप्पा ही थे जिन पर 40 परसेंट कमीशन मांगने का आरोप लगाकर कॉन्ट्रैक्टर संतोष पाटिल ने खुदकुशी की थी. उसी खुदकुशी के बाद कांग्रेस ने 40 परसेंट सरकार का नारा ऐसा लगाया कि बीजेपी को हराकर चुनाव जीत गई.
ईश्वरप्पा कर्नाटक की बीजेपी सरकार में डिप्टी सीएम हुआ करते थे. कर्नाटक में बीजेपी को खड़ा करने वाले येदियुरप्पा के साथ ईशरप्पा को भी क्रेडिट दिया जाता है लेकिन येदियुरप्पा फेस बने और ईश्वरप्पा सीनियर नेता बनकर रह गए. कांग्रेस आरोप लगाती है कि ईशरप्पा ही थे जिन पर 40 परसेंट कमीशन मांगने का आरोप लगाकर कॉन्ट्रैक्टर संतोष पाटिल ने खुदकुशी की थी. उसी खुदकुशी के बाद कांग्रेस ने 40 परसेंट सरकार का नारा ऐसा लगाया कि बीजेपी को हराकर चुनाव जीत गई.
बीजेपी के मिशन 400 के रास्ते में दक्षिण के राज्य बड़ा रोड़ा बने हुए हैं. माना जा रहा है कि तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना में बीजेपी खाली हाथ रह सकती है. ओपिनियन पोल में केवल कर्नाटक से 2019 की तरह बंपर सीटें मिलने का अनुमान है लेकिन जो हो रहा है उससे माहौल कुछ और ही बन रहा है. साल भर पहले बीजेपी विधानसभा चुनाव कांग्रेस से हार चुकी है. टिकट बंटवारे से बीजेपी में भारी नाराजगी का माहौल बना है. जेडीएस से गठबंधन करने और तीन सीटें छोड़ने से भी नाराजगी बढी है. कर्नाटक की 28 सीटों के लिए 26 अप्रैल और 7 मई को वोट डाले जाएंगे.
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