बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा के बेटे ने थामा कांग्रेस का 'हाथ', दादा यशवंत लड़े थे पिछला राष्ट्रपति चुनाव
लोकसभा चुनाव के बीच बीजेपी के सांसद जयंत सिन्हा के बेटे आशीर सिन्हा ने कांग्रेस ज्वाइन कर ली है. आशीर के दादा यशवंत सिन्हा एनडीए की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं. उन्होंने द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ राष्ट्रपति का चुनाव भी लड़ा था.
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Loksabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव के बीच बीजेपी के सांसद जयंत सिन्हा के बेटे आशीर सिन्हा ने कांग्रेस ज्वाइन कर ली है. इसे बीजेपी के लिए एक झटके के तौर पर देखा जा रहा है. आशीर के दादा यशवंत सिन्हा एनडीए की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं. उन्होंने द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ राष्ट्रपति का चुनाव भी लड़ा था. लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले जयंत सिन्हा ने चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान भी किया था.
1998 के बाद पहली बार हजारीबाग से कोई सिन्हा नहीं लड़ेगा चुनाव
बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा इस बार सियासी मैदान में नहीं है. 1998 के बाद यह पहली बार है कि उनके परिवार का कोई सदस्य हजारीबाग से चुनाव लड़ता नहीं दिखाई देगा. इंडियन एक्प्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस के सूत्र का कहना है कि 'यही कारण है कि परिवार का एक सदस्य यशवंत सिन्हा के पारंपरिक वोट बैंक को खींचने के लिए कांग्रेस में शामिल हो गया है.'
चुनावी दायित्वों से मांगी थी मुक्ति!
2024 लोकसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान होने से ठीक पहले जयंत सिन्हा ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से चुनावी दायित्वों से मुक्त करने की अपील की थी. उन्होंने एक्स पर लिखा था, मैंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा जी से चुनावी दायित्वों से मुक्त करने की अपील की है ताकि मैं भारत और दुनिया में वैश्विक जलवायु परिवर्तन से निपटने के अपने प्रयास पर ध्यान दे पाऊं.
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2018 में यशवंत सिन्हा ने छोड़ी थी बीजेपी
बतां दे कि पिछला राष्ट्रपति चुनाव लड़ चुके यशवंत सिन्हा ने 2018 में बीजेपी छोड़ दी थी. वे बीजेपी की एनडीए की सरकार में विदेश मंत्री भी रह चुके हैं. वे लगातार मोदी सरकार के खिलाफ बयान देते रहे हैं. द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जयंत सिन्हा के बेटे आशीर सिन्हा झारखंड कांग्रेस का हिस्सा होंगे और उन्हें कोई भूमिका दी जाएगी. फिलहाल उन्हें क्या दिया जाएगा अभी तक ये तय नहीं हुआ है.
झारखंड में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में आशीर सिन्हा के कांग्रेस में शामिल होने से ये देखना दिलचस्प हो गया है कि कांग्रेस उन्हें क्या जिम्मेदारी देती है.
हजारीबाग में 20 मई को चुनाव
जयंत सिन्हा के चुनाव ना लड़ने के ऐलान के बाद बीजेपी ने इस सीट से सदर विधानसभा सीट के विधायक मनीष जायसवाल पर भरोसा जताया है. वहीं, कांग्रेस ने बीजेपी से आए जेपी पटेल को उम्मीदवार घोषित किया है.
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