PK ने लोकसभा चुनाव को लेकर बता दिया अपना आकलन, BJP के लिए इतनी सीटों का जताया अनुमान
इंडिया टुडे टीवी से एक्सक्लूसिव बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बीजेपी के लिए अपने दम पर 370 सीटें हासिल करना असंभव है और पार्टी को लगभग 300 सीटें मिलेंगी.
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Prashant Kishor: लोकसभा चुनाव के लिए पांच चरण के मतदान हो चुके हैं. छठे चरण के चुनाव 25 मई को होने वाले हैं. 4 जून को नतीजे आने हैं. केंद्र में बैठी बीजेपी इस बार के चुनाव को लेकर कह चुकी है कि वे 400 सीटें हासिल करने वाली है. वहीं विपक्ष में इंडिया ब्लॉक का कहना है कि 4 जून को उनकी सरकार बनने वाली है. इसी बीच जनसुराज के संयोजक प्रशांत किशोर का एक बयान सामने आया है जिसे सुनकर बीजेपी में खुशी और विपक्ष में निराशा हो सकती है. प्रशांत किशोर का कहना है कि बीजेपी फिर एक बार सरकार बनाने जा रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को लेकर न तो कोई खास संतोष है और न ही अन्य विकल्प की कोई मांग हो रही है.
बीजेपी के लिए 370 सीटें हासिल करना असंभव, मिलेंगी 300 सीटें- प्रशांत किशोर
इंडिया टुडे टीवी से एक्सक्लूसिव बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बीजेपी के लिए अपने दम पर 370 सीटें हासिल करना असंभव है और पार्टी को लगभग 300 सीटें मिलेंगी.
पीएम मोदी ने जब कहा था कि बीजेपी को 370 सीटें मिलेंगी और एनडीए 400 का आंकड़ा पार करेगा, मैंने कहा कि यह संभव नहीं है. यह सब कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए किया जा रहा है. बीजेपी के लिए 370 सीटें पाना नामुमकिन है, लेकिन ये भी तय है कि पार्टी 270 के आंकड़े को पार करेगी. प्रशांत किशोर ने कहा, 'मुझे लगता है कि बीजेपी पिछले लोकसभा चुनाव में जितनी संख्या हासिल कर पाई थी, यानी 303 सीटें या शायद उससे थोड़ी बेहतर, उतनी ही सीटें हासिल करने में कामयाब होगी'
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पूर्व और दक्षिण में बीजेपी की 15-20 सीटें- पीके
प्रशांत किशोर ने बताया कि उन्हें क्यों लगता है कि भाजपा को लोकसभा चुनाव में 300 सीटें मिलेंगी. पीके ने दावा किया कि बीजेपी को उत्तर और पश्चिम क्षेत्रों में कोई बड़ा नुकसान नहीं हो रहा है, जबकि दक्षिण और पूर्व में उसकी सीटों में बढ़ोतरी देखी जाएगी. चुनावी सलाहकार ने आगे कहा कि 'सबसे पहले देखिए कि 2019 के चुनाव में बीजेपी ने अपनी 303 सीटें कहां से हासिल कीं. उन 303 सीटों में से लगभग 250 सीटें उत्तर और पश्चिम क्षेत्र से आईं. मुख्य सवाल ये है कि क्या बीजेपी को इस बार सीटें हासिल करने वाले क्षेत्रों में नुकसान झेलना पड़ रहा है.
पूर्व और दक्षिण में बीजेपी के पास फिलहाल लोकसभा की करीब 50 सीटें हैं. इन क्षेत्रों में बीजेपी के वोट शेयर में काफी बढ़ोतरी मानी जा रही है. इसलिए पूर्व और दक्षिण में बीजेपी की सीट हिस्सेदारी 15-20 सीटों तक बढ़ने की उम्मीद है, जबकि उत्तर और पश्चिम में कोई महत्वपूर्ण नुकसान नहीं होगा'
सरकार कब हारती है पीके ने बताया
पीके ने कहा कि संख्या के खेल को छोड़कर, आइए विचार करें कि कोई सरकार कब हारती है. ऐसा तब होता है जब किसी पार्टी या उसके नेता के खिलाफ लोगों में काफी गुस्सा होता है. निश्चित रूप से एक बड़ा वर्ग है जो निराश महसूस कर रहा है. हालाँकि, हमने किसी भी पक्ष (सरकार या विपक्ष) के टिप्पणीकारों से नहीं सुना है कि प्रधानमंत्री के खिलाफ गुस्सा है.