सुब्रत रॉय नहीं रहे, अब बैंक में जमा सहारा ग्रुप के 25000 करोड़ रुपए का क्या होगा?
सहारा ने नियमों का उल्लंघन करके लोगों से सीधे पैसा जुटाया था. जोकि सेबी (Securities and Exchange Board of India) के नियमों के खिलाफ है. 2011 में सेबी ने सहारा की दो कंपनियों को 3 करोड़ लोगों से OFCD (Optionally Fully Convertible Bonds ) के जरिए जुटाए पैसे वापस करने को कहा.
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Subrat Roy Sahara: फाइनेंस, रियल इस्टेट, मीडिया और हॉस्पेटिलिटी सेक्टर में साम्राज्य फैलाने वाले सहारा इंडिया के संस्थापक सुब्रत रॉय का निधन हो गया. सहारा के निधन के बाद जहां पूरे देश में लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर निवेशकों की टेंशन बढ़ गई है. निवेशकों के मन में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. जैसे क्या अब निवेशकों का पैसा डूब जाएगा? अब सहारा में लगाए पैसे कैसे मिलेंगे? कौन जिम्मेदार होगा? बैंकों में सहारा के जो 25 हजार करोड़ रुपये जमा हैं उनका क्या होगा?
देश के करोड़ों निवेशकों ने सहारा की कॉरपोरेटिव सोसाईटीज में अपनी गाढ़ी कमाई लगाई थी. सहारा पर आरोप हैं कि उसने लोगों से अपनी पोंजी स्कीम्स में पैसा लगवाया था. लोगों ने सहारा की समितियों सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड लखनऊ, सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपरपज सोसाइटी लिमिटेड भोपाल, हुमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड कोलकाता, स्टार्स मल्टीपरपज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड हैदराबाद में पैसा लगाया. पिछले दिनों लंबे समय बाद उन्हें इन समितियों के जरिए ही पैसा वापस मिलने की उम्मीद जगी थी.
बैंकों में सहारा की जमा राशि 25 हजार करोड़ रुपये से अधिक
सहारा ने नियमों का उल्लंघन करके लोगों से सीधे पैसा जुटाया था. जोकि सेबी (Securities and Exchange Board of India) के नियमों के खिलाफ है.
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2011 में सेबी ने सहारा की दो कंपनियों को 3 करोड़ लोगों से OFCD (Optionally Fully Convertible Bonds ) के जरिए जुटाए पैसे वापस करने को कहा. जब बात नहीं बनी तो सेबी सुप्रीम कोर्ट चला गया. लंबी कानूनी लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने 31 अगस्त 2012 को सेबी के दावे को बरकरार रखा. सहारा को 15 फीसदी ब्याज के साथ लगभग 3 करोड़ निवेशकों को पैसा वापस करने के लिए कहा.
सेबी ने 24 हजार करोड़ रुपए जमा करने के लिए कहा. सहारा ने 15 हजार करोड़ की रकम सेबी के पास जमा की.
नए वित्तीय वर्ष में सेबी ने जानकारी दी थी कि 31 मार्च 2023 तक राष्ट्रीय बैंकों में सहारा की कुल जमा राशि की कीमत 25,163 करोड़ रुपए हो चुकी है. सेबी 11 सालों में केवल 138 करोड़ रुपए ही वापस कर सका है. सेबी का कहना रहा था कि सहारा समितियों में पैसा वापस लेने के लिए लोग सामने ही नहीं आ रहे हैं.
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सहारा से पैसे वापस लेने के लिए बना है पोर्टल
अमित शाह जब सहकारी मंत्री बने तो सरकार ने सहारा ग्रुप में लोगों के फंसे पैसों को वापिस दिलाने के लिए केंद्रीय पंजीयक – सहारा रिफंड पोर्टल बनाया था. करीब 18 लाख लोगों ने अपने पैसे वापस लेने के लिए इसपर आवेदन किया है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक सरकार को नौ महीनों के भीतर करीब 10 करोड़ निवेशकों को उनका पैसा लौटाना है.
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सुब्रत रॉय के निधन के बाद गुरुवार को सेबी की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच ने कहा है कि यह मामला एक एंटिटी से जुड़ा है. उन्होंने कहा भले ही सुब्रत रॉय का निधन हो गया हो, लोगों को उनका पैसा मिलता रहेगा.
अब देखना है कि कब तक यह प्रक्रिया पूरी होगी और लोगों की गाढ़ी कमाई उन्हें कब मिलेगी.
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