नीतीश कुमार की चर्चित बैठक में क्या-क्या हुआ, मोदी सरकार से ये कौन-कौन सी मांग कर दी?
JDU के अंदरूनी सूत्रों ने खुलासा किया कि पार्टी ने केंद्र सरकार से बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा मांगने का संकल्प लिया है. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग पिछले काफी लंबे समय से चली आ रही है.
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Nitish Kumar: जनता दल (यूनाइटेड) ने शनिवार को दिल्ली में अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की. सूत्रों के हवाले से खबर है कि बैठक में पार्टी के सुप्रीमो और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के लिए विशेष श्रेणी का दर्जा देने पर जोर देने का संकल्प लिया. बिहार के लिए विशेष श्रेणी के दर्जे की मांग इस समय काफी जरूरी है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भाजपा केंद्र में बने रहने के लिए कुमार की जद (यू) के समर्थन पर निर्भर है, जिसके पास नवनिर्वाचित लोकसभा में 12 सीटें हैं.
नीतीश कुमार द्वारा कार्यक्रम की अध्यक्षता करने के साथ बैठक में मुख्य फैसले और मांगें सामने आईं. बैठक में केंद्रीय मंत्रियों और जद (यू) नेताओं सहित सभी पार्टी सांसदों ने भाग लिया. बैठक में एक अहम ये फैसला भी लिया गया कि पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय झा जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष होंगे.
बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग
JDU के अंदरूनी सूत्रों ने खुलासा किया कि पार्टी ने केंद्र सरकार से बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा मांगने का संकल्प लिया है. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग पिछले काफी लंबे समय से चली आ रही है. बैठक के दौरान पेश किए गए राजनीतिक प्रस्ताव में यह मांग दोहराई गई. कहा जा रहा है कि राज्य के लिए विशेष वित्तीय पैकेज की भी मांग की जा सकती है. यह पिछले साल बिहार कैबिनेट द्वारा राज्य के लिए विशेष दर्जे की मांग का प्रस्ताव पारित करने के बाद आया है.
लंबे समय से है मांग
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित बिहार के राजनेता लंबे समय से राज्य के आर्थिक पिछड़ेपन का हवाला देते हुए विशेष श्रेणी का दर्जा देने की वकालत करते रहे हैं. यह दर्जा हासिल करने से केंद्र से मिलने वाले राजस्व कर में राज्य की हिस्सेदारी बढ़ जाएगी. इसके अलावा, जद (यू) ने मांग की है कि पटना उच्च न्यायालय द्वारा बिहार सरकार के फैसले को खारिज करने के बावजूद, केंद्र सरकार अन्य पिछड़ा वर्ग, अत्यंत पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए बढ़े हुए आरक्षण को नौवीं अनुसूची में शामिल करे. राज्य के पहले जाति सर्वेक्षण के आधार पर पिछड़े वर्गों को 65 प्रतिशत कोटा दें.
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नेतृत्व और विधानसभा चुनाव
राष्ट्रीय कार्यकारिणी में मौजूद सभी नेताओं ने नीतीश कुमार के नेतृत्व पर पूरा भरोसा जताया और उनके नेतृत्व में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है. बिहार में अगले साल अक्टूबर 2025 में विधान सभा चुनाव होने की उम्मीद है. इसके अलावा पार्टी 2024 के झारखंड चुनावों में उम्मीदवार उतारने की योजना बना रही है और मजबूती से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है.
कार्यकारिणी ने केंद्र और राज्य सरकारों के मंत्रियों को कार्यकर्ताओं के साथ संवाद बनाए रखने की आवश्यकता पर भी जोर दिया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनके कार्यक्रमों की जानकारी बूथ स्तर तक पहुंचे. राजनीतिक प्रस्ताव में हालिया लोकसभा चुनाव में पार्टी की जीत के लिए नीतीश कुमार को बधाई दी गई. बैठक में लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की जीत के लिए पीएम मोदी को बधाई भी दी गई.