बीजेपी ने परिवर्तन यात्रा के लिए खास प्लान! जयपुर में मोदी की बड़ी जनसभा की तैयारी
Modi public meeting in Jaipur: चुनावी साल में सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस (congress) को घेरने के लिए बीजेपी (bjp) कोई मौका नहीं छोड़ना चाह रही. वहीं, पार्टी की परिवर्तन यात्रा (parivartan yatra) प्रदेश के कई हिस्सों से गुजरती हुई अब पूरी होने वाली है. बीजेपी की यह यात्रा जयपुर, अलवर, कोटा और जोधपुर में समाप्त होगी. […]
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Modi public meeting in Jaipur: चुनावी साल में सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस (congress) को घेरने के लिए बीजेपी (bjp) कोई मौका नहीं छोड़ना चाह रही. वहीं, पार्टी की परिवर्तन यात्रा (parivartan yatra) प्रदेश के कई हिस्सों से गुजरती हुई अब पूरी होने वाली है. बीजेपी की यह यात्रा जयपुर, अलवर, कोटा और जोधपुर में समाप्त होगी. 2 से 5 सितंबर के बीच चार चरणों में शुरू हुई यात्रा का समापन 19 से 22 सितंबर के बीच होगा. चारों यात्राओं का एक मुख्य कार्यक्रम 25 सितंबर को जयपुर में होगा. इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा भी होगी. इस सभा को लेकर पार्टी ने लाखों की भीड़ जुटाने का लक्ष्य लिया है.
दरअसल, जयपुर के टोंक रोड़ क्षेत्र के बलवा के पास 200 एकड़ जगह को मोदी की सभा के लिए चिन्हित किया गया है. पार्टी के गेम प्लान की बात करें तो भीड़ जुटाने के लिए बूथ स्तर से लेकर विधानसभा चुनाव में टिकट मांग रहे लोगों को भीड़ लाने के लिए कहा गया है.
प्रस्तावित कार्यक्रम के मुताबिक मोदी जयपुर में कार्यक्रम से पहले पं. दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे. उसके बाद सीधे सभा स्थल जाएंगे और कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे. परिवर्तन यात्रा के दौरान प्रदेश ही नहीं बल्कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और गुजरात सभी राज्यों से बीजेपी के प्रमुख नेताओं को जिम्मा दिया गया है.
गौरतलब है कि पहली यात्रा 2 सितंबर को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सवाई माधोपुर में त्रिनेत्र मंदिर से शुरू की थी. दूसरी यात्रा 3 सितंबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आदिवासी बाहुल्य बेणेश्वर धाम (डूंगरपुर) से शुरू की थी. जिसके बाद तीसरी यात्रा को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जैसलमेर के रामदेवरा और चौथी यात्रा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हनुमानगढ़ जिले के गोगामेड़ी मंदिर से यात्रा को हरी झंडी दिखाई.
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कमजोर सीट साधने के प्रयास
इस पूरी यात्रा के पीछे खास मकसद यह है कि पार्टी कमजोर सीटों का साधना चाहती है. ताकि चुनाव में बहुमत की राह आसान हो जाए. मेवाड़ और वागड़ के अलावा मारवाड़ और शेखावटी की भी ऐसी ही सीट पर फोकस है, जहां पार्टी का परिणाम पिछले चुनावों में अच्छा नहीं रहा. ऐसे में परिवर्तन यात्राओं के दौरान बीजेपी के नेता केंद्र सरकार की 9 साल की उपलब्धियां को गिना रहे हैं. साथ ही कांग्रेस के खिलाफ जहर उगल रहे हैं.