जयपुर: सुहागरात से ठीक पहले दुल्हन का राज खुला, गांव वालोंं की वजह से दूल्हे के साथ बुरा होते-होते बचा
Jaipur: मामला किशनगढ़ रेनवाल के भादवा गांव का है. अजय कुमार नाम के युवक ने ग्वालियर की एक लड़की से दिल्ली में शादी रचाई थी. इस शादी के लिए अजय ने बिचौलियों को 1.90 लाख रुपये का भुगतान किया था.
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राजस्थान के जयपुर जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक नई-नवेली दुल्हन अपनी सुहागरात की रात ही ससुराल से फरार होने की योजना बना रही थी. यह दुल्हन कोई और नहीं, बल्कि एक लुटेरी थी, जो अपने गिरोह के साथ मिलकर शादी के नाम पर ठगी का धंधा चला रही थी. ग्रामीणों की सतर्कता ने इस साजिश का पर्दाफाश कर दिया और गिरोह के सदस्यों को कड़ा सबक सिखाया.
शादी के बाद खुला ठगी का राज
मामला किशनगढ़ रेनवाल के भादवा गांव का है. अजय कुमार नाम के युवक ने ग्वालियर की एक लड़की से दिल्ली में शादी रचाई थी. इस शादी के लिए अजय ने बिचौलियों को 1.90 लाख रुपये का भुगतान किया था. शादी की सभी रस्में पूरी होने के बाद दूल्हा-दुल्हन गांव पहुंचे. लेकिन सुहागरात की रात दुल्हन ने अपना असली चेहरा दिखा दिया. वह ससुराल से भागने की फिराक में थी.
गिरोह के साथ थी साजिश
जानकारी के मुताबिक, दुल्हन के गांव पहुंचने के बाद दो गाड़ियों में सवार कुछ संदिग्ध लोग भी भादवा पहुंचे. ये लोग दुल्हन को भगाने की योजना बना रहे थे. ग्रामीणों को इन संदिग्ध गतिविधियों की भनक लगी तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई की. गांव वालों ने गाड़ियों की घेराबंदी कर तीन युवकों को पकड़ लिया, जो दुल्हन के साथी निकले. ये युवक शादी के नाम पर ठगी करने वाले एक संगठित गिरोह का हिस्सा थे. ग्रामीणों ने गुस्से में आकर इन युवकों की पिटाई की और एक को पेड़ से बांध दिया. साथ ही उनकी गाड़ियों को भी तोड़ दिया.
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पुलिस ने संभाला मोर्चा
घटना की सूचना मिलते ही रेनवाल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया. पुलिस ने गिरोह के कुछ सदस्यों को हिरासत में लिया, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं हुई है. ग्रामीणों का कहना है कि यह गिरोह भोले-भाले युवकों को शादी का झांसा देकर ठगता है. लेकिन सामाजिक लज्जा के डर से लोग पुलिस में शिकायत दर्ज करने से कतराते हैं, जिससे गिरोह के हौसले बुलंद हैं.
ठगी का नया तरीका
यह मामला शादी के नाम पर ठगी के एक बड़े रैकेट की ओर इशारा करता है. ग्रामीणों का मानना है कि यह गिरोह सुनियोजित तरीके से काम करता है. पहले बिचौलियों के जरिए युवकों को शादी का लालच दिया जाता है, फिर शादी के बाद दुल्हन को भगा लिया जाता है. इस तरह गिरोह बार-बार नए शिकार तलाशता रहता है.