कोटा में सुसाइड के मामले के बाद कैबिनेट मंत्री महेश जोशी का ऐसा बयान, बढ़ सकती है कोचिंग की मुश्किलें
Coaching centre should be banned: शिक्षा नगरी कोटा (kota) अब सुसाइड फैक्ट्री बन गया है, इस साल जिस तरीके से एक के बाद एक सुसाइड (suicide) हो रहे है, इससे अनेकों माता-पिता के अलावा प्रदेश के सीएम भी चिंतित है. वहीं, अब गहलोत (gehlot) सरकार में कैबिनेट मंत्री ने कोचिंग-व्यवस्था पर ही रोक लगाने की […]
ADVERTISEMENT

Coaching centre should be banned: शिक्षा नगरी कोटा (kota) अब सुसाइड फैक्ट्री बन गया है, इस साल जिस तरीके से एक के बाद एक सुसाइड (suicide) हो रहे है, इससे अनेकों माता-पिता के अलावा प्रदेश के सीएम भी चिंतित है. वहीं, अब गहलोत (gehlot) सरकार में कैबिनेट मंत्री ने कोचिंग-व्यवस्था पर ही रोक लगाने की बात कही दी. साथ ही उन्होंने कहा कि इसके लिए केंद्र सरकार को नीति लानी चाहिए.
इंडिया टुडे से खास बातचीत में कैबिनेट मंत्री डॉ. महेश जोशी ने इस बारे में राय जाहिर की. कोटा में बढ़ते आत्महत्या के मामले के सवाल पर जवाब दिया कि देश में कोचिंग व्यवस्था पर रोक लगनी चाहिए. साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोचिंग व्यवस्था पर रोक लगाने की नीति लानी चाहिए.
वहीं, कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कोचिंग संस्थान को चेतावनी भरे लहजे में संदेश देने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि छात्रों की आत्महत्या के मामलों में कोचिंग संस्थानों पर कड़ी कार्रवाई की जाए.
गौरतलब है कि रविवार को एक बार भी सुसाइड का मामला सामने आया है. जहां एक ही दिन में दो कोचिंग स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया. इसमें छात्र अविष्कार (18) का आज ही टेस्ट था और टेस्ट देने के बाद अविष्कार ने अपने ही कोचिंग संस्थान के छठे फ्लोर की रेलिंग से नीचे छलांग लगा दी. जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. वहीं दूसरे छात्र का नाम आदर्श है, जो कि बिहार का निवासी था. आदर्श ने आज ही टेस्ट दिया था और नंबर कम आने के डर से अपने ही कमरे में पंखे से लटक कर मौत को गले लगा लिया.