क्या 6 फरवरी को अडाणी के खिलाफ सड़क पर उतरेगी कांग्रेस, जानें क्या है इसके पीछे का पूरा खेल

शरत कुमार

Sharat Kumar Show: अभी तो इश्क की शुरुआत है, रोता है क्या? आगे-आगे देखिए होता है क्या? राजस्थान में जब लगने लगता है कि मामला सुलझ गया है, मामला उलझने लगता है. खैर, राजनीति का रक्त चरित्र भी यही होता है. राजस्थान की सियासत पर बात करेंगे मगर, उस सियासत पर बात कर लेते हैं […]

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Sharat Kumar Show: अभी तो इश्क की शुरुआत है, रोता है क्या? आगे-आगे देखिए होता है क्या? राजस्थान में जब लगने लगता है कि मामला सुलझ गया है, मामला उलझने लगता है. खैर, राजनीति का रक्त चरित्र भी यही होता है. राजस्थान की सियासत पर बात करेंगे मगर, उस सियासत पर बात कर लेते हैं जिसे लेकर राजनीति के बाबा किरोड़ीलाल मीणा पिछले कई दिनों से धरने पर बैठे हुए थे. आज क्या हुआ? सरकार झुकी और धरना स्थगित हुआ है. धरना खत्म नहीं हुआ है क्योंकि किरोड़ीलाल मीणा को भी मोहलत चाहिए थी प्रधानमंत्री मोदी उनकी कर्मभूमि पधार रहे हैं. इसलिए वार्ता हुई.

वार्ता में राजस्थान सरकार की तरफ से मंत्री राजेंद्र यादव शामिल हुए और पुलिस अधिकारी आनंद श्रीवास्तव भी शामिल हुए. हालांकि वो इसलिए शामिल हुए थे कि किरोड़ीलाल मीणा का कोई भरोसा नहीं, किस गली से निकले और किस गली में मिले. इसलिए बाबा को घेरने की रणनीति के तहत पुलिस भी थी. मगर 7 दिन का अल्टीमेटम डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने दिया है. और राजेंद्र यादव ने कहा है कि हम 7 दिन के अंदर कार्रवाई करके दिखाएंगे और इसमें पेपर लीक के अलावा एसओजी की जांच भी है. सुरेश ढाका और भूपेंद्र सारण को पकड़ने का वादा भी है. वादा है वादे का क्या? वादे पर ही तो पूरा राजस्थान मारा गया है.

अब पता नहीं इसमें कितनी सफलता मिलेगी, कितनी नहीं. मगर इस पर भी बात बनी है कि एसओजी जो पूरे मामले की जांच कर रही थी उसकी भी जांच होगी. और ये जो लोग बैठे हुए थे उनमें बहुत सारे सीएचए वाले भी थे. उनके लिए भी बात हुई है. सरकार सीएचए के मुद्दे पर भी डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के सामने अपना पक्ष रखेगी. कंप्यूटर अनुदेशक भर्ती को लेकर जो आंदोलन कर रहे थे उस भर्ती में भी अब सरकार अपना पक्ष रखेगी.

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सरकार ने आश्वासन दिया है तो भरोसा करना चाहिए. और सरकार दिल्ली जा रही है. सरकार दिल्ली क्यों जा रही है. बहुत लोग कह रहे हैं कि इसकी बहुत सारी वजहें हैं. कुछ कागज भी हम आपको दिखाएंगे कि किस तरह से अडानी को जमीनों का आवंटन हुआ है. अब दिल्ली जाने को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. कुछ लोग कह रहे हैं कि राहुल गांधी से मिलने जा रहे हैं क्योंकि राहुल गांधी नाराज हैं. कुछ लोग कह रहे हैं बीकानेर हाउस में कोई पार्क बना है उसका उद्घाटन करने जा रहे हैं. हालांकि ये तर्क गले के नीचे उतरता नहीं है. इसलिए कहा जा रहा है कि अडानी को जमीनों का जो आवंटन हुआ है और कैबिनेट की बैठक में हुआ है.

ऐसे ही मैं एक दिन कैबिनेट की बैठकों को देख रहा था. तो उसमें एजेंडे में दिखा, अडाणी ग्रीन एनर्जी को जमीनों का आवंटन. अब मैं सोच रहा हूं कि ये जो 6 फरवरी को कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन है ये किसके खिलाफ होगा. अडाणी के खिलाफ होगा या फिर राजस्थान सरकार के उन मंत्रियों के आवास के बाहर होगा जो उस बैठक में जमीनों के आवंटन के समय शामिल थे. यहां देखिए ये पूरा पॉलिटिकल शो

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