मानसून में भारत के इन जगहों पर घूमने से करें परहेज, मिलेगा खराब अनुभव
क्या आपको पता है कुछ जगहें ऐसी भी होती हैं जहाँ मानसून सीजन में जाना खतरे से खाली नहीं होता. तो चलिए आज हम उन जगहों के बारे में बात करेंगे जहां...
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मानसून का मौसम आते ही घूमने का मन होता है, ज्यादातर लोग पहाड़ी इलाकों की तलाश में होते हैं जहां वे मानसून सीजन का भरपूर फायदा उठा सके, लेकिन क्या आपको पता है कुछ जगहें ऐसी भी होती हैं जहाँ जाना इस मौसम में खतरे से खाली नहीं होता. तो चलिए आज हम उन जगहों के बारे में बात करेंगे जहां मानसून के सीजन में नहीं जाना बेहतर होगा.
उत्तराखंड जाने से बचें
मानसून का मौसम (जून-सितंबर) उत्तराखंड में भारी बारिश और भूस्खलन का कारण बनता है. बता दें, भारी बारिश से सड़कें बंद हो जाती हैं और बाढ़ आ जाती है. मानसून के दौरान उत्तराखंड में भारी बारिश होती है, जिससे भूस्खलन और बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है. 2013 में, उत्तराखंड में एक भयानक बाढ़ आई थी जिसमें हजारों लोग मारे गए थे. मानसून के दौरान उत्तराखंड में ट्रेकिंग ट्रेल्स फिसलन भरे और खतरनाक हो जाते हैं. बारिश के कारण रास्ता ढूंढना भी मुश्किल हो सकता है. इसलिए कोशिश करें की मानसून के दौरान उत्तराखंड की यात्रा पर न जाएं.
हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश, अपनी प्राकृतिक सुंदरता, बर्फ से ढके पहाड़ों और रोमांचक अनुभवों के लिए जाना जाता है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि मानसून के दौरान हिमाचल घूमने जाना खतरनाक हो सकता है. मानसून के दौरान हिमाचल में कई पर्यटन स्थल बंद हो जाते हैं. मानसून के दौरान हिमाचल में मौसम खराब रहता है. बारिश, धुंध और कम दृश्यता से दर्शनीय स्थलों की यात्रा करना मुश्किल हो जाता है. मानसून सीजन में यहां जाना मतलब मौत को दावत देने के बराबर है.
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केरल
केरल भारत में सबसे ज्यादा बारिश वाला राज्य है. मानसून के दौरान यहां भारी बारिश होती है, जिससे बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है. भारी बारिश के कारण केरल में कई जलमार्ग बंद हो जाते हैं. इससे हाउसबोट और नाव यात्रा करना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में अगर आप इस समय केरल घूमने निकलते हैं तो ये आपके लिए खतरा हो सकता है. इसलिए जब भी केरल घूमने की प्लानिंग करें तो सितंबर से मार्च के बीच में ही करें. इस दौरान आपको केरल को एक्स्प्लोर करने का बढ़िया मौका मिल सकता है.
ऋषिकेश
ऋषिकेश, "योग नगरी" और "एडवेंचर कैपिटल" के नाम से जाना जाने वाला शहर, साल भर पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है. लेकिन बरसात के मौसम में ऋषिकेश जाना खतरे से कम नहीं है. मानसून के दौरान गंगा नदी में जलस्तर काफी बढ़ जाता है. इससे रिवर राफ्टिंग, बंजी जंपिंग और अन्य वाटर स्पोर्ट्स जैसी गतिविधियां खतरनाक हो जाती हैं. हो सके तो इस मौसम में आप ऋषिकेश जाने से बचें. हालाँकि ऋषिकेश जाने का सही समय जनवरी-मार्च और अगस्त-अक्टूबर है. इन दिनों आप यहां जाने की प्लानिंग कर सकते हैं. मई-जून में ऋषिकेश का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से अधिक चला जाता है.
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