'चैलेंज लिया और ढूंढकर...', यूपी STF चीफ अमिताभ यश ने बताई दिशा पाटनी के घर फायरिंग करने वाले बदमाशों की कहानी!

अरविंद ओझा

अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर के बाहर फायरिंग करने वाले दो अपराधी गाजियाबाद में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए. ये बदमाश गोल्डी बराड़ गैंग के सदस्य थे. मुठभेड़ में चार पुलिसकर्मी भी घायल हुए. STF चीफ अमिताभ यश ने बताया कि यह कार्रवाई अपराध के प्रति सरकार की "जीरो टॉलरेंस" नीति का हिस्सा है.

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UP STF Chief Amitabh Yash
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बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के बरेली स्थित घर के बाहर फायरिंग करने वाले दो अपराधियों को गाजियाबाद के ट्रोनिका सिटी इलाके में पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है. यह कार्रवाई दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और उत्तर प्रदेश व हरियाणा STF की एक संयुक्त टीम ने मिलकर की. इस एनकाउंटर में चार पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं.

उत्तर प्रदेश STF के प्रमुख और एडीजी (कानून-व्यवस्था) अमिताभ यश ने बताया कि दिशा पाटनी के घर हुई इस घटना की जिम्मेदारी गैंगस्टर गोल्डी बराड़ गैंग ने ली थी. उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस घटना को एक चुनौती के रूप में लिया. क्योंकि लंबे समय बाद कोई संगठित गिरोह इस तरह से सक्रिय हुआ था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की "अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस" नीति के तहत तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे.

कैसे हुआ एनकाउंटर

STF के ASP राजकुमार मिश्रा ने एनकाउंटर के जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली, हरियाणा और यूपी की पुलिस लगातार आरोपियों का पीछा कर रही थी और उनकी ट्रैकिंग की जा रही थी. सीसीटीवी फुटेज, इंटेलिजेंस इनपुट और उनके पुराने रिकॉर्ड की बारीकी से जांच के बाद एजेंसियों को जानकारी मिली कि गोलीबारी करने वाले दोनों बदमाश हरियाणा के सोनीपत और रोहतक के रहने वाले थे.

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पुलिस को इनपुट मिला था कि रोहतक के रविंद्र उर्फ कल्लू और सोनीपत के अरुण बरेली के पास पहुंचने वाले हैं. इसके बाद पुलिस ने जाल बिछाकर उन्हें पकड़ने की कोशिश की. जैसे ही पुलिस ने उन्हें रोका, दोनों अपराधियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में एसटीएफ ने भी गोली चलाई, जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

STF चीफ अमिताभ यश ने क्या बताया 

अमिताभ यश के अनुसार, मारे गए बदमाशों की पहचान हरियाणा के रोहतक निवासी रविंद्र और सोनीपत निवासी अरुण के रूप में हुई है. उन्होंने बताया कि ये दोनों शूटर सीधे तौर पर कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ और पुर्तगाल में मौजूद रोहित गोदारा से जुड़े हुए थे. एनकाउंटर स्थल से विदेशी हथियार जैसे 'जिगाना' और 'ग्लॉक पिस्टल' के साथ बड़ी संख्या में कारतूस भी बरामद हुए हैं. अधिकारियों ने बताया कि इन बदमाशों में से एक का आपराधिक इतिहास काफी पुराना था और वह पहले भी हरियाणा में एक पुलिसकर्मी को गोली मार चुका था.

पुलिसकर्मी घायल खतरे से बाहर

इस एनकाउंटर के दौरान दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के सब-इंस्पेक्टर रोहित और हेड कांस्टेबल कैलाश के साथ ही यूपी STF के जवान अंकुर और जय घायल हो गए. इन सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत स्थिर है.

यह माना जा रहा है कि 12 सितंबर को बरेली में हुई फायरिंग की घटना का मकसद रंगदारी वसूलना था. इस एनकाउंटर के बाद, अमिताभ यश ने उम्मीद जताई है कि अब कोई भी गैंग उत्तर प्रदेश में ऐसी आपराधिक गतिविधियां करने या पुलिस को चुनौती देने की हिम्मत नहीं करेगा.

देखिए वीडियो

 

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