रामभद्राचार्य पर नगीना सांसद चंद्रशेखर ने दिया आपत्तिजनक बयान, जानें पूरा मामला

कृष्ण गोपाल राज

Chandrashekhar Azad statement: बरेली में प्रबुद्ध सम्मेलन के दौरान भीम आर्मी प्रमुख और नगीना सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने रामभद्राचार्य पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। जानें पूरा विवाद.

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रामभद्राचार्य पर भड़के चंद्रशेखर आजाद
रामभद्राचार्य पर भड़के चंद्रशेखर आजाद
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उत्तर प्रदेश के बरेली से एक बड़ी खबर सामने आई है. भीम आर्मी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने बरेली में प्रबुद्ध सम्मेलन का संबोधित किया. इस दौरान चंद्रशेखर आजाद ने रामभद्राचार्य पर जमकर निशान साधा. उन्होंने मंच से रामभद्राचार्य का बगैर नाम लिए आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि, इन्होंने पूर्व जन्म में ना जाने कितने पाप किए होंगे और उसी का दंड मिल रहा है कि उनकी दोनों आंखें नहीं है. साथ ही उन्होंने कई मुद्दों पर उन्हें घेरा और भाजपा पर भी तंज कसा. आइए विस्तार से जानते है पूरा विवाद.

चंद्रशेखर ने साधा निशाना

भीम आर्मी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने बरेली में कहा कि, मेरठ में संत की कथा चल रही थी. यहां पर एक व्यक्ति ने संत बनकर कथा की, वह खुद को संत बताता है और कहता है की बचपन से उसकी आंखें नहीं है. सनातन धर्म के हिसाब से इन्होंने पूर्व जन्म में ना जाने कितने पाप किए होंगे और उसी का दंड मिल रहा है कि उनकी दोनों आंखें नहीं है. चंद्रशेखर ने आगे कहा कि, उस अपराधी से जनता ज्ञान ले रही है. 

मिनी पाकिस्तान वाले बयान पर भड़के चंद्रशेखर

मेरठ में 8 से 14 सितंबर तक रामभद्राचार्य की कथा का आयोजन किया गया था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आकर मिनी पाकिस्तान जैसा महसूस होता है. इसी पर चंद्रशेखर ने कहा कि मेरठ की धरती क्रांतिकारियों की धरती है. चंद्रशेखर यहीं नहीं रुके, भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि, भाजपा सरकार सिर्फ हिंदू मुस्लिम का मुद्दा लेकर चल रही है. गरीब लोगों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है. उत्तराखंड में मदरसा बोर्ड खत्म कर दिया गया, दलित के साथ भेदभाव किया जा रहा है आगे बढ़ने नहीं दिया जा रहा है. 

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नेपाल जैसा आक्रोश, यूपी में भी असंतोष

भीम आर्मी प्रमुख ने आगे कहा कि नेपाल में जिस तरह जनता में आक्रोश दिखाई दे रहा है, वैसा ही आक्रोश उत्तर प्रदेश की जनता के भीतर भी पनप रहा है. लोग व्यवस्था से परेशान हैं लेकिन सरकार उनकी आवाज दबाने में लगी है.

धर्म व राजनीति में उलझी सरकार

चंद्रशेखर ने आरोप लगाया कि सरकार के सभी कामों में धर्म और राजनीति हावी है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद यूपी को रामराज्य बताते हैं, लेकिन उन्हीं के नजदीकी रामभद्राचार्य मंच से यूपी को पाकिस्तान कह देते हैं. इस पर चंद्रशेखर ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि रामभद्राचार्य जैसे लोग संत नहीं बल्कि पाखंडी हैं.

किसान और पशुओं पर कहीं बात

चंद्रशेखर ने कहा कि किसान प्रदेश सरकार के लिए कोई सवाल ही नहीं हैं. उन्हें खाद नहीं मिल रही और ऊपर से आवारा जानवर उनकी फसलें बर्बाद कर रहे हैं. किसान दोहरी मार झेल रहे हैं, मगर सरकार सिर्फ चुनावी मुद्दों और धर्म की राजनीति में उलझी है.

हम सिर्फ दलितों की नहीं, सबकी लड़ाई लड़ रहे हैं

भीम आर्मी प्रमुख ने साफ किया कि उनकी राजनीति सिर्फ दलितों तक सीमित नहीं है. उन्होंने कहा कि वे किसान, अल्पसंख्यक, शिक्षक, व्यापारी और समाज के कमजोर तबकों की आवाज उठा रहे हैं. संविधान पर खतरे कई मायनों में मंडरा रहे हैं और हम सबकी लड़ाई संविधान को बचाने की है.

रामभद्राचार्य ने क्या दिया था बयान?

रामभद्राचार्य ने मेरठ में रामकथा के चौथे दिन कहा कि आज हिंदुओं पर बहुत संकट है और उन्हें अपने ही देश में न्याय नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश को 'मिनी पाकिस्तान' बताते हुए कहा कि हिंदू यहां मुखर नहीं हो पा रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि अब हमें ऐसा नहीं होने देना है, इसके लिए हर घर में हिंदू धर्म की पाठशाला बनानी होगी.

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