नीतू से नसरीन बनी महिला को पत्नी की तरह रखता था छांगुर बाबा, पर्दे के पीछे से ऐसे चल रहा था करोड़ों का धर्मांतरण नेटवर्क

न्यूज तक

Chhangur Baba Balrampur: तमिलनाडु से मुंबई, फिर दुबई होते हुए उत्तर प्रदेश तक फैले धर्मांतरण रैकेट की कड़ियां एक-एक कर खुलने लगी हैं. छांगुर बाबा की सबसे करीबी सहयोगी नसरीन न सिर्फ उसकी राजदार बनी, बल्कि करोड़ों रुपये की विदेशी फंडिंग, फर्जी संपत्तियों और बैंक खातों के जरिए पूरे नेटवर्क को संचालित करने में अहम भूमिका निभाती रही.

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Jamaluddin Changur Baba news
नीतू वोहरा को बनाया नसरीन. (तस्वीर: इंडिया टुडे)
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Chhangur Baba Balrampur: बाबा छांगुर उर्फ जमालुद्दीन पर उत्तर प्रदेश ATS की कार्रवाई के बाद से उसके अवैध धर्मांतरण रैकेट से जुड़े एक-एक राज सामने आ रहे हैं. इस पूरे नेटवर्क में एक नाम सामने आया था. ये नाम था नीतू नवीन वोहरा उर्फ नसरीन का. बताया जा रहा है कि एक समय ये महिला मानसिक परेशानी और प्रेग्नेंसी की समस्या से जूझ रही थी. लेकिन फिर बाबा छांगुर के संपर्क में आई और उसकी सबसे करीबी बन गई. यही नहीं, उसने न सिर्फ अपना धर्म बदला, बल्कि पति और बेटी के साथ पूरे परिवार को बाबा के साथ जोड़ दिया. तमिलनाडु की नीतू ने मुंबई में बाबा से मांगी मदद

जानकारी के अनुसार नीतू नवीन वोहरा मूल रूप से तमिलनाडु की रहने वाली है. लेकिन वो  मुंबई में अपने पति के साथ रह रही थी. वहीं उसकी मुलाकात बाबा छांगुर उर्फ जमालुद्दीन से हुई. नीतू ने बाबा को बताया कि उसे मानसिक तनाव और गर्भधारण से जुड़ी समस्याएं हैं. बाबा ने उसे दवाइयां और एक अंगूठी दी. इसके बाद उसे फायदा महसूस होने लगा. ऐसे में उसका झुकाव बाबा की ओर बढ़ गया.

बाबा की मुरीद बनी नीतू

इलाज और सलाह से प्रभावित होकर नीतू बाबा की भक्त बन गई. इसके बाद से वो लगातार बाबा से मिलने लगी और उसकी जीवनशैली में घुलती चली गई. कुछ समय बाद बाबा ने नीतू और उसके पति नवीन का धर्म परिवर्तन करवा दिया. धर्म बदलने के बाद नसरीन और जमालुद्दीन बाबा के सबसे भरोसेमंद बन गए.

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 बाबा नसरीन मानता था अपनी पत्नी

बावा को दोनों पर इतना विश्वास था कि उसने बलरामपुर में की आलीशान कोठी नसरीन ही कर दी थी. बताया जाता है कि बाबा की गाड़ी में नवीन ड्राइव करता था. जबकि पीछे की सीट पर बाबा और नसरीन बैठते थे. जानकारी के अनुसार, इस नेटवर्क को बाबा, उसका बेटा महबूब और नसरीन मिलकर चला रहे थे. नसरीन को बाबा अपनी पत्नी जैसा दर्जा देता था. यही नहीं वह विदेशों से फंडिंग लेकर कई जगहों पर धर्मांतरण से जुड़ी गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे.

नीतू बनी नसरीन, नवीन बना जमालुद्दीन

एटीएस की जांच में सामने आया है कि 2015 में यह पूरा परिवार दुबई जाकर इस्लाम में धर्मांतरित हुआ था. यहीं नीतू नसरीन बनी, नवीन जमालुद्दीन और उनकी नाबालिग बेटी बनी सबीहा. इसके बाद इस परिवार के नाम पर पुणे और बलरामपुर में संपत्तियां खरीदी गईं.

8 बैंक अकाउंट, करोड़ों का लेन-देन

नीतू उर्फ नसरीन के नाम पर 8 बैंक खाते खोले गए थे, जिनमें 5 करोड़ रुपये से अधिक की संदिग्ध रकम आई. वहीं जमालुद्दीन के खातों में विदेश से 34 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए. जांच एजेंसियों को शक है कि यह पैसा धर्मांतरण गतिविधियों में लगाया गया. पुणे, लखनऊ, उतरौला और अन्य शहरों में कई संपत्तियां इसी फंड से खरीदी गईं.

बलरामपुर की कोठी पर चला बुलडोजर

बीते मंगलवार को बलरामपुर स्थित कोठी पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाया. यह वही कोठी थी, जिसे नसरीन के नाम पर खरीदा गया था और जहां से यह पूरा धर्मांतरण रैकेट संचालित होता था.

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