झांसी: पहले पति पर जानलेवा हमला, जेल से छूटी तो प्रेमी के साथ लिव-इन में रहीं और फिर सास की हत्या, पूजा जाटव की खौफनाक साजिश का खुलासा
UP Crime News: झांसी में पूजा जाटव की खौफनाक साजिश ने सभी को चौंका दिया है. पहले पति पर जानलेवा हमला, फिर लिव-इन पार्टनर की रहस्यमयी मौत और अंत में सास की बेरहमी से हत्या. यह पूरी घटना एक क्राइम थ्रिलर से कम नहीं है.
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UP Crime News: उत्तर प्रदेश के झांसी में एक खूबसूरत चेहरा और शातिर दिमाग वाली पूजा जाटव ने ऐसा खूनी खेल रचा, जिसने सबको दहला दिया. लिव-इन पार्टनर की मौत के बाद वो उसके गांव पहुंची और फिर घर में एंट्री ले ली. फिर जेठ के साथ संबंध बनाते हुए एक बच्ची को भी जन्म दिया. जब विवाद बढ़ा और सास ने विरोध किया तो उसकी हत्या भी करा दी. लेकिन अब इस कहानी में नया ट्विस्ट आया है क्योंकि पूजा पहले से शादीशुदा थी और उसने अपने पहले पति के साथ भी एक बड़ा कांड किया था. इस कहानी के बाद इस मामले ने नया ही मोड़ ले लिया है जिससे की चर्चाएं और बढ़ गई है. आइए सिलसिलेवार तरीके से जानते हैं पूजा जाटव की इस सनसनीखेज वारदात की पूरी कहानी.
पहला पति, हमला और जेल
पूजा जाटव की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं है. उसने अपने पहले पति, जो रेलवे में कर्मचारी था, पर जानलेवा हमला करवाया था. इस मामले में वह जेल गई. पूजा का दावा था कि उसका पति गलत इंसान था, लेकिन जांच में उसकी साजिश सामने आई. जेल से छूटने के बाद उसने अपनी जिंदगी को नए सिरे से शुरू करने का नाटक किया, लेकिन यह सिर्फ एक और साजिश की शुरुआत थी.
लिव-इन और कल्याण की मौत
जेल से बाहर आने के बाद पूजा की मुलाकात कल्याण राजपूत से हुई, जो आपराधिक प्रवृत्ति का था. दोनों ने करीब 6-7 महीने तक लिव-इन में साथ रहे. लेकिन एक सड़क हादसे में कल्याण की मौत हो गई. इसके बाद पूजा कल्याण के गांव कुम्हारिया पहुंची. वहां कल्याण के भोज के दौरान रोते हुए परिवार के सामने आई. भावनात्मक रूप से कमजोर परिवार ने उसे बहू मानकर घर में जगह दी, जो उनकी सबसे बड़ी भूल साबित हुई.
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परिवार में घुसी, रिश्तों में जहर घोला
कल्याण के परिवार ने पूजा को पढ़ाने और उसकी जिंदगी संवारने की कोशिश की. लेकिन पूजा ने कल्याण के बड़े भाई संतोष के साथ अवैध संबंध बना लिए, जो पहले से शादीशुदा था. इस रिश्ते से एक बच्ची भी पैदा हुई. संतोष की पत्नी रागिनी ने बताया कि पूजा की मौजूदगी ने उनके वैवाहिक जीवन में तनाव पैदा कर दिया. रागिनी को लगने लगा कि वह 'सौत' बन गई हैं. आखिरकार, वह मायके चली गईं. रागिनी ने कहा, "पूजा 6 साल तक हमारे साथ रही, लेकिन उसकी चालाकी का कभी अंदाजा नहीं हुआ."
सास की हत्या की साजिश
पूजा का जेठानी से विवाद इतना बढ़ा कि उसने शर्त रख दी कि अगर उसे 18 एकड़ जमीन में से 8 बीघा मिल जाए, तो वह जेठ और ससुर से रिश्ता खत्म कर देगी. परिवार के अन्य सदस्य मान गए, लेकिन सास सुशीला देवी ने विरोध किया. इसके बाद पूजा ने अपनी बहन कामनी और उसके प्रेमी अनिल वर्मा के साथ सास की हत्या की साजिश रच डाली.
22 जून को पूजा ने पति और ससुर को ग्वालियर भेजा, जबकि कामनी और अनिल गांव पहुंचे. तीनों ने मिलकर सुशीला देवी को नशीला इंजेक्शन देकर बेरहमी से हत्या की और 8 लाख की नकदी व गहने लेकर फरार हो गए. शक से बचने के लिए पूजा ने सिम बदलकर खुद ही घर पर फोन किया.
बंधे हाथ-पैर, मुंह में कपड़ा
सुशीला के भतीजे सौरभ ने बताया कि जब वे घर पहुंचे, तो सुशीला की हालत देखकर सन्न रह गए. उनके हाथ-पैर बंधे थे, मुंह में कपड़ा ठूंसा गया था और एक आंख नीली पड़ चुकी थी. कमरे में चाय का कप, इंजेक्शन और एक डंडा भी मिला. इस क्रूरता ने पूरे गांव को झकझोर दिया.
पुलिस जांच और गिरफ्तारी
शुरुआत में शक रागिनी पर गया, लेकिन सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल कॉल डिटेल्स ने पूजा की साजिश को बेनकाब कर दिया. पुलिस ने पहले कामिनी को गिरफ्तार किया, जिसके बाद पूजा और अनिल वर्मा भी हिरासत में लिए गए. पूजा की शातिर चालबाजी और लालच ने एक परिवार को तबाह कर दिया.