फतेहपुर: बॉयफ्रेंड संग बीवी को पकड़ा, फिर हैवान बन गया पति, कुल्हाड़ी से प्रेमी के कर डाले टुकड़े-टुकड़े
फतेहपुर में एक पति ने अपनी पत्नी के अवैध संबंध से नाराज होकर, पत्नी के साथ मिलकर उसके प्रेमी की बेरहमी से हत्या कर दी. हत्या के बाद उन्होंने शव के टुकड़े कर उसे जला दिया और नदी किनारे फेंक दिया ताकि पहचान न हो सके, लेकिन पुलिस ने मामले का खुलासा कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है.
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UP Fathehpur: रिश्तों की उलझी डोर और बेवफाई के जंजाल ने एक खौफनाक वारदात को अंजाम दिया है. फतेहपुर में एक पति ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर उसके प्रेमी की बेरहमी से हत्या कर दी. इतना ही नहीं, हत्या के बाद शव के टुकड़े कर उसे जलाकर नदी किनारे फेंक दिया गया ताकि उसकी पहचान न हो सके. इस सनसनीखेज मामले का खुलासा तब हुआ जब एक मछुआरे को नदी किनारे से मानव कंकाल मिला.
क्या है पूरा मामला?
38 साल सरिता चार बच्चों की मां और शादीशुदा है. उसने अपने पति राम भवन (40) के साथ मिलकर अपने बॉयफ्रेंड राहुल का कत्ल करवा दिया. राम भवन और सरिता, जो कुछ समय पहले काशीपुर से फतेहपुर के बेकवारी गांव में शिफ्ट हुए थे, की शादी को 12 साल हो चुके थे.
अफेयर की शुरुआत और पति को शक
सरिता फतेहपुर में रहते हुए एक स्थानीय टेलर राहुल के पास कपड़े सिलवाने जाती थी. धीरे-धीरे राहुल और सरिता के बीच नजदीकियां बढ़ीं और उनका अफेयर शुरू हो गया. यह रिश्ता लगभग 4 साल तक चला. राम भवन को अपनी पत्नी के इस अवैध संबंध का पता चला जब उसने सरिता के चैट्स और तस्वीरें देखीं. इस बात से नाराज होकर राम भवन ने अपना घर बदला और करीब 15 किलोमीटर दूर दूसरे गांव में जाकर रहने लगे.
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दोबारा शुरू हुआ संपर्क और पति की नाराजगी
सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन कुछ समय बाद सरिता फिर से मोबाइल पर ज्यादा समय बिताने लगी. राम भवन को दोबारा शक हुआ और उन्हें पता चला कि राहुल भी उसी गांव में आकर किराए के मकान में रहने लगा है और टेलर का काम शुरू कर दिया है. राम भवन ने सरिता का फोन चेक किया तो पाया कि वह अभी भी राहुल से बात कर रही थी.
राम भवन ने सरिता को आमने-सामने बिठाया और कहा कि उसे फैसला करना होगा कि वह किसके साथ रहना चाहती है, उसके साथ या राहुल के. सरिता ने अपने पति और बच्चों के साथ रहने का फैसला किया और राहुल से पीछा छुड़ाने की बात कही. यहीं से राहुल की हत्या की खौफनाक साजिश रची गई.
बॉयफ्रेंड का बेरहम कत्ल
राम भवन ने सरिता से कहा कि वह राहुल को घर बुलाए और बताए कि घर पर कोई नहीं है. 8 जुलाई की रात करीब 12 बजे सरिता ने राहुल को फोन कर घर बुलाया. राहुल अपनी बाइक से सरिता के घर पहुंचा. जैसे ही राहुल ने दरवाजा बंद किया, पीछे छिपा राम भवन ने उसके सिर पर जोर से वार किया, जिससे वह गिर गया. इसके बाद सरिता ने राहुल का हाथ पकड़ लिया और राम भवन ने उसका गला दबा दिया, जिससे मौके पर ही राहुल की मौत हो गई.
शव के टुकड़े और ठिकाने लगाने की कोशिश
हत्या के बाद, राम भवन ने राहुल के शव को उसकी ही बाइक पर रखा. सरिता पीछे बैठी और राम भवन बाइक चलाकर शव को करीब 15 किलोमीटर दूर वृंदा नदी के पास ले गया. वहां पहुंचकर उन्होंने राहुल के शव के टुकड़े किए, हाथ, पैर और धड़ अलग कर दिए. इसके बाद शव को पेट्रोल डालकर जला दिया. जब शव जल गया, तो धड़ को नदी में फेंक दिया गया और बाकी के हिस्से आसपास बिखेर दिए गए.
कैसे खुला राज?
राहुल के भाई ने अगले दिन पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन शुरुआत में पुलिस ने कोई खास कार्रवाई नहीं की. हालांकि, 8 जुलाई को अतर सिंह नाम के एक चौकीदार को नदी किनारे एक आधा मानव कंकाल मिला. उसने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस मौके पर पहुंची और कंकाल को इकट्ठा कर लिया.
जब आस-पास के इलाकों में किसी लापता व्यक्ति के बारे में खबर फैलाई गई, तो राहुल का भाई सुशील मौके पर पहुंचा. डीएनए मैचिंग और पोस्टमार्टम के लिए हड्डियां भेजी गईं, जिससे पुष्टि हुई कि कंकाल राहुल का ही है.
पुलिस ने सुशील से पूछताछ की, जिस पर उसने बताया कि राहुल का सरिता नाम की एक शादीशुदा महिला से अफेयर था. पुलिस ने राहुल के कॉल रिकॉर्ड खंगाले तो पता चला कि आखिरी कॉल सरिता ने ही राहुल को किया था. पुलिस ने सरिता को गिरफ्तार कर कड़ाई से पूछताछ की, जिस पर उसने सारा सच उगल दिया. उसने बताया कि कैसे पति को अफेयर का पता चला, कैसे उन्होंने राहुल की हत्या की योजना बनाई और कैसे पहचान छिपाने के लिए शव के टुकड़े कर उसे जलाया.
गिरफ्तारी और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने अब सरिता और राम भवन दोनों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. आने वाले समय में चार्जशीट में और भी चीजें सामने आने की उम्मीद है, और देखना होगा कि अदालत उन्हें कितनी सजा सुनाती है.