6 सितंबर से इन 3 राशियों पर मंडराएगा खतरा, राहु-चंद्रमा की युति बनाएगी ग्रहण योग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों की चाल और उनके संयोग मानव जीवन पर गहरा प्रभाव डालते हैं. पंचांग के मुताबिक, 6 सितंबर 2025 को चंद्रमा कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे, जहां राहु पहले से ही मौजूद हैं.
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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों की चाल और उनके संयोग मानव जीवन पर गहरा प्रभाव डालते हैं. पंचांग के मुताबिक, 6 सितंबर 2025 को चंद्रमा कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे, जहां राहु पहले से ही मौजूद हैं. इस दुर्लभ संयोग से 18 साल बाद कुंभ राशि में ग्रहण योग का निर्माण होगा.

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यह योग सभी राशियों को प्रभावित करेगा, लेकिन तुला, सिंह और मीन राशि वालों के लिए खास सावधानी बरतने की जरूरत है. इस दौरान धन हानि, स्वास्थ्य समस्याएं और पारिवारिक तनाव की आशंका है. आइए जानते हैं, इन राशियों पर क्या होगा असर और क्या करें उपाय.

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तुला राशि वालों के लिए ग्रहण योग गोचर कुंडली के छठे भाव में बनेगा. इस कारण गुप्त शत्रु परेशान कर सकते हैं. कार्यों में रुकावटें आ सकती हैं और आर्थिक मामलों में उतार-चढ़ाव संभव है. सेहत का विशेष ध्यान रखें, खासकर पेट और त्वचा से जुड़ी समस्याओं से सावधान रहें.
उपाय: अनावश्यक खर्चों से बचें. किसी भी बड़े निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें.हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करें.

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सिंह राशि वालों के लिए ग्रहण योग अष्टम भाव में बनेगा, जो स्वास्थ्य और कार्यक्षेत्र के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है. सर्दी, बुखार या वायरल इंफेक्शन का खतरा रहेगा. कार्यस्थल पर हर कदम सोच-समझकर उठाएं, क्योंकि सहकर्मी या उच्च अधिकारी आपके काम पर नजर रख सकते हैं. नौकरी बदलने का विचार हो तो जल्दबाजी न करें.
उपाय: वाहन चलाते समय सावधानी बरतें. नियमित व्यायाम और संतुलित आहार लें. शिवलिंग पर जल चढ़ाएं और "ॐ नमः शिवाय" का जाप करें.

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मीन राशि वालों के लिए ग्रहण योग 12वें भाव में बन रहा है, जिससे अनावश्यक खर्च और मानसिक तनाव बढ़ सकता है. इस दौरान नई डील या निवेश से बचें, क्योंकि नुकसान की आशंका है. यात्राओं को भी टालने की कोशिश करें.
उपाय: बजट बनाकर खर्च करें. किसी अनुभवी व्यक्ति से सलाह लेकर ही निवेश करें. मंगलवार को हनुमान मंदिर में दर्शन करें.

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ग्रहण योग का प्रभाव और सावधानियां
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, राहु और चंद्रमा की युति से बनने वाला ग्रहण योग अशुभ फल दे सकता है. यह योग न केवल व्यक्तिगत जीवन बल्कि सामाजिक और आर्थिक स्थिति को भी प्रभावित कर सकता है. इस दौरान कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए. जैसे- कोई भी बड़ा फैसला लेने से पहले परिवार या विशेषज्ञ से सलाह लें. स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही न बरतें. धार्मिक कार्यों में हिस्सा लें और दान-पुण्य करें.

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क्यों खास है यह ग्रहण योग?
18 साल बाद कुंभ राशि में बन रहा यह ग्रहण योग इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि राहु और चंद्रमा का यह संयोग जीवन में अप्रत्याशित बदलाव ला सकता है. इस दौरान सकारात्मक दृष्टिकोण और सावधानी से आप इन प्रभावों को कम कर सकते हैं.