बीजेपी ने मोतिहारी सीट से उम्मीदवार किया घोषित तो जदयू के दिव्यांशु ने भी ठोक दी दावेदारी, बोले- मैं यहीं से लड़ूंगा चुनाव
Bihar Elections 2025: बिहार चुनाव से पहले मोतिहारी सीट पर सियासी संग्राम तेज. बीजेपी ने प्रमोद कुमार को उम्मीदवार बनाया तो जदयू के दिव्यांशु भारद्वाज ने भी ठोकी दावेदारी.
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Bihar Elections 2025: बिहार में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे ही राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो रही है. नीतीश कुमार के 2 कैंडिडेट ऐलान करने के बाद बीते कुछ दिन पहले बीजेपी ने मोतिहारी सीट से अपना पहला उम्मीदवार घोषित कर दिया. लेकिन अब उसी सीट से जदयू के दिव्यांशु भारद्वाज ने दावा करते हुए कहा अपने आप को यहां से उम्मीदवार घोषित किया. दिव्यांशु ने साफ तौर पर कहा कि हम भी इसी सीट से चुनाव लड़ेंगे. बस इस मामले ने एक बार फिर सियासी पारा गर्म कर दिया है. आइए विस्तार से जानते है पूरी बात.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल 12 सितंबर को NDA कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन मोतिहारी में हुआ था. इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, स्थानीय सांसद राधामोहन सिंह सहित एनडीए के घटक दल के नेता भी मौजूद थे. इसी कार्यक्रम में संबोधन के दौरान मंगल पांडे ने लोगों से एनडीए की सरकार बनाने की बात कही और आगामी विधानसभा चुनाव में मोतिहारी से प्रमोद कुमार को जिताने की अपील की. गौरतलब है कि बक्सर में एक सभा के दौरान नीतीश कुमार ने राजपुर विधानसभा सीट से एक प्रत्याशी का ऐलान कर दिया था.
जदयू नेता ने किया दावा
बीजेपी द्वारा पहले उम्मीदवार के ऐलान के बाद जदयू के पूर्व युवा अध्यक्ष सह पटना विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष दिव्यांशु भारद्वाज ने महात्मा गांधी सभागार में एक जनसंवाद कार्यक्रम को संबोधन दिया. इस दौरान उन्होंने खुले मंच से स्थानीय भाषा में कहा कि, जिसको जहां से मन होता है, वे वहीं से ही उम्मीदवार बना देते है. तो मैं भी बता ही देता हूं की जितने भी शीर्ष नेता उन्होंने मेरा नाम भी फाइनल ही कर दिया है और मैं चुनाव लड़ूंगा ही. इसमें कोई संकोच नहीं है.
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टिकट बंटवारे पर जदयू नेता ने क्या कहा?
इस जन संवाद कार्यक्रम के बाद जदयू नेता दिव्यांशु भारद्वाज ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, ना ही मोदी जी, ना ही नीतीश जी और ना ही एनडीए के किसी शीर्ष नेता ने अभी तक टिकट बंटवारे को लेकर कोई ऑफिशियल घोषणा नहीं की है. लेकिन फिर भी ये नेता लोग कैसे उम्मीदवार तय कर रहे हैं. मैं मोदी जी और नीतीश जी का ओबिडिएंट कार्यकर्ता हूं और मैं चुनाव लड़ना चाहता हूं. मैं 15 वर्षों से लगातार संगठन को मजबूत करने का काम कर रहा हूं.
सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज
जदयू नेता के इस ऐलान के बाद फिर से एक बार चर्चाएं जोरों पर है. एक ओर बिहार में एनडीए एकजुट होने की बात कर रहा है तो वहीं दूसरी ओर पार्टी के अंदर सब कुछ ठीक नहीं दिखाई दे रहा है. बीजेपी और जदयू के नेता अलग-अलग विधानसभा में जाकर बिना सीट बंटवारे के अपने-अपने चहेते उम्मीदवारों की घोषणा कर रहे है. इस बात को लेकर जिले की राजनीति गरमा गई है और इस मुद्दे पर सियासी गलियारों में भी हलचल तेज हो गई है.
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