बिहार में खुल रहे कॉर्पोरेट करियर के दरवाजे, कॉम्फेड में आईआईएम बोधगया के छात्रों की एंट्री

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Bihar News: बिहार की डेयरी सहकारी संस्था कॉम्फेड अब आईआईएम जैसे शीर्ष संस्थानों के छात्रों को आकर्षित कर रही है. आईआईएम बोधगया के 19 छात्रों ने कॉम्फेड में जॉइन किया है, जो कैंपस प्लेसमेंट के जरिए चुने गए हैं.

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तस्वीर- न्यूज तक
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पहली बार आईआईएम जैसे शीर्ष प्रबंधन संस्थानों से पढ़े छात्रों ने बिहार में एक साथ बड़ी संख्या में अपनी नौकरी की शुरूआत की है. आईआईएम बोधगया के 19 छात्रों ने बिहार स्टेट मिल्क को-ऑपरेटिव फेडरेशन (कॉम्फेड) में योगदान दिया. कैंपस प्लेसमेंट के जरिए इनका चयन कॉम्फेड ने किया है. इतनी बड़ी संख्या में कॉम्फेड में अपनी सेवा देने के लिए आईआईएम छात्रों का आना बताता है कि अब बिहार में नौकरियों के अवसर काफी बढ़ चुके हैं.
 
कॉम्फेड बिहार में डेयरी के विकास के लिए शीर्ष सहकारी संस्था है, राज्य के 14.45 लाख पशुपालक सदस्यों से प्रतिदिन 30 लाख लीटर संग्रहित दूध एवं उसके बने विभिन्न उत्पादों को सुधा ब्राण्ड नाम से बिहार, झारखण्ड, पूर्वोत्तर राज्यों, दिल्ली एन.सी.आर. के साथ-साथ पश्चिम बंगाल में कलकत्ता, सिल्लीगुड़ी, उत्तर प्रदेश के वाराणसी में बेचती है. वर्तमान में कॉम्फेड के द्वारा टीन पैक गुलाबजामुन कनाडा एवं घी अमेरिका के बाजार में भेजा गया है, इस तरह से देश की डेयरी क्षेत्र में तीसरी सहकारी संस्था है जो अपने उत्पादों को अंतराष्ट्रीय बाजार में बेच रही है.

कॉम्फेड जो अपने स्थापना काल से निरंन्तर अपने दुग्ध उत्पादकों के आर्थिक समृद्धि के लिए कार्य करती रही है वर्तमान में अपने दुग्ध उत्पादकों को प्रतिवर्ष 3,000 करोड़ राशि दूध के मूल्य के रूप में प्रदान करती है. अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए पहली बार कॉम्फेड ने भारतीय प्रबंधन संस्थान बोधगया यानी आईआईएम बोधगया  से 19 प्रबंधन स्नातक का चयन कर नियुक्त किया है. इनके साथ-साथ इसने चंद्रगुप्त इस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेन्ट पटना से 05, विकास प्रबंधन संस्थान पटना से 01,एल. एन. मिश्रा आर्थिक विकास एवं सामाजिक परिवर्तन संस्थान पटना से 06 छात्रों का चयन किया है.

फिलहाल कॉम्फेड लगभग 4000 व्यक्तियों को प्रत्यक्ष रूप से एवं 40,000 व्यक्तियों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार दे रही है. जिसे अगले पांच वर्षों में बढ़ाकर प्रत्यक्ष रूप से 12000 व्यक्तियों को एवं अप्रत्यक्ष रूप से 1,20,000 व्यक्तियों को रोजगार देते हुए कॉम्फेड के व्यापार को जो वर्तमान में 5500 करोड़ का है बढ़ाकर 10,000 करोड़ करने का लक्ष्य है. इसके अतिरिक्त कॉम्फेड के ब्राण्ड सुधा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका एवं कनाडा के अतिरिक्त दक्षिण पूर्वी एशियाई, अरब एवं दक्षिण अफ्रिका के देशो में भी मार्केटिंग करने का लक्ष्य रखा है.

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डॉ. एन. विजयलक्ष्मी, अपर मुख्य सचिव, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार सरकार के द्वारा जानकारी दी गई कि "कॉम्फेड निरंतर अपने गुणवत्तापूर्ण उत्पादों के साथ अपने विपणन क्षेत्र में वृद्धि करता जा रहा है जिससे कॉम्फेड की वार्षिक व्यापार में उत्तरोत्तर वृद्धि हो रही है. इससे कॉम्फेड से सम्बद्ध किसानों की आय में भी वृद्धि हो रही है. कॉम्फेड अपने व्यापार को बढ़ाने हेतु कुछ नए उत्पाद यथा अनरसा, गाय का घी, थर्मो पैक पेड़ा, थर्मो पैक पनीर, पेटजार घी, मिष्टी दोई आदि बाजार में लाए गए है. साथ ही प्रतिस्पर्धा के बाजार में भविष्य के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कॉम्फेड पहली बार भारतीय प्रबंधन संस्थान बोध गया से 19 प्रबंधन स्नातक का चयन किया है इसके अतिरिक्त अन्य संस्थाओं से भी नये अभ्यार्थियों का चयन किया गया है और यह प्रक्रिया जारी है."

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