घर टूट गया तो सब्जी बेचा, रिक्शा चलाकर पिता ने बेटी को बना दिया चैंपियन, खो-खो वर्ल्ड कप में मोनिका का जलवा
दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में 13 से 19 जनवरी तक होने वाले खो-खो वर्ल्ड कप 2025 में नवगछिया की मोनिका का चयन भारतीय महिला टीम में हुआ था.
ADVERTISEMENT

मोनिका के सपनों की उड़ान एक टूटे आशियाने से वर्ल्ड कप विनर तक पहुंच गई. नवगछिया पुलिस जिला के गोपालपुर प्रखंड के डिमाहा गांव निवासी सब्जी विक्रेता बिनोद साह की बेटी मोनिका ने खो खो वर्ल्ड कप में धमाल मचाया है. दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में 13 से 19 जनवरी तक होने वाले खो-खो वर्ल्ड कप 2025 में नवगछिया की मोनिका का चयन भारतीय महिला टीम में हुआ था.
फाइनल मैच इंडिया और नेपाल के बीच खेला गया, जिसमें भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने मैच में नेपाल को वापसी करने का मौका नहीं दिया और विश्व खिताब अपने नाम किया. लगातार छह मुकाबले जीत कर भारत ने ट्रॉफी पर कब्जा जमा लिया. टीम इंडिया ने चार मैचों में 100 से ज्यादा अंक हासिल किये. साउथ कोरिया के सामने 175 अंक लेकर विश्व रिकॉर्ड भी बनाया था. प्रियंका इंगले की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने इस खेल में इतिहास रच दिया है.
खपरैल के टूटे घर में रहती हैं मोनिका
मोनिका का मकान अब तक मिट्टी और खपरैल का है. टूटे फूटे खपरैल के नीचे मोनिका की मां चूल्हा फूंकते नजर आईं. मोनिका के घर वालों को अब तक न तो प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला है न ही उज्ज्वला योजना का. इस जर्जर मकान से निकलकर मोनिका ने देश का तो मान बढ़ाया ही बिहार का भी मान बढ़ाया है, लेकिन सरकार को अब मोनिका के मूलभूत सुविधाओं पर ध्यान देने की जरूरत है. मोनिका के पिता दिल्ली में रिक्शा चलाया करते थे. कभी सब्जी बेचते थे. इन परिस्थितियों को समझते हुए मोनिका आगे बढ़ीं और खो खो टीम में बेहतर प्रदर्शन कर दिखाया.
यह भी पढ़ें...
बचपन से खो-खो खेल रही थी मोनिका
मोनिका की मां ज़ूरा देवी ने बताया कि उसका बचपन से शौक था कि खो-खो खेलकर देश का नाम रौशन करें, लेकिन अच्छी कमाई नहीं होने के कारण आगे नहीं बढ़ पाती थी. मोनिका की मां ज़ूरा देवी ने आगे बताया कि खेती-बाड़ी कर पिताजी ने दिल्ली में सब्जी बेचकर उसे आगे बढ़ाया. बहुत खुशी है वह जीतकर आगे बढ़ी है. कभी उसके पास जूता भी नहीं था अब आगे बढ़ रही है. आवास के लिए फॉर्म भरे, लेकिन नहीं मिला, न ही गैस सिलिंडर मिल सका है. चूल्हा पर खाना बनाते हैं.
पिता को मोनिका पर था भरोसा
मोनिका के पिता विनोद साह ने बताया कि अपनी बेटी पर पूरा भरोसा है, पहले लगता था कैसे, क्या करेगी खेल में कैसे आगे बढ़ेगी. फिर भी उसका रुझान खो-खो के प्रति था. उसके जीत से हमलोग सब काफी खुश हैं. जब मैच हो रहा था दूसरे के घर में टीवी पर देख रहे थे.
कहते हैं हुनर किसी विपरीत परिस्थिति की मोहताज नहीं होती है. हौसले जब बुलंद हों तो मंजिल दूर नहीं होती है... यही कर दिखाया है मोनिका ने.
इनपुट- सुजीत कुमार
यह भी पढ़ें:
प्रशांत किशोर ने मोटरसाइकिल नहीं चला पाने की बताई ये वजह तो ठहाके मारकर हंस पड़े लोग