Personal Finance: 3 साल में पैसे डबल करने वाले 7 म्युचुअल फंड्स...जिन्होंने निवेशकों को कर दिया मालामाल
पिछले 3 सालों में 7 म्यूचुअल फंड्स ने निवेशकों को 100 फीसदी तक रिटर्न दिया है. जानिए कौन से हैं वे टॉप परफॉर्मिंग फंड्स और कितना मिला रिटर्न.
ADVERTISEMENT

देश का आम निवेशक समझता है कि सिर्फ सीधे शेयरों में पैसा लगाकर पैसे जल्द डबल किए जा सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. अब म्यूचुअल फंड्स में भी निवेशकों का पैसा कुछ सालों में ही डबल हो रहा है. यानी अच्छे फंड्स का चुनाव किया जाए तो म्यूचुअल फंड्स में भी छोटी अवधि में बड़ा पैसा बनाया जा सकता है.
Personal Finance की इस सीरीज में हम आपको कुछ ऐसे म्यूचुअल फंड्स के बारे में बता रहे हैं जहां 3 साल में निवेशकों का पैसा डबल हो गया. यानी इन फंड्स ने 3 साल में 100 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है. ध्यान देने वाली बात है कि यहां हम एक एकमुश्त निवेश की बात कर रहे हैं.
- पिछले 3 सालों में तकरीबन 233 इक्विटी म्यूचुअल फंड्स का प्रदर्शन देखा गया.
- इनमें से 7 फंड्स ऐसे रहे जिन्होंने निवेशकों के पैसा दो गुना कर दिया.
- जबकि बाकी फंड्स ने 6 फीसदी से लेकर 90 फीसदी तक रिटर्न दिए.
ये हैं वो 7 म्यूचुअल फंड्स (3 साल में रिटर्न)
- बंधन स्मॉल (Bandhan Small Cap) फंड...117 फीसदी रिटर्न...कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट 29.59%.
- इनवेस्को इंडिया (Invesco India Midcap) फंड...111 फीसदी का रिटर्न...कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट 28.16%.
- मोती लाल ओसवाल (Motilal Oswal Midcap) फंड...109 फीसदी रिटर्न...कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट 28%.
- टीआई (TI Small Cap) फंड...104 फीसदी रिटर्न...सालाना 26.88% फीसदी की ग्रोथ.
- मोती लाल ओसवाल (Motilal Oswal Large & Midcap) फंड...103 फीसदी रिटर्न...कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट 26.62%.
- इनवेस्को इंडिया (Invesco India Smallcap) फंड...101 फीसदी रिटर्न...सालाना 26.18 फीसदी ग्रोथ रेट.
- एचडीएफएसी (HDFC Midcap) फंड...100 फीसदी रिटर्न...सालाना करीबन 26 फीसदी की ग्रोथ.
इन आंकड़ों से साफ होता है कि बीते 3 साल में स्मॉल और मिडकैप म्यूचुअल फंड्स का रिटर्न अच्छा रहा है. अब आपका आसाना भाषा में बताते हैं अगर आपने 3 साल पहले इन फंड्स में 1 लाख रुपये लगाए होते तो आज कितने होते.
- बंधन स्मॉल कैप फंड्स में 1 लाख रुपए 3 साल में 2 लाख 17 हजार रुपए हो जाते.
- इनवेस्को इंडिया मिडकैप फंड्स 2 लाख 10 हजार.
- मोतीलाल ओसवाल मिडकैप फंड में 2 लाख 8 हजार.
- मोतीलाल ओसवाल लार्जकैप और मिडकैप में 2 लाख 3 हजार रुपए हो जाते.
- एचडीएफसी मिडकैप फंड्स में 2 लाख रुपये के करीब हो जाते.
स्मॉल और मिडकैप में होता है रिस्क
कहने का मतलब ये है कि म्यूचुअल फंड्स में भी पैसा 3 साल में डबल हो सकता है. हालांकि स्मॉल और मिडकैप फंड्स में रिस्क ज्यादा होता है. इन फंड्स में जहां रिटर्न हाई रहता है, वहीं रिस्क भी हाई होता है. यहां एक जरूरी बात भी है जो सभी निवेशकों को ध्यान में रखनी चाहिए.
यह भी पढ़ें...
- पास्ट परफॉर्मेंस फ्यूचर गारंटी नहीं. यानी ये 3 साल का डेटा है. जरूरी नहीं कि आगे भी ऐसा ही रहे.
- स्मॉल कैप और मिडकैप फंड्स में ज्यादा रिस्क. जितना ऊपर जा सकते हैं, उतना ही नीचे भी आ सकते हैं.
- बाजार में चक्र होते हैं. कभी तेजी, कभी मंदी. अभी तेजी का दौर है, लेकिन ये हमेशा नहीं रहेगा.
तो...निवेशकों को क्या करना चाहिए
- सबसे पहले अपने रिस्क को समझें.
- अगर आप रिस्क ले सकते हैं तो स्मॉल कैप और मिडकैप में निवेश कर सकते हैं.
- लंपसम की बजाय एकमुश्त निवेश बेहतर...हो सकती है, इससे rupee cost averaging का फायदा मिल जाए है.
- सिर्फ स्मॉल कैप या मिडकैप में सारे पैसे ना डालें, लार्ज कैप फंड्स का भी पोर्टफोलियो में रखें.
- अगर आप नए हैं, तो पहले हाइब्रिड या बैलेंस्ड फंड्स से शुरूआत करें.
- बिना इमर्जेंसी फंड बनाए इक्विटी में निवेश जोखिम भरा होगा.
- केवल सरप्लस पैसे ही इक्विटी में डालें. .
- हमेशा रिव्यू करें.
पिछले 3 साल म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए शानदार रहे. स्मॉल कैप और मिड कैप फंड्स ने निवेशकों को मालामाल कर दिया, लेकिन याद रखिए- हर सिक्के के दो पहलू होते हैं. जहां ज्यादा मुनाफा है, वहां ज्यादा रिस्क भी है. इसलिए बिना सोचे-समझे सिर्फ रिटर्न देखकर निवेश न करें. समझदारी यह है कि लंबी अवधि, सही फंड और बैलेंस्ड पोर्टफोलियो के साथ ही म्यूचुअल फंड्स में कदम बढ़ाएं.
यह भी पढ़ें:
Personal Finance: ये 10 आदतें मंथली बजट का बजा देती हैं बैंड, इनकम बढ़ने के बाद भी रहती है तंगी