Chhattisgarh Weather Update: छत्तीसगढ़ में आने वाले 3 दिन रहेंगे भारी, भयंकर आंधी-तूफान 12 जिलों में मचाएगा तबाही!
Chhattisgarh Weather Update: छत्तीसगढ़ में अगले 3 दिन भारी रहेंगे। वेस्टर्न डिस्टरबेंस के असर से 12 जिलों में आंधी, बारिश और ओले गिरने की चेतावनी, ऑरेंज अलर्ट जारी.
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Chhattisgarh Weather Update: छत्तीसगढ़ में मौसम ने अचानक बदलाव देखने को मिला है. मौसम के बदलते मिजाज ने पूरे छत्तीसगढ़ में तहलका सा मचा दिया है. वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण आने वाले 3 दिन छत्तीसगढ़ में तूफानी हवाएं अपना दबदबा बनाएगी. साथ ही बारिश और ओले गिरने की संभावनाएं है. 12 जिलों में इस स्थिति को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है.
इन जिलों में अलर्ट जारी
मौसम के बदलते मिजाज को देखते हुए राज्यभर में ऑरेंज अलर्ट और यलो अलर्ट जारी किया गया है. जिन 12 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया वो सरगुजा, बलरामपुर, जशपुर, कोरबा, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, धमतरी, गरियाबंद, कांकेर, कोंडागांव, बीजापुर, नारायणपुर और राजनांदगांव जिले है. यहां 24 से 48 घंटों के दौरान भारी बारिश, तेज हवाएं और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है.
रायपुर में देर शाम बदला मौसम
गुरुवार को दोपहर तक रायपुर में तेज धूप थी, लेकिन तीन बजे के बाद मौसम ने रुख बदला. करीब 4 बजे इतनी तेज आंधी चली कि दिन में ही अंधेरा छा गया. आसमान में काले बादल घिर आए और कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश भी हुई. लगभग 10 साल ऐसी आंधी चली जो 70 से 74 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से थी.
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150 से ज्यादा मोहल्लों में बिजली संकट
बिजली विभाग को प्राप्त शिकायतों के अनुसार, रायपुर शहर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के करीब 150 से अधिक मोहल्ले ब्लैकआउट से प्रभावित रहे. प्रभावित इलाकों में टिकरापारा, कबीरनगर, डीडी नगर, बोरियाखुर्द, सड्डू, गुढ़ियारी, मोवा, मोहमाबाजार और बढ़ईपारा जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं. करीब 10 लाख की आबादी पूरी रात अंधेरे, उमस और मच्छरों के बीच परेशान होती रही. शिकायत केंद्रों में कॉल्स की भरमार रही, लेकिन या तो फोन रिसीव नहीं हुए या केवल "टीम भेजी जा रही है" कहकर कॉल काट दिए गए.
क्यों आया मौसम में अचानक बदलाव?
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पूर्व राजस्थान से लेकर उत्तर केरल तक एक द्रोणिका (ट्रफ लाइन) सक्रिय है, जो पश्चिम मध्य प्रदेश, विदर्भ और कर्नाटक तक फैली हुई है. साथ ही वेस्टर्न डिस्टरबेंस और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी ने भी मौसम को प्रभावित किया. इस सिस्टम के कारण भीषण गर्मी के बीच आंधी, बारिश और ओलावृष्टि जैसी घटनाएं सामने आईं.
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