AAP प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ बोलीं – ‘भाजपा के आगे नतमस्तक नहीं हुए तो छिन जाएगा पद’

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आम आदमी पार्टी प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने 130वें संविधान संशोधन बिल पर केंद्र सरकार को घेरा. अमित शाह पर कसा तंज-‘भाजपा के सामने न झुको तो पद छीन लिया जाएगा’.

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AAP leader Priyanka Kakkar attacking BJP over 130th Constitutional Amendment Bill
आज प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़
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आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर भाजपा सरकार पर हमला बोला है. आम आदमी पार्टी की मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और मंत्रियों की गिरफ्तारी के बाद पद छिनने वाला (130वां संविधान संशोधन) बिल पर भाजपा सरकार को ही घेर लिया है. प्रियंका ने तंज कसते हुए कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने अपने इंटरव्यू से यह कहना का प्रयास किया है कि अगर आप भाजपा के सामने नहीं झुकेंगे तो आपका पद छीन लिया जाएगा.

प्रियंका कक्कड़ ने कही ये बात

गृह मंत्री अमित शाह के इंटरव्यू आने के बाद प्रियंका कक्कड़ ने एक प्रेस कॉन्प्रेंस आयोजित किया. इसमें उन्होंने 130वां संविधान संशोधन बिल की बात करते हुए कहा कि अमित शाह जी ने अपने इंटरव्यू से कहने का प्रयास किया है कि अगर आप हेमंत बिस्व शर्मा, शुभेंदु अधिकारी, प्रफुल्ल पटेल, छगन भुज भुजबल, हसन मुश्रीफ, इन लोगों की तरह ही झुककर तीस दिन के भीतर भाजपा में नहीं आते तो आपका पद छीन लिया जाएगा. लोकतांत्रिक रूप से चुने गए मंत्री, सीएम इनका पद छीन लिया जाएगा. 

 प्रियंका यहीं नहीं रुकी और आगे कहा कि गृह मंत्री ने यह भी कहने का प्रयास किया कि अगर आप भाजपा की बात तीस दिन के भीतर मान लेते हो तो हो सकता है बत्तीसवें दिन सुबह पाँच बजे ही आपको शपथ दिला दी जाएगी.

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जेल से सरकार चलाने में कोई परेशानी नहीं

प्रियंका ने कहा कि अमित शाह जी ने यह भी बताया कि कैसे अरविंद केजरीवाल जी उनकी बात नहीं मान रहे थे और जेल से ही सरकार चला रहे थे. लेकिन मैं उन्हें बताना चाहती हूं की जनता को कोई फर्क नहीं पड़ता की सरकार कहां से चल रही है, जब तक सरकार जनता के हित में काम कर रही हो.

क्या है यह बिल?

दरअसल लोकसभा में 3 अलग-अलग बिल पेश किए गए. इसमें केंद्र राज्य सरकारों, जम्मू-कश्मीर और केंद्र शासित राज्यों के लिए अलग-अलग प्रावधान का प्रस्ताव है. इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या केंद्र-राज्य के मंत्री यदि किसी ऐसे मामले में आरोपी हैं जिसमें सजा 5 साल या इससे ज्यादा है तो 30 दिन के भीतर जमानत नहीं मिलने पर 31वें दिन वे पद से हटा दिए जाएंगे. 

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