MDU में कक्षाएं ठप, हॉस्टल गेट पर पुलिस, PM मोदी के जन्मदिन कार्यक्रम के लिए विश्वविद्यालय बंद
रोहतक के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (MDU) में एक कार्यक्रम के दौरान छात्रों को हॉस्टल में रहने का आदेश दिया गया. प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर हुए कार्यक्रम में सीएम नायब सैनी और जेपी नड्डा आने वाले थे. सुरक्षा के लिए हॉस्टल के बाहर पुलिस तैनात की गई.
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रोहतक के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (MDU) में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर 'स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार' अभियान का आयोजन होना था. इस कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने वाले थे. कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और अन्य कैबिनेट मंत्री भी हिस्सा लेने वाले थे. लेकिन इस कार्यक्रम से पहले रोहतक जिला पुलिस ने सुरक्षा कारणों से विश्वविद्यालय प्रशासन को एक पत्र लिखकर हॉस्टल में रहने वाले छात्र-छात्राओं को बाहर न निकलने का निर्देश दिया. इस आदेश के खिलाफ MDU के छात्र-छात्राओं में भारी नाराजगी देखने को मिली है.
हॉस्टल गेट पर तैनात किए जवान
रोहतक पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के तहत MDU के उप-कुलपति को पत्र लिखकर निर्देश दिया कि विश्वविद्यालय के हॉस्टलों में रहने वाले छात्र-छात्राएं कार्यक्रम के दौरान बाहर न निकलें. सुबह से ही हॉस्टल के गेटों पर पुलिस कर्मियों को तैनात कर दिया गया.
MDU में करीब दस बॉयज और गर्ल्स हॉस्टल हैं, जहां हजारों छात्र-छात्राएं रहते हैं. पुलिस के इस आदेश के तहत छात्रों को हॉस्टल से बाहर निकलने और कैंपस में अन्य गतिविधियों में हिस्सा लेने पर रोक लगा दी गई. यहां तक कि कक्षाएं भी बंद कर दी गईं.
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छात्रों में गुस्सा, बोले- 'हमें बंधक बनाया गया'
पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन के इस फैसले का छात्रों ने कड़ा विरोध किया. छात्रों का कहना है कि उन्हें कार्यक्रम के दौरान हॉस्टल में बंद रहने का आदेश दिया गया, जो उनकी स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने जैसा है.
MDU के छात्र अमित और राज ने बताया, "जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के कार्यक्रम के कारण हमें हॉस्टल से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी जा रही. न केवल बाहर जाने, बल्कि कैंपस में किसी भी गतिविधि में हिस्सा लेने पर भी रोक है. हम इसका पुरजोर विरोध करते हैं."
छात्रों ने की मांग, 'हटाई जाए पाबंदी'
छात्रों का कहना है कि इस तरह के आदेश से उनकी पढ़ाई और दैनिक गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं. उन्होंने मांग की है कि विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस इस पाबंदी को तुरंत हटाए. छात्रों का यह भी कहना है कि अगर सुरक्षा के लिए उपाय करने जरूरी हैं, तो उन्हें इस तरह बंधक बनाने के बजाय बेहतर विकल्प तलाशे जाएं.
विश्वविद्यालय प्रशासन ने चुप्पी साधी
इस पूरे मामले पर अभी तक MDU प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. वहीं, रोहतक पुलिस का कहना है कि यह कदम सुरक्षा के दृष्टिकोण से उठाया गया है. कार्यक्रम के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचने के लिए यह व्यवस्था की गई है.