मनोहर लाल के 6 फेवरेट CMO में शामिल, देखते रह गए CM सैनी के करीबी, खट्टर आज भी असली 'ताऊ'.
Haryana: हरियाणा CMO में बीते रोज तीन नई नियुक्तियां की गई, ये तीनों व्यक्ति केंद्रीय मंत्री और पूर्व सीएम मनोहर लाल के खास हैं, इससे एक बार फिर ये साबित हो गया कि दिल्ली में बैठे ताऊ (मनोहर लाल) का जलवा आज भी चंडीगढ़ तक मार कर रहा है.
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Haryana News: हरियाणा CMO में बीते रोज तीन नई नियुक्तियां की गई, ये तीनों व्यक्ति केंद्रीय मंत्री और पूर्व सीएम मनोहर लाल के खास हैं, इससे एक बार फिर ये साबित हो गया कि दिल्ली में बैठे ताऊ (मनोहर लाल) का जलवा आज भी चंडीगढ़ तक मार कर रहा है.
सीएमओ में नियुक्तियां पाने वाले तीन व्यक्ति कौन?
तरुण भंडारी: सबसे पहले जिक्र करते हैं तरुण भंडारी का, जिन्हें सीएम सैनी की टीम में राजनीतिक सचिव की जिम्मेदारी दी गई है. तरुण भंडारी पंचकुला के रहने वाले हैं. भाजपा में आने से पहले वो कांग्रेसी थे और वहां भी प्रदेश प्रवक्ता से लेकर हरियाणा कांग्रेस के कोषाध्यक्ष का जिम्मा संभाल चुके हैं. इसके अलावा तरुण भंडारी पंचकुला नगर परिषद के अध्यक्ष भी रहे हैं. तरुण भंडारी पूर्व सीएम और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के खास आदमी हैं, इससे पहले वो मनोहर सरकार में भी पब्लिसिटी एडवाइजर के तौर पर सीएमओ का हिस्सा थे. तरुण भंडारी के कद और पैंठ का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि 6 बागी विधायकों के सहारे हिमाचल की सुक्खू सरकार को गिराने का जो पूरा खेल चला उसको तरुण भंडारी ही लीड कर रहे थे.
The Tribune की रिपोर्ट के मुताबिक किरण चौधरी और अशोक तंवर सरीखे नेताओं को भाजपा में लाने वाले तरुण भंडारी ही हैं.
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वीरेंद्र बढ़खालसा: दूसरी नियुक्ति हुई है सोनीपत जिले के बढ़खालसा निवासी वीरेंद्र बढ़खालसा की. वीरेंद्र भी पूर्व सीएम मनोहर लाल के करीबी हैं और उनके राज में भी वो सीएम के OSD के तौर पर कार्यरत थे. नायब सैनी ने उन्हें फिर से OSD की जिम्मेदारी दी है. वीरेंद्र बढ़खालसा कांग्रेस राज के दौरान लगातार किसानों के मुद्दों को लेकर संघर्ष करते थे और सोनीपत में उन्हें वीरेंद्र चोटीवाला के नाम से भी जाना जाता है. सीएम रहते मनोहर लाल जब सोनीपत आते थे तो अक्सर वीरेंद्र सिंह के घर जाया करते थे, दोनों के बीच लंबे समय से नजदीकियां रही हैं.

प्रवीण अत्रेय: तीसरी नियुक्ति हुई है प्रवीण अत्रेय की, जिन्हें मीडिया सचिव की जिम्मेदारी दी गई है, इससे पहले वो पूर्व सीएम मनोहर लाल के मीडिया सचिव के तौर पर भी काम कर चुके हैं. प्रवीण अत्रेय मूल रूप से पिहोवा के रहने वाले हैं. किसी समय इनेलो में वो अभय सिंह चौटाला के राइट हैंड थे. 2019 के विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले सुभाष बराला की प्रधानी के समय प्रवीण अत्रेय इनेलो छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे. प्रवीण अत्रेय भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता भी हैं और इस बार के विधानसभा चुनाव में सीएम सैनी के मीडिया इंटरैक्शंस को मॉडरेट करने की मुख्य भूमिका भी प्रवीण अत्रेय के ही पास थी.

CM सैनी के अपने करीबी देखते रह गए बाट
नए सीएमओ में राजनीतिक सलाहकार के पद को लेकर सीएम सैनी के कई करीबी लॉबिंग में जुट थे लेकिन ताऊ खट्टर के आगे सब ढेर हो गए. कुछ नामों का जिक्र करें तो पूर्व कैबिनेट मंत्री सुभाष सुधा और असीम गोयल का नाम सीएम सैनी कोटे से सबसे आगे चल रहा था लेकिन इन दोनों ही नेताओं का पत्ता कट गया. इसके अलावा रोहतक से मनीष ग्रोवर भी राजनीतिक सलाहकार के पद को लेकर जोर - आजमाइश कर रहे थे लेकिन उनकी दाल भी नहीं गली.
हरियाणा सीएमओ में ताऊ खट्टर के 6 रत्न
भाजपा ने 2024 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सीएम बदल दिया और पार्टी को चुनावों में इसका पूरा फायदा भी मिला. नए सीएम नायब सैनी को लेकर शुरू से ही ये परसेप्शन बन गया था कि वो पूर्व सीएम मनोहर लाल के इशारों पर काम करते हैं. मनोहर लाल के केंद्रीय मंत्री बनने के बाद लगा कि उन्हें दिल्ली शिफ्ट कर के पार्टी इस परसेप्शन को तोड़ना चाहती है लेकिन नायब सैनी सीएमओ में खट्टर के 6 चहेतों का होना आज भी इस परसेप्शन को बरकरार रखे हुए हैं. सीएम के प्रिंसिपल सेक्रेटरी राजेश खुल्लर, OSD टू CM - वीरेंद्र बढ़खालसा, बीबी भारती, राज नेहरू, सीएम के राजनीतिक सचिव तरुण भंडारी और सीएम के मीडिया सचिव प्रवीण अत्रेय, ये वो 6 नाम हैं जो हिस्सा तो नायब सैनी की सीएमओ टीम का है मगर इनको आशीर्वाद ताऊ खट्टर का प्राप्त है.
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के हरियाणा सीएमओ में दखल पर क्या बोले प्रवीण अत्रेय?
पूर्व सीएम मनोहर लाल के चहेतों की सीएमओ में एंट्री पर जब हमने प्रवीण अत्रेय से बात की तो उनका कहना था कि जो कार्यकर्ता अच्छा काम करते हैं, पार्टी उनको तवज्जों देती है. पूर्व सीएम मनोहर लाल की नीतियां, उनका मार्गदर्शन और वर्तमान सीएम नायब सैनी जी के नेतृत्व के बल पर ही भाजपा तीसरी बार सत्ता में आई है. हर व्यक्ति अपने बड़ों से सीख लेता है, सीएम नायब सैनी तो पहले ही कह चुके हैं कि वो मनोहर लाल जी की नीतियों को आगे बढ़ा रहे हैं, लिहाजा कोई किसी के दबाव में काम कर रहा है ये कहना बेमानी है.