Full Interview Video: दिल्ली कोचिंग हादसे पर ट्रोल होने के बाद अवध ओझा ने तोड़ी चुप्पी, कह दी बड़ी बात
Delhi Coaching Incident: दिल्ली में यूपीएससी की कोचिंग देने वाली Rau's IAS Study Circle में हुए हादसे पर लगातार ट्रोल होने के बाद पहले विकास दिव्यकीर्ति की सफाई सामने आई, इसके बाद अब अवध ओझा ने भी अपनी चुप्पी तोड़ी है.
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न्यूज़ हाइलाइट्स

कोचिंग टीचर अवध ओझा ने इस मुद्दे पर पहली बार अपनी सफाई पेश की है.

दिल्ली के कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में पानी भर जाने से 3 छात्रों की जान चली गई.

यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्रों में उबाल है. वह आंदोलन कर रहे हैं.
Delhi Coaching Incident: दिल्ली में यूपीएससी की कोचिंग देने वाली Rau's IAS Study Circle में हुए हादसे पर लगातार ट्रोल होने के बाद पहले विकास दिव्यकीर्ति की सफाई सामने आई, इसके बाद अब अवध ओझा ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. सिविल सेवा की तैयारी कराने में ये सेलिब्रिटी टीचर माने जाते हैं, अवध ओझा की रील और मोटिवेशनल वीडियो पर करोड़ों व्यूज आते हैं. इस वजह से ये अक्सर चर्चा में रहते हैं. अवध ओझा ने 27 जुलाई, शनिवार को Rau's IAS Study Circle में हुए हादसे पर विस्तार से बात की है.
कोचिंग टीचर अवध ओझा ने इस मुद्दे पर पहली बार चुप्पी तोड़ते हुए अपनी सफाई दी है. दिल्ली के राव आईएएस कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में पानी भर जाने से तीन छात्रों की जान चली गई थी. इसके बाद से यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्रों में उबाल है. वह लगातार आंदोलन कर रहे हैं और कोचिंग संस्थानों पर कार्रवाई भी शुरू हो गई है. मध्य प्रदेश की बात करें तो मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्देश के बाद भोपाल, इंदौर और ग्वालियर में कोचिंग संस्थानों पर कार्रवाई हुई है. उन्होंने कोचिंग संस्थानों और उस घटना पर क्या कहा? देखें Full Interview Video...
देश में ऐसे चलाया जा रहा है, जैसे मैं ही घटना का दोषी हूं: ओझा
देश में और सोशल मीडिया पर ऐसा चलाया जा रहा था कि ये घटना मैंने की है, मेरी कोचिंग संस्थान में वो घटना हुई है और मैं ही इसका दोषी हूं. मेरे माता-पिता की हालत खराब हो गई. उन्हें किसी ने बता दिया कि आपके बेटे की कोचिंग में घटना हो गई है और तीन बच्चे मर गए हैं. आपके बेटे को गिरफ्तार किया गया है. अब बताइए ऐसे में मैं पहले अपने बुजुर्ग मां-बाप को देखने जाता कि मैं कोचिंग वाली घटना स्थल पर जाता.
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लल्लनटॉप से इंटरव्यू में रखा अपना पक्ष
अवध ओझा कहते हैं- घटनाएं होती हैं...
अवध ओझा कहते हैं, 'सबसे पहले दिवंगत स्टूडेंट्स को श्रद्धांजलि दी है. राजेंद्र नगर की वर्षा जघन्य दुर्घटना में जान गंवाई. अब सवाल ये नहीं है कि ऐसी घटनाएं कैसे घटती हैं, सवाल यह है कि ऐसी घटनाएं क्यों घटती हैं. सूरत में 22 बच्चे जलकर मरे. फिर मुखर्जी नगर में आग लगी, बच्चे बिल्डिंग में ऊपर से कूदे. सबने देखा, कोई धरना-प्रदर्शन करने नहीं गया. लाइव वीडियो चलती रही. राजकोट के गेमिंग जोन में इतने बच्चे मरे कोई नहीं आया. इसी क्रम में राजेंद्र नगर में घटना घटती है और बच्चों की मौत होती है.'
कड़ा कानून बनना चाहिए: अवध ओझा
ओझा आगे कहते हैं, "सवाल यह है कि या तो आप कंसंर्ड अथॉरिटी को बोलो कि बेसमेंट में कोई नहीं मिलेगा. सरकार ऐसा कानून पास करे कि अगली बार ऐसा होता है कि किसी भी संस्थान, कोई भी इंस्टिट्यूट, किसी भी जगह जहां पर कोचिंग मालिक की लापरवाही से किसी की मौत हो रही है. उसकी संस्था और उसकी पूरी संपत्ति सील की जाएगी. उसको आजीवन कारावास दिया जाएगा, वरना ये ऐसे ही चलता रहेगा, कुछ नहीं होगा. इससे जुड़ी अधिकारियों की सारी संपत्ति सीज कर ली जाएगी, उनको भी आजीवन करावास दिया जाएगा."