SDM निशा बांगरे ने सरकार के खिलाफ फिर खोला मोर्चा, धरने पर बैठीं; दे डाली ये चेतावनी
MP News: इस्तीफा देकर सुर्खियों में आने वाली बैतूल की एसडीएम (Deputy Collector) निशा बांगरे ने अब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बैतूल (Betul) की आमला विधानसभा से चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी निशा बांगरे (Nisha Bangre) ने सोमवार को अपने सैकड़ो समर्थकों के साथ पैदल मार्च किया और इस्तीफा (Resign) मंजूर […]
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MP News: इस्तीफा देकर सुर्खियों में आने वाली बैतूल की एसडीएम (Deputy Collector) निशा बांगरे ने अब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बैतूल (Betul) की आमला विधानसभा से चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी निशा बांगरे (Nisha Bangre) ने सोमवार को अपने सैकड़ो समर्थकों के साथ पैदल मार्च किया और इस्तीफा (Resign) मंजूर कराने के लिए ज्ञापन सौंपा. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर तीन दिन में इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ तो आंदोलन के साथ आमरण अनशन करेंगी.
बैतूल कलेक्ट्रेट परिसर में जमीन पर बैठकर डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे अपने समर्थकों के साथ प्रदर्शन कर रही थीं. इस दौरान उनके समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की. निशा बांगरे ने ज्ञापन राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम पर दिया और सरकार से इस्तीफा मंजूर करने का आग्रह किया है, साथ ही चेतावनी भी दी है.
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कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठी SDM
बैतूल कलेक्ट्रेट में एक समय पर डिप्टी कलेक्टर के तौर पर पदस्थ रही निशा बांगरे अब उसी कलेक्ट्रेट में आज उन्होंने अपने पति और बच्चे के साथ धरना प्रदर्शन कर रही हैं. प्रदर्शन के दौरान उनके साथ कई सामाजिक संगठनों के सदस्य भी मौजूद थे. निशा बांगरे का कहना है कि इसी कलेक्ट्रेट में नौकरी के दौरान महिलाओं, गरीबों और आदिवासियों को न्याय दिलाया. कई बार ऐसा मौका आया कि गरीब महिलाओं को उनकी मजदूरी नहीं मिलती थी तो उनके साथ जमीन पर बैठकर उन्हें न्याय दिलाया. आज खुद न्याय पाने के लिए विरोध प्रदर्शन करने की स्थिति पैदा हो रही है.
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मुझे चुनाव लड़ने से रोक रहे
निशा बांगरे ने आरोप लगाते हुए कहा, “मुझे बैक डेट में नोटिस देकर प्रताड़ित किया जा रहा है. जब मैं अपने धार्मिक अधिकारों की रक्षा नहीं कर सकी तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दिया. विभागीय जांच के नाम पर मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है. हम कोर्ट में चले गए तो मध्य प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी कोर्ट को भी गुमराह कर रहे हैं. मैंने अपना निर्णय ले लिया है कि मैं विधानसभा चुनाव लडूंगी इस्तीफा मंजूर न करके मुझे चुनाव में जाने से रोका जा रहा है.”
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