गर्मी से राहत पाने के लिए डॉक्टर का गजब नुस्खा, कार के साथ कर डाला ये काम
MP News: एमपी के सागर जिले में गर्मी से परेशान एक डॉक्टर ने इससे बचने का देशी नुस्खा निकाला है, गर्मी से राहत के लिए उन्होंने अपनी कार पर गाय के गोबर का लेप करा लिया है. अब डॉक्टर साहब जिस गली से निकलते हैं, उनकी वहां चर्चा शुरू हो जाती है. दरअसल जरुआखेड़ा आरोग्यं […]
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MP News: एमपी के सागर जिले में गर्मी से परेशान एक डॉक्टर ने इससे बचने का देशी नुस्खा निकाला है, गर्मी से राहत के लिए उन्होंने अपनी कार पर गाय के गोबर का लेप करा लिया है. अब डॉक्टर साहब जिस गली से निकलते हैं, उनकी वहां चर्चा शुरू हो जाती है. दरअसल जरुआखेड़ा आरोग्यं सेतु स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ है, होम्योपैथिक पद्धति से इलाज करने डॉक्टर सुशील सागर अब जहां से भी अपनी इस गाड़ी को लेकर निकलते हैं तो लोग इसकी चर्चा करना शुरू कर देते हैं.
डॉक्टर का दावा है कि गाय के गोबर का लेप करने से हीटिंग कम होती है, अंदर से यह कूल बना रहता है. सुशील सागर शहर में तिलक गंज के रहने वाले हैं. अपनी मारुति अल्टो 800 से सफर करते हैं. इन दिनों पारा 41 डिग्री तक पहुंच गया है और लोग गर्मी से परेशान हो रहे हैं. गर्मी से राहत पाने के लिए उन्होंने यह तरीका निकाला है. सुशील सागर पिछले 10 सालों से होम्योपैथिक पद्धति से इलाज कर रहे हैं.
सूरज की किरणों को सोख लेती है गोबर की लेयर
गाड़ी का लेप करने वाले डॉ सुशील सागर बताते हैं कि इसकी वजह से सूर्य की सीधी किरणें कार के चद्दर पर नहीं पड़ती हैं. उसके ऊपर गोबर की एक लेयर बन जाती है, जो उनको सोख लेती हैं गाड़ी के अंदर का टेंपरेचर भी कूल बना रहता है. अगर आप एसी चलाते हैं तो बहुत अच्छी कूलिंग होती है. इससे वाहन के लिए कोई नुकसान भी नहीं होता. जानकार बताते हैं कि कार के ऊपर गोबर लगाने से वह बाहरी वातावरण से आ रही उष्मा को अंदर नहीं आने देगा. इससे कार के अंदर ठंडक बनी रहेगी. आज भी ग्रामीण इलाकों में गोबर को घरों के फर्श और दीवारों पर लगाया जाता है, जिससे घर सर्दी में गर्म और गर्मी में ठंडा बना रहता है.
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कार के अंदर से टेंपरेचर कम बना रहता है…
सुशील सागर ने बताया कि कार में गोबर का लेप किया गया है, इसमें गोबर का लेप करने से चद्दर जो है धूप पड़ने से एकदम हीटेड नहीं होता है, गाड़ी जो है अंदर से टेंपरेचर कम बना रहता है. अपन जैसे उसमें ऐसी भी चलाते हैं. उसका परफॉर्मेंस भी अच्छा आता है. ज्यादातर एसी चलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इसमें जो है गाड़ी की कूलिंग अंदर से बनी रहेगी यह नेचुरल कूलिंग देता है.
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