अनिरुद्धाचार्य से जबलपुर के इंद्र तिवारी ने बोला था 18 एकड़ जमीन वाला झूठ, यही बात बनी हत्या की वजह ?

News Tak Desk

प्रवचन में बताया 18 एकड़, लेकिल थी सिर्फ 3 एकड़. फर्जी हलफनामा, सुहागरात और फिर हत्या. कुशीनगर में MP के टीचर क्या हुआ. पढ़िए पूरी कहानी.

ADVERTISEMENT

NewsTak
तस्वीर: न्यूज तक.
social share
google news

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में एक शिक्षक की हत्या की सनसनीखेज साजिश का खुलासा हुआ है. मध्य प्रदेश के जबलपुर निवासी शिक्षक इंद्र कुमार तिवारी की शादी नहीं हुई तो उन्होंने बड़ा दांव खेला. परिवार के अन्य सदस्यों का दावा है कि इंद्र के पास महज 3 एकड़ जमीन थी पर उन्होंने कथा में 18 एकड़ बताया. ऐसा इंद्र अक्सर करते थे. उसे शादी जो करनी थी. 

अनिरुद्धाचार्य के प्रवचन में प्रश्नोत्तरी के दौरान भी इंद्र तिवारी ने ऐसा ही कहा. इसके बाद ये REEL वायरल हो गई. इस रील को यूपी के कुशीनगर के एक युवक-युवती ने देखा और इंद्र कुमार को ठगने का प्लान बनाया. 

शादी के जरिए प्रॉपर्टी हड़पने का था प्लान, कर दी हत्या 

कुशीनगर के साहिबा जिसने खुशी तिवारी बन इंद्र कुमार तिवारी को झांसे में लिया. खुशी ने पहले सोशल मीडिया पर संपर्क किया. फोन और बात शादी तक पहुंची. इस शादी में मीडिएटर बना साहिबा का कथित बॉयफ्रेंड कौशल गौड़. भाई बन रिश्ता लेकर जबलपुर गया. योजना थी कि शादी के बाद साहिबा इंद्र के साथ खुशी के रूप में ससुराल जाएगी. वहां रहते-रहते वो कौशल मिलकर इंद्र की काम तमाम कर देंगे और पूरी प्रॉपर्टी हड़प लेंगे. 

यह भी पढ़ें...

मझौली में लंच कराई, नेग भी दिया 

शादी का ऑफर लेकर आए कौशल को इंद्र कुमार मझौली लेकर गए. यहां खाना खिलाया और नेग दिया. शादी 5 जून को गोरखपुर में होना तय हुई. 

प्रॉपर्टी गिरवी रख गहने बनवाए और शादी करने पहुंच गए  

इंद्र कुमार ने अपनी कुछ प्रॉपर्टी गिरवी रखी और शादी के लिए जेवर बनवाए. इंद्र कुमार के परिवार के हरिशंकर तिवारी ने एमपी तक को बताया कि 1 लाख 20 हजार के जेवर खरीदे जिसके 13,800 रुपए अभी भी ज्वैलर के पास उधार है. शादी में चलने के लिए बोला पर हरिशंकर ने व्यस्तता बताकर मना कर दिया. 

परिजनों ने खूब समझाया पर नहीं मानें इंद्र  

परिजनों का कहना है कि उन्होंने खूब समझाया कि प्रॉपर्टी और पैसे का लालच देकर शादी मत करो. ये ठीक नहीं है. फंस भी सकते हो. हालांकि इंद्र तिवारी के सिर पर शादी का ऐसा भूत सवार था कि वे माने नहीं और शादी करने चल दिए. 

शादी से पहले ही हो गया खुलासा 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शादी से पहले इंद्र, साहिबा और कौशल गोरखपुर के एक होटल में रुके. शादी से पहले साहिबा ऊर्फ खुशी के नाम पर जमीन का हलफनामा बनवाने के लिए जब कागजात मांगे गए तो खुलासा हो गया. पता चला इंद्र कुमार के नाम पर 18 एकड़ नहीं बल्कि महज 3 एकड़ जमीन है. उसमें भी गहने के लिए कुछ हिस्सा गिरवी है. 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इंद्र कुमार से जिस हलफनामे पर सिग्नेचर लिया जा रहा था उसमें लिखा गया था कि उनकी मौत के बाद सारी प्रॉपर्टी पत्नी खुशी और साले कौशल के नाम हो जाएगी. 

फिर बना नया प्लान 

इसके बाद साहिबा और कौशल ने नया प्लान बनाया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों ने लूट और हत्या की साजिश रची. 5 जून को एक मंदिर में शादी की औपचारिकता हुई. फिर अपना गांव घुमाने के बहाने साहिबा और कौशल कुशीनगर ले गए. यहां सुहागरात से पहले इंद्र कुमार को नशीला पदार्थ पिला दिया गया. उनके बेहोश होते ही चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई. फिर गहने वगैरह लेकर साहिबा और उसका कथित बॉयफ्रेंड फरार हो गया. 

तो क्या वाकई में थी महज 3 एकड़ जमीन?  

इंद्र कुमार के चचेरे भाई हरिशंकर तिवारी ने बताया कि इनके पिता जी 4 भाई थे. चारों भाइयों के नाम पर कुल 12 एकड़ जमीन थी. इंद्र कुमार के पिता जी के नाम पर 3 एकड़ जमीन थी. इंद्र के माता-पिता नहीं थे. वे अतिथि शिक्षक थे और शादी नहीं होने पर परेशान थे. उनकी उम्र भी 45 के पार थी. इसलिए शादी करने के लिए परेशान थे.

यह भी पढ़ें: 

45 साल के इंद्र तिवारी को साहिबा बानो ने सुहागरात में ही क्यों मार डाला? सामने आई इनसाइड स्टोरी
 

    follow on google news
    follow on whatsapp