मामा शिवराज की लाड़ली लक्ष्मी लगा रही झाड़ू, गुना सरकारी स्कूल में देखने मिली बदरंग तस्वीरे!

विकास दीक्षित

Guna News:   एक ओर प्रदेश सरकार महिलाओं के लिए लाड़ली बहना योजना और बच्चीयों के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना चला रही है. तो वही दूसरी प्रदेश की लाडली लक्ष्मी स्कूलों में झाडू लगा रही है. गुना विकासखण्ड के शासकीय प्राथमिक विद्यालय रानीगंज में पढ़ने के लिए आने वाली छात्राओं को पहले स्कूल की कक्षा और […]

ADVERTISEMENT

NewsTak
social share
google news

Guna News:   एक ओर प्रदेश सरकार महिलाओं के लिए लाड़ली बहना योजना और बच्चीयों के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना चला रही है. तो वही दूसरी प्रदेश की लाडली लक्ष्मी स्कूलों में झाडू लगा रही है. गुना विकासखण्ड के शासकीय प्राथमिक विद्यालय रानीगंज में पढ़ने के लिए आने वाली छात्राओं को पहले स्कूल की कक्षा और परिसर में झाडू लगाना पड़ता है, न लगाने पर स्कूल के स्टाफ की डांट और मार भी खाना पड़ती है. स्कूल परिसर में छात्राएं झाडू लगा रही हैं, इसका सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है. ये वीडियो शुक्रवार का बताया जा रहा है.

जानकारी के मुताबिक शासकीय प्राथमिक विद्यालय रानीगंज में स्थित विद्यालय में पढ़ने पहुंचीं छात्राओं से स्कूल स्टाफ ने सफाई करने को कहा, इसके बाद कक्षा और स्कूल परिसर में छात्राओं ने झाडू उठाई और परिसर में लगाना शुरू कर दी. स्कूली छात्राओं का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. झाड़ू लगा रही बच्चियों ने बताया कि यदि हम झाडू नहीं लगाएंगे तो हमें सजा भुगतनी पड़ेगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बेटियों को भांजी बताते हैं लेकिन उनके ही अधीनस्थ सरकारी कर्मचारी बच्चियों के हाथों में कलम की जगह झाड़ू थमाने पर आमादा हैं. ऐसे मैं कैसे लाड़ली लक्ष्मी आगे बढ़ पाएगी?

शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों ने बताया कि इस तरह से बच्चियों से झाड़ू लगवाना पूरी तरह से गलत है. लेकिन इस विद्यालय में इस आदेश को दरकिनार कर बच्चियों से झाडू लगवाई जा रही है.

यह भी पढ़ें...

अधिकारी बोले जांच करेंगे
इस संबंध में डीपीसी मोहन शर्मा ने बताया कि छात्राओं के साथ शिक्षक यदि झाडू लगाएं तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वच्छता अभियान का एक पार्ट होता है यदि छात्राएं अकेली झाडू लगा रही हैं तो इस संबंध में जांच की जाएगी.

ये भी पढ़ें: PM नरेंद्र मोदी ने वंदे भारत एक्सप्रेस को दिखाई हरी झंडी, क्यों बोले ‘ये अप्रैल फूल नहीं, हकीकत है’

    follow on google news
    follow on whatsapp