Morena Crime: बेवफा पत्नी ने पति को रास्ते से हटाने रच दी खतरनाक साजिश, पुलिस जांच में ऐसे हुआ खुलासा
Morena Crime: नूराबाद थाना क्षेत्र के छर्रा का पुरा गांव के तालाब किनारे बोरे में बंद मिली लाश की न सिर्फ शिनाख्त हो गई, बल्कि पुलिस ने हत्या का खुलासा भी कर दिया.
ADVERTISEMENT

Morena Crime: नूराबाद थाना क्षेत्र के छर्रा का पुरा गांव के तालाब किनारे बोरे में बंद मिली लाश की न सिर्फ शिनाख्त हो गई, बल्कि पुलिस ने हत्या का खुलासा भी कर दिया. मृतक की पत्नी ने अपने प्रेमी व उसके पांच दाेस्तों से यह हत्या करवाई थी. पुलिस ने महिला, उसके प्रेमी व पांच अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
गौरतलब है, कि 2 अगस्त को छर्रा का पुरा गांव के तालाब किनारे बोरे में बंद युवक की लाश मिली. इस युवक की पहचान बिचौला गांव निवासी मनोज पुत्र राजीलाल उच्चारिया उम्र 37 साल के तौर पर हुई. मनोज के शव को उसके पिता, भाई व अन्य स्वजन ने पहचान लिया, लेकिन पत्नी भारती ने कहा कि यह शव उसके पति का नहीं किसी और का है. पुलिस के शक की सुई यहीं से मृतक की पत्नी पर टिक गई.
छानबीन शुरू हुई, सीसीटीवी कैमरों से लेकर मृतक व उसकी पत्नी के मोबाइल के कॉल डिटेल खंगाले गए. पता चला कि मृतक की पत्नी के मुरैना निवासी आशुतोष माहौर से अवैध संबंध हैं.
कम्प्यूटर सीखने गई और संचालक से शुरू हो गया प्रेम संबंध
हत्या का आरोपी आशुतोष मुरैना के वनखंडी राेड स्थित कौशल विकास केंद्र का मैनेजर है और एक-डेढ़ साल पहले भारती यहां कम्प्यूटर सीखने आती थी, तभी से आशुतोष से अवैध संबंध बन गए. भारती मई महीने में भी घर से भाग चुकी थी और तब भी आशुतोष माहौर का नाम सामने आया था. पुलिस को मृतक की कॉल डिटेल में पता चला कि 23 जुलाई को आखिरी कॉल आशुतोष का ही आया था. वनखंडी रोड के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में भी मृतक का कौशल विकास केंद्र तक जाना पता चला. इतने सबूत जुटाने के बाद पुलिस ने आशुतोष माहौर को दबोचा और सख्ती से पूछताछ की तो उसने मनोज की हत्या की बात कबूल कर ली.
यह भी पढ़ें...
पूछताछ में उसने बताया कि कौशल विकास केंद्र के संचालक दीपक सेंगर, मुरैना निवासी लोकेश राठौर, अमन यादव, दीपक पलिया और आदित्य सिसोदिया के साथ मिलकर उसने 23 जुलाई को ही महिला के पति मनोज की हत्या कर दी. रात के समय शव को बोरे में बंद किया, फिर ट्राली में रखकर खिरावली गांव जाकर सड़क किनारे से बोरे में बंद शव तालाब में फेंक दिया था.
इसके लिए आरोपियों ने महिला के पति को शराब पिलाई और नींद के इंजेक्शन दिए.आरोपियों ने पहले उसे शराब पिलाई, फिर नशे की हालत में बुरी तरह पीटा. इसके बाद 25 से 30 नींद की गोलियों को पीसकर पानी में मिलाया. इस घोल को इंजेक्शनों में भरकर मनोज की गर्दन, पेट, छाती, पसलियों में लगाया, जिससे वह बेहोश हो गया. इसके बाद मुंह में साफी ठूसकर गला दबाकर हत्या कर दी.
ये भी पढ़ें- ग्वालियर में दहशत का दूसरा चेहरा भी आया पुलिस की गिरफ्त में, शॉर्ट एनकाउंटर में पकड़ा गया हत्यारा