कमलनाथ के गढ़ में सजा बागेश्वर बाबा का दरबार, धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कौन है यजमान
Dhirendra Krishna Shashtri: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में तीन दिवसीय दिव्य कथा का आयोजन किया जा रहा है. इस कथा का आयोजन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (KamalNath) और उनके बेटे सांसद नकुलनाथ (NakulNath) के सौजन्य से किया जा रहा है. कथा का वाचन बागेश्वर धाम के महंत पं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shashtri) करेंगे. […]
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Dhirendra Krishna Shashtri: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में तीन दिवसीय दिव्य कथा का आयोजन किया जा रहा है. इस कथा का आयोजन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (KamalNath) और उनके बेटे सांसद नकुलनाथ (NakulNath) के सौजन्य से किया जा रहा है. कथा का वाचन बागेश्वर धाम के महंत पं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shashtri) करेंगे. तीन दिवसीय दिव्य कथा का आयोजन 5 अगस्त से 7 अगस्त तक छिंदवाड़ा (Chindwara News) के सिमरिया में किया जा रहा है. यहां एक लाख से ज्यादा लोगों के बैठने की क्षमता वाला एक बड़ा पंडाल बनाया गया है. कथा के लिए 25 एकड़ जमीन किराए पर ली गई है. कथा में शामिल होने के लिए देश भर से लोग आ रहे हैं.
दिव्यकथा से पहले कलश के लिये लाया गया मां नर्मदा के जल का कमलनाथ ने अपने निवास शिकारपुर में पूजन किया, जिसके बाद ग्राम चिखली से बड़ी संख्या में कलश यात्रा निकाली गई. दो किमी यह कलश यात्रा सिमरिया कथा स्थल पर पहुंची.
कथा का आयोजन राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है. यह पहली बार है जब कांग्रेस के एक बड़े नेता ने बागेश्वर धाम के महंत पं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा का आयोजन किया है. इससे पहले बीजेपी के नेता ही इस कथा का आयोजन करते थे. कथा का आयोजन कांग्रेस के लिए चुनावी लाभ का अवसर है. यह पार्टी को धार्मिक समुदायों के वोटों को हासिल करने में मदद कर सकता है. पार्टी को यह भी उम्मीद है कि कथा के आयोजन से जनता के बीच पार्टी की छवि को मजबूत किया जा सकेगा.
बीजेपी का आरोप- कांग्रेस धार्मिक भावनाओं का इस्तेमाल करना चाहती है…
हालांकि, बीजेपी ने कथा का आयोजन को कांग्रेस की धार्मिक भावनाओं का इस्तेमाल करने की कोशिश करार दिया है. पार्टी ने कहा है कि कांग्रेस धर्म के नाम पर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है. कथा का आयोजन मध्य प्रदेश की राजनीति में एक नई बहस का विषय बन गया है. यह देखना होगा कि कथा का आयोजन कांग्रेस के लिए चुनावी लाभ का अवसर बनता है या नहीं.
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कलश यात्रा में 12-15 हजार महिलाएं शामिल हुईं
कांग्रेस नेता गंगा प्रसाद तिवारी ने बताया कि बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के आने से पहले चिखली ग्राम से कलश यात्रा प्रारंभ हुई. कलश में नर्मदा जल भरकर 12-15 हजार महिलाएं कलश यात्रा के साथ आएंगी. उसी नर्मदा जल का पूजन किया है. इसके बाद 5 अगस्त से महाराजश्री यहां आयेंगे और शाम 4 बजे से 7 बजे तक कथा का आयोजन करेंगे. प्रतिदिन 2 लाख लोगों की आने की संभावना है. उसी तरह से यहां पूरी तैयारी हो रही है. सभी जितने भी संगठन है. सभी मिलकर सहयोग कर रहे है.
पंडाल की होगी एक लाख से ज्यादा लोगों की क्षमता
बताया जा रहा है कि छिंदवाड़ा के सिमरिया में धीरेंद्र शास्त्री का भव्य दरबार लगाने के लिए करीब 25 एकड़ ज़मीन को किराये पर ले लिया गया है. यहां 3 बड़े वाटरप्रूफ डोम खड़े किये जायेंगे जिसमें एक लाख से ज्यादा लोग एक बार में रामकथा को सुन सकेंगे. बता दें कि इससे पहले सिमरिया में ही कमलनाथ ने 108 फ़ीट ऊंची भगवान हनुमान की मूर्ति बनवायी है, जिसके साथ ही एक मंदिर भी बनवाया है. अब इसी मंदिर के पास रामकथा का आयोजन होगा.
धीरेंद्र शास्त्री बोले- कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ यजमान
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ इस कथा के प्रमुख यजमान हैं. हालांकि कमलनाथ से जब इसको लेकर सवाल किया गया तो राजनीतिक कारणों की वजह से वह इस कथा के आयोजन को लेकर कोई सीधा जवाब देने से बचते दिखे.
पहली बार कांग्रेस की कथा में जाएंगे धीरेंद्र शास्त्री
हिंदुत्व और सनातन का झंडा बुलंद करने वाले धीरेंद्र शास्त्री से अब तक सिर्फ बीजेपी से जुड़े नेता ही कथा करवा रहे थे, लेकिन यह पहली बार है जब कांग्रेस का कोई बड़ा नेता धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा का आयोजन करवा रहा हो. इससे पहले शिवराज कैबिनेट के मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत और हरदीप सिंह डंग धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा करवा चुके हैं. वैसे भी चुनावी साल में मध्य प्रदेश की सियासत में संतों के आयोजनों की बाढ़ सी आई हुई है. भोपाल में शिवराज के ही कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा करवा चुके हैं.