MP Weather Update: मध्य प्रदेश में इंदौर-धार समेत 15 जिलों में आंधी-बारिश मचाएगी तबाही, मानसून एंट्री की आ गई डेट!
MP Weather Update: मध्यप्रदेश में इंदौर, धार सहित 15 जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट, 42 दिनों से जारी है मौसम का कहर, मानसून की एंट्री 10 जून के बाद संभावित.
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MP Weather Update: मध्यप्रदेश में बारिश और आंधी का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार 42 दिनों से प्रदेश के किसी न किसी जिले में बारिश हो रही है. शुक्रवार को इंदौर और रायसेन में हल्की बारिश हुई, वहीं आज 15 जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट है. हालांकि, मानसून की एंट्री अभी 10 जून के बाद ही होने की संभावना है. मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक ऐसा ही मौसम रहने की बात कही है.
15 जिलों में आज आंधी-बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक, आज यानी 7 जून को मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बैतूल, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, इंदौर, धार, बड़वानी, झाबुआ और अलीराजपुर में तेज आंधी के साथ हल्की बारिश हो सकती है. कल यानी 8 जून को भी इंदौर, मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बैतूल, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर और धार में ऐसा ही मौसम रहने का अलर्ट है. 9 जून को उज्जैन, मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर में बारिश की संभावना है.
गुना सबसे गर्म, पचमढ़ी सबसे ठंडा
शुक्रवार को गुना सबसे गर्म रहा, जहां तापमान 40.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, पचमढ़ी में सबसे कम 33.8 डिग्री तापमान रहा. बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 38.3 डिग्री, इंदौर में 36.3 डिग्री, ग्वालियर में 38.5 डिग्री, उज्जैन में 38.7 डिग्री और जबलपुर में 38.9 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा. इंदौर और रायसेन में हल्की बारिश ने लोगों को कुछ राहत दी.
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42 दिन से बारिश का सिलसिला
मध्यप्रदेश में 26 अप्रैल से आंधी-बारिश का दौर शुरू हुआ था, जो अब तक जारी है. मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 42 दिनों से प्रदेश के किसी न किसी जिले में बारिश या आंधी देखने को मिली है. सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया,
"दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन और एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से ऐसा मौसम बना हुआ है. अगले 4 दिनों तक यानी 9 जून तक ऐसा ही मौसम रहेगा."
मानसून की एंट्री में देरी
प्रदेश में मानसून 10 जून के बाद ही दस्तक दे सकता है. मौसम विभाग का कहना है कि अभी मानसून महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ में रुका हुआ है और पिछले कुछ दिनों से आगे नहीं बढ़ा है. मानसून के आने से पहले गर्मी और उमस बढ़ने की संभावना है. खासकर ग्वालियर-चंबल, भोपाल, इंदौर और उज्जैन संभाग में तापमान बढ़ सकता है.
मई में टूटे बारिश के रिकॉर्ड
इस साल मई में मध्यप्रदेश में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई. पूरे महीने आंधी, बारिश और ओले गिरे. इंदौर में 139 साल का रिकॉर्ड टूटा, जहां 4.6 इंच बारिश दर्ज की गई. उज्जैन में भी सबसे ज्यादा बारिश का रिकॉर्ड बना. भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर समेत 53 जिले भीगे, सिर्फ निवाड़ी में बारिश दर्ज नहीं हो सकी. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि साइक्लोनिक सर्कुलेशन और वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से ऐसा मौसम रहा.
जून में गर्मी और बारिश का मिला-जुला असर
जून में मध्यप्रदेश में गर्मी और बारिश दोनों का असर देखने को मिलेगा. मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि मानसून के आने से पहले तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है. भोपाल में 15 जून तक तेज गर्मी का असर रह सकता है. पिछले 10 साल के रिकॉर्ड बताते हैं कि 15 जून से पहले भोपाल में तापमान 45 डिग्री तक पहुंच चुका है. हालांकि, रात का तापमान 8 से 10 डिग्री तक गिर सकता है. पिछले साल जून में भोपाल में 10.9 इंच बारिश हुई थी.