MahaKumbh Death News: महाकुंभ में मची भगदड़ में कितने श्रद्धालुओं की हुई मौत, पुलिस ने कर दिया बड़ा खुलासा!
MahaKumbh Death News: महाकुंभ में मौनी अमावस्या के स्नान के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ने से मची भगदड़ में 30 से श्रद्धालुओं की मौत हो गई है. ये जानकारी मेला प्रशासन ने दिया है. वहीं 36 घायलों का अब भी इलाज किया जा रहा है.
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MahaKumbh Mela Death News: महाकुंभ में मौनी अमावस्या के स्नान के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ने से मची भगदड़ में 30 से श्रद्धालुओं की मौत हो गई है. ये जानकारी मेला प्रशासन ने दिया है. वहीं 36 घायलों का अब भी इलाज किया जा रहा है. मेला प्रशासन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें डीआईजी वैभव कृष्ण और मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने आधिकारिक आंकड़ा पेश किया. बता दें कि भगदड़ में घायल हुए लोगों का इलाज मोतीलाल मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा है.
DIG वैभव कृष्ण ने बताया कि भगदड़ में घायल 90 लोगों को अस्पताल ले जाया गया था, जिसमें 30 लोगों की मौत हो गई. 25 लोगों की पहचान की जा चुकी है, वहीं 5 शवों की शिनाख्त नहीं हो पाई है.
DIG मेला वैभव कृष्ण ने कहा कि आज मौनी अमावस्या का मुख्य स्नान था. मेला क्षेत्र के अखाड़ा मार्ग में भीड़ का दबाव बना, और भीड़ दूसरी तरफ कूदने लगी. इससे भगदड़ मच गई. फौरन एंबुलेंस से 90 लोगों को अस्पताल भेजा गया. जिसमें 30 की मौत हो गई. मरने वाले 30 लोगों में 25 की शिनाख्त हो चुकी है. घायलों की जानकारी के लिए Helpline 1920 जारी की गई है.
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मरने वालों में गुजरात, असम और कर्नाटक के लोग शामिल
करीब 90 लोगों को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल ले जाया गया लेकिन दुर्भाग्य से 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई. इन 30 में से 25 की पहचान हो गई है और बाकी की पहचान होनी बाकी है। इनमें कर्नाटक के 4, असम का 1, गुजरात का 1 लोग शामिल हैं. 36 लोगों का स्थानीय मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है. फिलहाल स्थिति सामान्य है.
श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी महामंडलेश्वर, संतों, अखाड़ों से कुछ देरी से पवित्र डुबकी लगाने का अनुरोध किया है. अखाड़ों का अमृत स्नान सुरक्षित रूप से संपन्न हो गया है. DIG ने साफ कहा कि 29 तारीख को लेकर कोई VVIP Movement नहीं था. आगामी बड़े पर्व या स्नान पर कोई VVIP Movement नहीं होगा.
कैसे हुई भगदड़?
जानकारी के मुताबिक, रात 10:00 बजे से ही लोग संगम नोज पर बड़ी संख्या में जुटने लगे थे. प्रशासन की मंशा थी कि लोग आएं, पवित्र स्नान करें और व्यवस्थित तरीके से वापस चले जाएं. लेकिन, श्रद्धालु अमृत बेला (शुभ समय) में स्नान करना चाहते थे, जिससे भीड़ बढ़ गई. यही नहीं, मौनी अमावस्या के अवसर पर सभी ने संगम नोज पर ही स्नान करना पसंद किया. नतीजतन, भीड़ बढ़ती गई. इससे अफरातफरी मच गई और भीड़ ने कई लोगों को कुचल दिया. जिसमें 25 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है.
अफवाह और धक्कामुक्की से बिगड़े हालात
महाकुंभ में देर रात हुई भगदड़ में शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, भीड़ का दवाब, अफवाह और धक्का-मुक्की के चलते हालात बिगड़ गए. इस हादसे में कई श्रद्धालु घायल हुए, जबकि कुछ लोगों के लापता होने की खबर भी है. घटना के तुरंत बाद पुलिस और प्रशासनिक टीमें मौके पर पहुंचीं. घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया. वहीं, लापता लोगों की तलाश के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं.
प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है. ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी बढ़ाई गई है. इसके अलावा, बैरिकेडिंग को और मजबूत किया गया है ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके. मौनी अमावस्या स्नान के लिए विशेष रूप से आए हजारों श्रद्धालु बैरिकेड्स के पास प्लास्टिक शीट पर लेट गए थे और अपनी बारी का इंतजार करने लगे. जिसके बाद भीड़ उन्हें कुचलते हुए निकल गई.