Indian Army ने सबूतों के साथ बताई Operation Sindoor की इनसाइड स्टोरी...जानें 7 मई की रात पाकिस्तान में क्या किया
DGMO Indian Army Press Conference: सीजफायर के बाद भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान इसमें ऑपरेशन के तहत आतंकियों पर की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी दी गई.
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भारत पाकिस्तान के बीच सीजफायर होने के बाद आज 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर तीनों सेनाओं ने रविवार को एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई कार्रवाई को लेकर जानकारी दी गई. इस दौरान प्रेस कांफ्रेंस में लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO), भारतीय सेना, एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती, वायु संचालन महानिदेशक (DG एयर ऑप्स), भारतीय वायु सेना, वाइस एडमिरल एएन प्रमोद, नौसेना संचालन महानिदेशक (DGNO), भारतीय नौसेना मौजूद रहे.
प्रेस कांफ्रेंस में सेना के अधिकारियों ने कहा कि ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान और PoK मौजूद आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 9 टेरर कैंप्स को धवस्त किया. उन्होंने इस दौरान मुरीदके में आतंकी ट्रेनिंग कैंप और बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर की गई कार्रवाई का के बारे में भी जानकारी दी.
पाकिस्तान एयर डिफेंस रडार को दिया तबाह
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारतीय सेना की कार्रवाई नपी-तुली और सटीक थी. सैन्य अभियान को इस तरह अंजाम दिया गया कि किसी भी नागरिक या सैन्य ठिकाने को नुकसान न पहुंचे. 7-8 मई की रात पाकिस्तान के चुनियान एयर डिफेंस रडार को भी तबाह किया गया.
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पाक ने सिविल एयरलाइनों बनाया शील्ड
इसके बाद 8-9 मई की रात भारत के शहरों पर बड़े पैमाने पर ड्रोन हमले हुए, जिन्हें भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिया.जवाबी कार्रवाई में लाहौर के रडार सिस्टम को निशाना बनाया गया. एयर मार्शल भारती ने बताया कि पाकिस्तान ने सिविल एयरलाइनों को जानबूझकर उड़ान की अनुमति दी ताकि उन्हें शील्ड के रूप में इस्तेमाल किया जा सके, लेकिन भारत ने सुनिश्चित किया कि कोई भी नागरिक विमान निशाने पर न आए.
पाकिस्तानी सेना के 35 से 40 जवान मारे
9 और 10 मई को ड्रोन और प्लेन से भारत में घुसपैठ की कोशिश को भी नाकाम किया गया. लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने जानकारी दी कि इस कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना के 35 से 40 जवान और अधिकारी मारे गए.
भारत ने इन एयरफील्ड्स को बनाया निशाना
- सरगोधा एयरफील्ड, जहां F-16 फाइटर जेट्स की तैनाती है
- रहीमयार खान एयरफील्ड
- चकलाला (नूरखान) एयरफील्ड
- सुक्कुर एयरफील्ड
- भोलारी एयरफील्ड
- जैकबाबाद के हैंगर
एयर मार्शल भारती ने स्पष्ट किया कि यह लड़ाई पाकिस्तानी सेना से नहीं बल्कि आतंकियों से है. लेकिन जब पाकिस्तान ने ड्रोन और UAV भेजे, तो भारत को भी जवाब देना पड़ा.
इंडियन नेवी ने पूरी तरह थी मुस्तैद
वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने कहा कि इंडियन नेवी ने पूरी कार्रवाई के दौरान पाकिस्तान की हर गतिविधि पर नजर रखी और अरब सागर में इस तरह तैनाती की गई थी कि जब चाहे, कराची समेत अन्य स्थानों पर हमला किया जा सकता था. उन्होंने बताया कि नेवी के पास हर संभावित लक्ष्य और मूवमेंट की जानकारी थी और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तीनों सेनाओं ने समन्वय से काम किया.
उल्लंघन पर होगी जवाबी कार्रवाई
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि ऑपरेशन का लक्ष्य आतंकी ठिकानों को खत्म करना था. उन्होंने कहा सीजफायर के बाद भी सीमा पार से फायरिंग हुई, जिसका भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया. लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने साफ किया कि अगर पाकिस्तान ने फिर से उल्लंघन किया, तो भारत जवाबी कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगा.