भारतीय सेना ने PAK के झूठ को किया बेनकाब...सीजफायर के पीछे की भी असली कहानी पता चल गई!
India-Pakistan ceasefire: भारत और पाकिस्तान तनाव के बीच भारतीय सेना ने पाकिस्तान के झूठे सैन्य दावों को खारिज कर दिया. इस बीच अब दोनों देशों के बीच सीजफायर पर आम सहमति बन गई है.
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India-Pakistan ceasefire: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा शुरू किए गए जवाबी ऑपरेशन ‘सिंदूर’ और उसके बाद उत्पन्न हुए सैन्य तनाव के बीच शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना के शीर्ष अधिकारियों ने पाकिस्तान के दावों को सिरे से खारिज कर दिया है.
भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने साफ किया कि पाकिस्तान की ओर से भारत के S-400 और ब्रह्मोस बेस, एयरफील्ड्स और एम्युनिशन डिपो को नुकसान पहुंचाने का जो दावा किया गया है, वह पूरी तरह भ्रामक और झूठा है. उन्होंने पाकिस्तान द्वारा धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचाने के आरोपों को भी बेबुनियाद बताते हुए कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है और भारतीय सेना संविधानिक मूल्यों की सच्ची प्रतिकृति है.
कर्नल कुरैशी ने कहा,
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"पाकिस्तान ने दावा किया कि उसके JF-17 से हमारे S400 और ब्रह्मोस बेस को नुकसान पहुंचा, जो कि पूरी तरह गलत है. उसने यह भी झूठ फैलाया कि हमारे एयरफील्ड्स (सिरसा, जम्मू, पठानकोट, भटिंडा, नलिया, भुज) और एम्युनिशन डिपो (चंडीगढ़ और व्यास) को नुकसान हुआ. यह सब पूरी तरह गलत है."
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने स्पष्ट किया कि भारतीय सैन्य कार्रवाई केवल आतंकी ठिकानों और भारत-विरोधी गतिविधियों से जुड़ी संरचनाओं पर केंद्रित रही है. उन्होंने कहा,
"भारतीय सेना ने किसी भी धार्मिक स्थल को निशाना नहीं बनाया है. हमारी कार्रवाई पूरी तरह आतंकी ढांचों पर केंद्रित रही है."
उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान के स्कर्दू, जैकबाबाद और भोलारी जैसे महत्वपूर्ण एयरबेस को भारी नुकसान पहुंचा है. वहां एयर डिफेंस सिस्टम और रडार भी नष्ट हुए हैं.
कॉमोडोर रघु आर. नायर ने पुष्टि की कि भारत और पाकिस्तान के बीच जल, थल और वायु में सभी सैन्य गतिविधियों को तत्काल प्रभाव से रोकने पर आपसी सहमति बन गई है. उन्होंने कहा,
"थल, वायु और जल में सभी सैन्य गतिविधियों को रोकने की सहमति बनी है. भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना को इस फैसले का पालन करने के निर्देश दिए जा चुके हैं."
विदेश सचिव ने क्या कहा है ?
वहीं, विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि शनिवार दोपहर 3:35 बजे पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत के डीजीएमओ को कॉल कर यह प्रस्ताव दिया. दोनों पक्षों ने 5:00 बजे से प्रभावी युद्धविराम पर सहमति जताई और 12 मई को दोपहर 12 बजे फिर बातचीत करने पर सहमति बनी है.
7 मई को शुरू हुआ था ऑपरेशन सिंदूर
गौरतलब है कि भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था, जो 2 मई को हुए पहलगाम हमले में 26 लोगों की मौत के जवाब में किया गया. भारत ने पाकिस्तान के भीतर 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हमला किया था, जिसके बाद पाकिस्तान ने तोपों और ड्रोन से उकसावे की कार्रवाई की थी.